क्या उड़ चुकी है आपकी रातों की नींद? अपनाएं ये उपाय और बिना गोलियों के इस समस्या को कहें ‘गुड नाइट’
आयुर्वेदिक डॉ अबरार मुल्तानी से हमने बात की तो उन्होंने बताया कि ऐसे क्या कारण हैं जिनकी वजह से लोगों की नींद उड़ जाती है, उन्होंने यह भी बताया कि कैसे आप इस समस्या को बिना गोलियों के ठीक कर सकते हैं।
आज हमारे पास मानव इतिहास के सबसे आरामदायक बिस्तर हैं, शानदार बेडरूम हैं, ए.सी. हैं, कुलर हैं, पंखे हैं लेकिन एक चीज़ की निरंतर कमी होती जा रही है और वह है शांत और गहरी नींद। वह नींद जो हमें पुनः नया जीवन देती थी, हम सुबह उठकर नये हो जाते थे, जो हमारे गमों को भुला देती थी हमारा बी.पी. सामान्य कर देती थी। आज पूरे विश्व में लगभग 8 प्रतिशत लोग गंभीर रूप से अनिद्रा से पीड़ित है और करोड़ों लोग अन्रिदा की छोटी मोटी समस्याओं से पीड़ित हैं। अनिद्रा के लिये ली जाने वाली दवाएँ इंटरनेशनल बेस्ट सेलर दवाओं की रैंक में कई वर्षां से तीसरे या चौथे स्थान पर है। जाने माने आयुर्वेदिक डॉ अबरार मुल्तानी से हमने बात की तो उन्होंने बताया कि ऐसे क्या कारण हैं जिनकी वजह से लोगों की नींद उड़ जाती है, उन्होंने यह भी बताया कि कैसे आप इस समस्या को बिना गोलियों के ठीक कर सकते हैं।
नींद न आने की प्रमुख वजहें
- आनंद की कमी
- शारीरिक श्रम की कमी
- हार्मोन्स समस्या
- थॉयराईड
- इस्ट्रोजन एवं पड्रिनल हार्मोन्स की कमी
- पोषक तत्वों की कमी जैसे मैगनीशीयम, आयरन आदि।
अनिद्रा के उपचार
अनिद्रा के उपचार का सबसे प्रसिद्ध उपचार नींद की गोलियों को समझा जाता है, लेकिन यह भ्रम है। नींद की गोलियाँ कभी भी अनिद्रा का उपचार नहीं हो सकती हैं। नींद की गोलियाँ कुछ अति जटिल रोगियों को केवल कुछ अस्थाई समाधान देती है, लेकिन लम्बे समय तक लेते रहने में ये कई दुष्प्रभावों को उत्पन्न करती है जैसे - अनिद्रा, कब्ज, आलस्य की प्रवृत्ति, हेलुसिनेशन, एलर्जी ।
शोधकर्त्तों ने पाया कि जो लोग महीने भर एक नींद की गोली रोजाना खाते है उनमें असमय मौत का जोख़िम तीन गुना बढ़ जाता है इसलिये स्लीपिंग पिल्स या नींद की गोलियाँ अनिंद्रा का उपचार नहीं है।
नींद न आने के कारण
डॉ अबरार मुल्तानी के मुताबिक अनिद्रा कई कारणों से हो सकती है जैसे-डिप्रेशन, हृदयरोग, ब्लड प्रेशर, डाईबीटिज़, तनाव, चिंता, थकान, असमय बुढ़ापा, सौंदर्य समस्या, जोड़ों के रोग, एसिडिटी, मोटापा ओर हार्मोन समस्याएँ। इसलिये अनिद्रा का उपचार अति आवश्यक हैं इसलिये आईये हम अनिद्रा को गुड नाईट कहें।
अनिद्रा दूर करने के उपाय
- सोने का एक निश्चित समय बनाएँ, साथ ही उठने का भी। रात में जल्दी सोएं तथा सुबह जल्दी उठ जाएं।
- सुबह जल्दी ही उठें चाहे आपको रात में अच्छी नींद न आई हो।
- दिन में न सोएं।
- बिस्तरों पर सोने के अलावा अन्य समय न बिताएं क्योंकि ऐसा करने से अनिद्रा की समस्या बढ़ती है।
- दिन में शारीरिक श्रम करें, दौड़ना, चलना, खेलना, घर के कार्य करना, कसरत करना आदि। शरीर को थका देने से अच्छा उपचार अनिद्रा का कुछ भी नहीं है।
- शाम को भोजन जल्दी करें।
- देर रात तक टी.वी., कम्प्यूटर, लैपटाप एवं मोबाइल न इस्तेमाल करें।
- रात में कॉफी, चाय एवं एल्कोहल न ले, क्योंकि यह नींद में व्यवधाान डालते हैं।
- शाम को अधिक तरल पदार्थ न पियें क्योंकि यूरीनरी ब्लेडर भरने से आपकी नींद बाधित होगी।
- सिर पर किसी शांतिदायक शीतल तेल की मालिश करें, इससे इंद्रियों को शांति मिलती है जिससे हमें नींद आने लगती है।
- लिवेंडर ऑयल की कुछ बुन्दे तकिये पर छिड़क दें जिससे आपको गहरी नींद आएंगी।
- सोते समय कानों में इअर प्लग्स लगाकर सोएं जिससे आसपास होने वाली आवाज़ो से आपकी नींद बाधित नहीं होगी।
- बेडरूम में घड़ी न रखे तथा टिक-टिक करने वाली या रेडियम घड़ी तो बिल्कुल भी न हो।
- सोते समय प्रार्थना अवश्य करे, क्योंकि नींद लाने के लिये सुरक्षा का भाव परम आवश्यक है और प्रार्थना हममे सुरक्षा का भाव उत्पन्न करती है।
उपरोक्त बातों का आप अनुसरण करें और अपनी अनिद्रा की समस्या को ‘गुड नाइट’ कहकर आराम से सो जाएं।
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