सर्दियों में बढ़ जाता है जोड़ों का दर्द? स्वामी रामदेव से जानें अर्थराइटिस को कंट्रोल करने के उपाय
स्वामी रामदेव से जानिए अर्थराइटिस को नेचुरल तरीके से कैसे कंट्रोल किया जा सकता है।
मौसम बदल रहा है। हल्की-हल्की सर्दी जहां ज्यादातर लोगों को खुशी दे रही है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके लिए अगले दो-तीन महीने बहुत दर्दनाक होने वाले हैं। यहां बात हो रही है 'अर्थराइटिस' के मरीजों की जिनके लिए बदलता हुआ मौसम दर्द लेकर आता है। घुटनों का दर्द , फ्रोज़न शोल्डर हो या फिर कोई पुरानी चोट सर्दी में उभर कर आती है और परेशान करती है।
डॉक्टर्स के मुताबिक सर्दी को मौसम में तापमान गिरने से ज्वाइंट्स की ब्लड वेसेल्स सुकड़ जाती हैं। इस वजह से जोड़ों में अकड़न के साथ दर्द होने लगता है। इतना ही नहीं जब स्किन ठंडी होती है तो दर्द ज्यादा होता है। इसलिए अर्थराइटिस को मरीजों की परेशानी भी बढ़ जाती है। दरअसल, बढ़ती उम्र के साथ हड्डियों में कैल्शियम सहित दूसरे मिनरल्स की कमी होने लगती है। इसके अलावा जोड़ों के बीच का लुब्रिकेंट भी कम हो जाता है जो अर्थराइटिस की वजह बनता है।
बुर्जुर्गों के अलावा आज के समय में गलत खानपान की आदत, घंटों तक एक ही पोजीशन में बैठकर काम करना, मोटापा या कैल्शियम की कमी के कारण कम उम्र में भी लोग हड्डियों के रोगी बन रहे हैं। स्वामी रामदेव से जानिए सर्दियों में अर्थराइटिस की समस्या में राहत पाने के लिए योगासन और आयुर्वेदिक उपचार।
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क्या है अर्थराइटिस?
- अर्थराइटिस को गठिया भी कहते हैं
- ज्वाइंट्स में दर्द के साथ सूजन की बीमारी
- वक्त पर इलाज से निजात मिल सकती है
अर्थराइटिस के लक्षण
- ज्वाइंट्स में दर्द
- जोड़ों में जकड़न
- घुटनों में सूजन
- स्किन लाल होना
अर्थराइटिस की वजह
- कैल्शियम की कमी
- मिनरल्स की कमी
- लुब्रिकेंट कम होना
सूर्य नमस्कार
- वजन बढ़ाने में मददगार योगासन
- शरीर को डिटॉक्स करता है
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
- पाचन तंत्र बेहतर होता है
- शरीर को ऊर्जा मिलती है
योगिग जॉगिंग
- डायबिटीज दूर करने में कारगर है
- शरीर से फैट कम करके लचीला बनाता है
- सीने और हाथ की मांसपेशियों के लिए फायदेमंद
- जांघ की मांसपेशियों को फायदा पहुंचाता है
सूक्ष्म व्यायाम
- बॉडी को एक्टिव करता है
- शरीर पूरा दिन चुस्त रहता है
- शरीर में थकान नहीं होती
- कई तरह के दर्द से राहत
- ऊर्जा, स्फूर्ति का संचार करता है
भुजंगासन
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- लिवर से जुड़ी दिक्कत दूर होती है
- तनाव, चिंता, डिप्रेशन दूर करता है
- कमर का निचला हिस्सा मजबूत होता है
- फेफड़ों, कंधों, सीने को स्ट्रेच करता है
ताड़ासन
- शरीर को लचीला बनाता है।
- थकान, तनाव और चिंता दूर करता है।
- पाचन को ठीक रखता है।
वृक्षासन
- पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं
- सीने को चौड़ा और मजबूत करता है
- शरीर को लचीला बनाने में कारगर
- रीढ़ की हड्डी मजबूत बनती है
- आंख और नाक स्वस्थ होते हैं
मर्कटासन
- रीढ़ की हड्डी लचीली बनती है
- पीठ का दर्द दूर हो जाता है
- फेफड़ों के लिए फायदेमंद
- पेट संबंधी समस्या दूर होती है
- एकाग्रता बढ़ती है
उत्तानपादासन
- कमर दर्द को करे सही
- तनाव को करे कम
- कब्ज की समस्या में लाभकारी
- पेट से जुड़ी समस्य़ाओं में लाभकारी
- डायबिटीज में करो कंट्रोल
पवनमुक्तासन
- फेफड़े स्वस्थ और मजबूत रहते हैं
- अस्थमा, साइनस में लाभकारी
- किडनी को स्वस्थ रखता है
- ब्लड प्रेशर को सामान्य रखता है
- पेट की चर्बी को दूर करता है
मंडूकासन
- पेट और हृदय के लिए लाभकारी
- पाचन तंत्र सही होता है
- डायबिटीज को दूर करता है
- लिवर, किडनी को स्वस्थ रखता है
उष्ट्रासन
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- मोटापा दूर करने में सहायक
- शरीर का पोश्चर सुधरता है
- पाचन प्रणाली को ठीक होती है
- टखने के दर्द को दूर भगाता है
- अनुलोम-विलोम
- कपालभाति
- शीतली
- शीतकारी
- भस्त्रिका
- भ्रामरी
- हरी पत्तेदार सब्जियों को डाइट में करें शामिल
- बादाम, अखरोट, पिस्ता जैसे ड्राइफ्रूट्स खाएं
- एंटी इन्फ्लेमेट्री से भरपूर फूड्स हैं फायदेमंद
- जामुन एंटी-ऑक्सीडेंट है, सूजन कम करता है
- एलोवेरा जूस
- हरसिंहार का जूस
- निर्गुंडी का जूस
- रोजाना योगासन और एक्सरसाइज करें
- सुबह जल्दी उठने की आदत डालें, धूप में बैठें
- खाने में फल और सब्जियां शामिल करें
- एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर फूड्स फायदेमंद
- पीड़ांतक क्वाथ से स्टीम लें
- पीड़ांतक तेल में लहसुन मिलाकर मसाज करें