लो बीपी, एनीमिया सहित इन लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है लहसुन का सेवन, जानिए इसके अन्य साइड इफेक्ट्स
लहसुन की एक गांठ में कैल्शियम, फॉस्फोरस, लौह तत्व, विटामिन सी, विटामिन बी पाया जाता है। यह एक एंटीबायोटिक की तरह काम करता है। जानिए लहसुन के साइड इफेक्ट्स।
लहसुन को आयुर्वेद में औषधि माना गया है। कहा जाता है कि लहसुन का सेवन किसी न किसी तरीके अवश्य करना चाहिए। वहीं अगर सुबह खाली पेट 2 लहसुन की कली का सेवन किया जाए तो कई जानलेवा बीमारियों से बचा जा सकता हैं। लहसुन की एक गांठ में कैल्शियम, फॉस्फोरस, लौह तत्व, विटामिन सी, विटामिन बी पाया जाता है। यह एक एंटी बायोटिक की तरह काम करता है। इसके सेवन से हाई ब्लड प्रेशर, दिल से संबंधी बीमारियों को कंट्रोल किया जा सकता है। जहां एक ओर इसके बेहतरीन फायदे है वहीं दूसरी ओर यह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं जानिए लहसुन का सेवन किन लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
लहसुन के साइड इफेक्ट्स
लो ब्लड प्रेशर
लहसुन का सेवन हाई ब्लड प्रेशर वालों के लिए अच्छा माना जाता है लेकिन वह उसके उलट अगर किसी लो ब्लड प्रेशर वाले मरीज ने लहसुन का सेवन किया तो उसके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। लहुसन का सेवन करने से ब्लड सर्कुलेशन और धीमा हो जाएगा। जिससे ब्लड प्रेशर नॉर्मल होने के बदले और गिर जाएगा।
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सर्जरी के बाद बढ़ सकती है ब्लीडिंग
लहसुन से ब्लीडिंग का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए इसे खून पतला करने वाली दवाओं के साथ नहीं लिया जाना चाहिए। सर्जरी से कम से कम 7 दिन पहले लहसुन का सेवन करना बंद कर देना चाहिए। लहसुन में एंटीप्लेटलेट होता है जो सर्जरी के दौरान ब्लीडिंग को बढ़ा सकता है।
अधिक पसीना आना
कुछ अध्ययनों के अनुसार कुछ व्यक्तियों को लहसुन खाने से अधिक पसीना आने लगता है। लेकिन इसमें अभी तक पूरी सत्यता सामने नहीं आई है।
बन सकता है लिवर डैमेज का कारण
अधिक लहसुन का सेवन लिवर को प्रभावित कर सकता है। हालांकि कच्चे लहसुन में एंटीऑक्सिडेंट क्षमता होती है, इसके अधिक सेवन से लिवर की विषाक्तता हो सकती है। कई अध्ययन में ये बात सामने आई कि अधिक मात्रा यानी शरीर के वजन का 0.5 ग्राम प्रति किलोग्राम लेने से लिवर के लिए खतरनाक होता है। हालांकि लहसुन की कम खुराक यानी शरीर के वजन से 0.1 ग्राम से 0.25 ग्राम प्रति किलोग्राम लेना सुरक्षित है।
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एक्जिमा या चकत्ते
लहसुन के लंबे समय तक खाने से स्किन में जलन हो सकती है। लहसुन में कुछ विशिष्ट एंजाइम इस जलन का कारण बनते हैं। कई रिसर्च में ये बात सामने आई कि एक्जिमा भी उन स्थितियों में से एक हो सकती है जो इस एलर्जी के साथ होती हैं।
एनीमिया के मरीज के लिए खतरनाक
एनीमिया के मरीजों को भी कच्चा लहसुन नहीं खाना चाहिए। आपको बता दें कि एनीमिया रोग खून की कमी के कारण होता है। ऐसे में अगर आपने गर्म तासीर से भरपूर लहुसन खाया तो खून जलने लगता है।
सिरदर्द का कारण
की बार कच्चा लहसुन खाने के कारण आपको सिरदर्द की भी समस्या हो सकती है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि इसमें ट्राइजेमिनल तंत्रिका शामिल हो सकती है। लहसुन लेने से इस तंत्रिका को न्यूरोपैप्टाइड्स नामक न्यूरोनल सिग्नलिंग अणुओं को छोड़ने के लिए उत्तेजित कर सकता है, जो आपके मस्तिष्क को कवर करने वाली झिल्ली तक पहुंचते हैं और सिरदर्द का कारण बनते हैं।
सीने में दर्द
कई शोधों में यह बात सामने आई है कि लहसुन का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से सीने में जलन की समस्या हो सकती हैं।
डायरिया
जिन लोगों को एसिडिटी, डायरिया आदि की समस्या है तो उन्हें लहसुन खाने से बचना चाहिए।