कैंसर से खुद को है बचाना तो अपनाएं स्वामी रामदेव का ये सॉलिड उपचार, रखेगा जानलेवा बीमारी से दूर
स्वामी रामदेव ने कैंसर से खुद को बचाने के लिए कुछ योगासन और प्राणायाम बताए हैं। इन्हें अपनाकर आप कैंसर से खुद का बचाव कर सकते हैं।
कैंसर का नाम सुनते ही मन में डर सा लगने लगता है। ये हमारे शरीर में तो बहुत शांति से आता है लेकिन एक बार शरीर में आने के बाद उसे पूरी तरह से खोखला कर देता है। इस बीमारी ने अभिनेता संजय दत्त को भी अपनी चपेट में ले लिया है। संजय दत्त को लंग कैंसर है। स्वामी रामदेव ने कैंसर से खुद को बचाने के लिए कुछ योगासन और प्राणायाम बताए हैं। इन्हें अपनाकर आप कैंसर से खुद का बचाव कर सकते हैं।
कैंसर होने के कारण
- 90-95 कैंसर का कारण खराब लाइफस्टाइल
- 5-10 कैंसर माता-पिता से यानी कि जेनेटिकली
सूक्ष्म व्यायाम से होगा फायदा
- उर्जा स्फूति का संचार होता है
- शरीर पूरा दिन स्वस्थ रहता है
- सर्वाइकल में कारगर
- गर्दन को दाएं बाएं घुमाएं
- कोहनी मोड़कर हाथों को कंधों के पाए लाएं और कंधों को घुमाएं
- गर्दन को आगे पीछे की ओर करें
सूर्य नमस्कार- रोजाना करें 25 सेट
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में मददगार
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
- पाचन तंत्र बेहतर रहता है
- शरीर में लचीलापन आता है
- स्मरण शक्ति मजबूत होती है
- वजन बढ़ाने के लिए कारगर
- शरीर को डिटॉक्स करता है
- त्वचा में निखार आता है
- तनाव की समस्या दूर होती है
ताड़ासन करने के फायदे
- हाइट बढ़ाने में फायदेमंद
- वजन कम करने में करें मदद
- घुटने और पीठ दर्द में फायदेमंद
- पैर, जांघ, घुटनों को करें मजबूत
- कब्ज की समस्या दूर करें
- सांस की बीमारी से निजात दिलाएं
- फ्लैट पैर को सही करें
- स्लिप डिस्क होने की संभावना कम करें
- शरीर की थकान कम करके स्फूर्ति भरें
तिर्यक ताड़ासन
- हाइट बढ़ाने में फायदेमंद
- रीढ़ की हड्डी की मालिश होती है
- वजन कम करने में करें मदद
- घुटने और पीठ दर्द में फायदेमंद
- पैर, जांघ, घुटनों को करें मजबूत
- कब्ज की समस्या दूर करें
- सांस की बीमारी से निजात दिलाएं
- फ्लैट पैर को सही करें
- स्लिप डिस्क होने की संभावना कम करें
- शरीर की थकान कम करके स्फूर्ति भरें
त्रिकोणासन
- एकाग्रता में बढ़ोतरी होती है
- वजन कम करने में मदद करता है
पादहस्तासन
- पूरे शरीर में रक्त का प्रवाह तेज होता है
- सिर की मांसपेशियों को इसका विशेष लाभ मिलता है
- शरीर में लचीलापन आता है
- थकान दूर करने और एकाग्रता बढ़ाने में लाभकारी है
मंडूकासन
- डायबिटीज ,कोलाइटिस को कंट्रोल करे।
- इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
- कब्ज और गैस की समस्या करे खत्म
- पाचन तंत्र को करे सही
- लिवर, किडनी को रखें स्वस्थ्य
- वजन घटाने में करें मदद
भुजंगासन
- मोटापा दूर करने में कारगर
- कमर का निचला हिस्सा मजबूत बनाता है
- शरीर को सुंदर और सुडौल बनाता है
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है
- मेटाबॉलिज्म सुधरता है
- फेफड़ों और हार्ट की नसों के ब्लॉकेज खोलने में भी मदद मिलती है
मर्कटासन
- मानसिक शांति प्रदान देता है
- पेट संबधी रोग दूर करता है
- कमर की चर्बी को कम करता है
- शरीर में स्फूर्ति और ताजगी आती है
पवनमुक्तासन
- शरीर को मजबूती मिलती है
- हार्ड वर्क करने पर थकान कम होती है
- पेट में भारीपन और कब्ज से निजात दिलाता है
- रीढ़ की हड्डी मजबूती होती है
- बल्ड सर्कुलेशन ठीक रहता है
उत्तानपादासन
- पैर में होने वाली सनसनाहट और दर्द की शिकायत दूर हो जाती है
- पैरों में सूजन की समस्या से छुटकारा मिलता है
ये प्राणायाम भी जरूरी
कपालभाति
- रोजाना सुबह शाम कपालभाति करने से हार्ट ब्लॉकेज की समस्या को दूर किया जा सकता है।
- मन को शांत रखता है।
- थायराइड की समस्या से निजात दिलाता है।
- सिगरेट की लत से छुड़ाने में मददगार है कपालभाति।
- जिन लोगों को सिगरेट पीने की लत हो जाती है तो उनके फेफड़े ब्लॉक हो जाते हैं। कपालभाति की मदद से फेफड़े की ब्लॉकेज को सही कर सकता है।
- कपालभाति से क्रॉनिक लिवर, क्रॉनिक किडनी और फैटी लिवर की समस्या दूर होती है।
अनुलोम विलोम
- तनाव को कम करता है।
- कफ से संबंधित समस्या को दूर करता है।
- मन को शांत करता है जिससे एकाग्रता बढ़ती है।
- दिल को स्वस्थ रखता है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करता है।
भस्त्रिका
- इस प्राणायाम को रोजाना करने से हाइपरटेंशन, अस्थमा, हार्ट संबंधी बीमारी, टीवी, ट्यूमर, बीपी, लिवर सिरोसिस, साइनस, किसी भी तरह की एनर्जी और फेफड़ों के लिए अच्छा माना जाता है।
- भस्त्रिका करने से शरीर में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ जाता है। जिसके कारण कैंसर की कोशिकाएं मर जाती हैं।
उज्जयी
मन शांत रहता है, अस्थमा, टीबी, माइग्रेम, अनिद्रा आदि समस्याओं से दिलाएं निजात।
भ्रामरी
इस आसन को करने से तनाव से मुक्ति के साथ मन शांत रहेगा।
उद्गीथ
इस प्राणायाम को करने से पित्त रोग, धातु रोग, उच्च रक्तताप जैसे रोगो से निजात मिलता है।
शीतली
इस आसन को करने से मन शांत होगा, तनाव, हाइपरटेंशन के साथ-साथ एसिडिटी से निजात मिलेगा।
शीतकारी
इस आसन को करने से तनाव, हाइपरटेंशन से निजात मिलता है। इसके साथ ही अधिक मात्रा में ऑक्सीजन अंदर जाती है।
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