मोबाइल फोन यूज करने से होने वाले तमाम साइड इफेक्ट्स के बारे में आप जानते होंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रात में सोते समय तकिए के नीचे फोन रखकर सोना आपकी सेहत के लिए कितना ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है? अगर आप भी इस तरह की गलती को रिपीट कर रहे हैं तो इसे तुरंत सुधार लीजिए वरना...
कितनी दूरी पर रखना चाहिए मोबाइल?
आपको अपने मोबाइल को दूसरे रूम में रखकर सोना चाहिए। अगर आप चाहें तो आप रूम की जिस साइड सो रहे हों, उसकी दूसरी साइड किसी टेबल पर फोन रख सकते हैं। अगर आप फिर भी फोन को अपने बेड पर रखकर ही सोना चाहते हैं तो आपको अपने फोन का एयरप्लेन मोड ऑन करना नहीं भूलना चाहिए। हालांकि फोन को सिरहाने पर रखकर सोने से होने वाले खतरनाक नुकसानों के बारे में जानकर आप भी अपनी इस आदत को सुधार लेंगे।
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स्ट्रेस- फोन को बिस्तर के साइड में रखकर सोने से स्ट्रेस पैदा हो सकता है। मोबाइल से निकलने वाली रेडिएशन आपकी ब्रेन मसल्स पर भी बुरा असर डाल सकती हैं।
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एंग्जायटी- आपको बता दें कि जब स्ट्रेस का लेवल बढ़ जाता है तो लोग अक्सर एंग्जायटी और डिप्रेशन जैसी गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। इस तरह की मेंटल प्रॉब्लम्स से खुद को बचाने के लिए सोते समय फोन को खुद से दूर रखना शुरू कर दें।
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खराब हो सकती है स्लीप क्वालिटी- अगर आपने फोन एयरप्लेन मोड पर नहीं किया तो बार-बार मोबाइल पर सुनाई देने वाली नॉटिफिकेशन साउंड की वजह से आपकी स्लीप क्वालिटी काफी हद तक खराब हो सकती है। साउंड स्लीप लेने के लिए फोन को सिरहाने पर रखकर सोने की आदत को सुधार लीजिए।
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सर्वाइकल- जब फोन आपके सिरहाने पर रहेगा तो आप सोने से पहले लेटे-लेटे फोन का इस्तेमाल भी करेंगे। गलत पोश्चर में फोन यूज करने से आप सर्वाइकल का शिकार भी बन सकते हैं।
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माइग्रेन- फोन को रात में सिरहाने पर रखकर सोने की वजह से माइग्रेन होने की संभावना भी काफी हद तक बढ़ सकती है। आपकी ओवरऑल हेल्थ को मजबूत बनाए रखने के लिए आपको सोते समय मोबाइल फोन को अपने पास नहीं रखना चाहिए।
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