रेसलर संग्राम सिंह अपनी संस्था संग्राम सिंह चैरिटेबल फाउंडेशन की तरफ से पूर्व ओलंपिक खिलाड़ी लिंबा राम की मदद कर रहे हैं। लिंबा राम ने तीन बार ओलंपिक मैं तीरंदाजी की तरफ से भारत का प्रतिनिधित्व किया था। लिंबा राम मौजूदा स्थिति में कई बीमारियों से गुजर रहे हैं जिनमें - पार्किंसंस एंटाक्सिया, एमएसए-सी, न्यूरोसाइटिकोसिस, डिप्थीसिया, ब्रोंकाइटिस स्पोंडिलोसिस आदि शामिल है।
लिंबा राम ने 1991 में बीजिंग में एशियाई तीरंदाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता और तीरंदाजी विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की, मगर 1992 के ओलंपिक में कांस्य पदक से चूक गए। लिंबा राम को राष्ट्रमंडल खेल 2010 के लिए राष्ट्रीय तीरंदाजी कोच के रूप में नियुक्त किया गया था। भारतीय तीरंदाजी में उनके अविस्मरणीय योगदान के लिए उन्हें 2012 में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) लिंबा राम को चिकित्सा सहायता दे रहा है और समय-समय पर वित्तीय सहायता भी देता रहा है। हालांकि रुपये की भारी कमी की वजह से खर्च को पूरा करने के लिए बड़े पैमाने पर जनता से अधिक फंड इकट्ठा किए जा रहे हैं।
संग्राम सिंह चैरिटेबल फाउंडेशन, ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित एक 10 साल के बच्चे कृष के लिए योगदान करने के लिए भी लोगों का समर्थन जुटा रहा है। 10 साल के कृष की ट्रीटमेंट के लिए 5 लाख रुपये की जरूरत है। वह सरकाघाट जिले, मंडी, हिमाचल प्रदेश में रहता है। फिलहाल वह चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल में भर्ती है।
कृष के पिता स्वर्गीय जितेंद्र कुमार का 4 साल पहले निधन हो गया था और उनकी मां श्रीमती नीलम कुमारी, परिवार में एकमात्र कमाई करने वाली सदस्य हैं, वह कृष के इलाज के लिए धन का प्रबंधन करने के लिए संघर्ष कर रही हैं।
Latest Health News