Prostate Cancer Awareness Month/Prostate Health Month: पुरुषों में होने वाला एक आम कैंसर है प्रोस्टेट कैंसर, जिसे कई बार पुरुषों द्वारा नजरअंदाज कर दिया जाता है। ये कैंसर धीरे-धीरे फैलकर अन्य अंगों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। पुरुषों में इस कैंसर को लेकर जागरूकता फैलाने और जानकारी देने के उद्देश्य से हर साल नवंबर के महीने में प्रोस्टेट कैंसर अवेयरनेस मंथ मनाया जाता है। आइए जानते हैं प्रोस्टेट कैंसर के इतिहास, थीम, इसके लक्षण और इससे बचाव के लिए 5 योग के बारे में।
प्रोस्टेट कैंसर का इतिहास
साल 1999 में उत्तर अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारी, स्वास्थ्य विशेषज्ञ और पुरुषों के प्रोस्टेट स्वास्थ्य व प्रोस्टेट कैंसर से रिलेटेड व्यक्तियों ने इसकी शुरुआत की थी। इसके बाद साल 2015 में कनाडा सरकार द्वारा प्रोस्टेट कैंसर जागरूकता माह को मान्यता मिली। इनका मुख्य उद्देश्य पुरुषों में फैल रही प्रोस्टेट कैंसर की बीमारी के बारे में समाज को जागरूक करना था। प्रोस्टेट कैंसर अवेयरनेस मंथ 2022 की थीम है- 'जागरूकता और प्रारंभिक निदान जीवन बचाता है।'
प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण
- पेशाब रुक-रुक कर होना या फिर पेशाब करने में परेशानी होना
- पेशाब करने के दौरान तेज दर्द या जलन होना
- पेशाब में खून आना
- कमर के निचले हिस्से में तेज दर्द होना
- प्रोस्टेट कैंसर के बचाव के लिए करें ये 5 योग
1. गोमुखासन
जानकारों का मानना है कि नियमित तौर पर गोमुखासन करने से मूत्र मार्ग के ब्लॉकेज खुल जाते हैं। बढ़ी हुई प्रोस्टेट ग्रंथि में कमी आती है। ऐसे में इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए या फिर इससे बचे रहने के लिए इस योगासन को जरूर करना चाहिए। इसके लिए योग प्रशिक्षक से ट्रेनिंग ले सकते हैं।
2. सुप्त पादांगुष्ठासन
इस आसन को नियमित तौर पर करने से प्रोस्टेट वाले जगह की मांसपेशियां मजबूत होती है। इसे करने से तनाव कम होता है। इसे करने के लिए भी योग प्रशिक्षक से ट्रेनिंग ले सकते हैं।
3. वीरासन
प्रोस्टेट ग्रंथि को कम करने में वीरासन काफी महत्वपूर्ण योगदान निभाता है। नियमित तौर पर इस आसन को करने से प्रोस्टेट से रिलेटेड बीमारियों से बचा जा सकता है। इसे रेगुलर करते रहने से पुरुषों के पेल्विक एरिया की मांसपेशियां मजबूत बनती है।
4. धनुरासन
योग प्रशिक्षकों की मानें तो नियमित तौर पर धनुरासन करने वाले व्यक्ति प्रोस्टेट कैंसर से बचे रहते हैं। नियमित तौर पर इसे करने से कमर के नीचे की और पेल्विक की मांसपेशियां मजबूत बनी रहती है। इसके अलावा ये पेट की मांसपेशियों को भी मजबूत बनाता है।
5. कपालभाति
नियमित तौर पर इस आसन को करने से प्रोस्टेट में सूजन होना कम हो जाता है। इसलिए प्रोस्टेट को स्वस्थ रखने के लिए नियमित तौर पर कपालभाति जरूर करें।
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