Powefood: हाई बीपी समेत इन 4 रोगों में खाएं काली किशमिश, जानें सेवन का सही समय और तरीका
Powefood: काली किशमिश का सेवन आपको कई बीमारियों से बचा सकता। ये दिल से लेकर हड्डियों और महिलाओं की सेहत के लिए भी फायदेमंद है। क्यों और कैसे, जानते हैं इस बारे में।
Powefood: काली किशमिश में कई ऐसे तत्व होते हैं जो कि आपको कई बीमारियों से बचा सकते हैं। दरअसल, काली किशमिश में पोटेशियन और कई एमिनो एसिड होता है जो कि आपको कई बीमारियों से बचा सकते हैं। ये आयरन से भरपूर है जो ऑक्सीजन के ब्लड सर्कुलेश को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त, काली किशमिश एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है, जो कि सेहत के लिए लिए फायदेमंद है। इसके अलावा कई बीमारियों में भी आप काली किशमिश का सेवन कर सकते हैं।
हाई बीपी समेत इन 4 रोगों में खाएं काली किशमिश
1. हाई बीपी में काली किशमिश
काली किशमिश पोटेशियम का एक समृद्ध स्रोत है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इनमें सोडियम का स्तर भी कम होता है, जो उन्हें हृदय संबंधी समस्याओं या हाई ट्राइग्लिसराइड स्तर वाले लोगों के लिए एक परफेक्ट नाश्ता बनाता है। एक दिन में सात से आठ किशमिश खाना ज्यादातर लोगों के लिए सही रहता है, लेकिन अगर आप इतनी मात्रा में किशमिश खाने में सक्षम नहीं हैं तो आप इसकी मात्रा घटाकर तीन या चार कर सकते हैं। भीगी हुई किशमिश ब्लड प्रेशर को कम करने में भी कारगर है।
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2. कब्ज को कम करता है
काली किशमिश हल्की लैक्सटिव होती है और इसमें उच्च फाइबर सामग्री होती है, जो नियमित मल त्याग में मदद करती है। कब्ज बालों और त्वचा के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है और किशमिश आंतों से विषाक्त पदार्थों को खत्म करने में मदद कर सकती है। अगर आप कब्ज या खराब अवशोषण से पीड़ित हैं तो आप किशमिश को पानी में भिगोकर खा सकते हैं। यह एक कारगर उपाय है।
3. ऑस्टियोपोरोसिस में काली किशमिश
काली किशमिश में पोटेशियम और कैल्शियम होते हैं, जो स्वस्थ हड्डियों के लिए सूक्ष्म पोषक तत्व हैं। रोजाना एक मुट्ठी किशमिश खाने या पानी में भिगोकर सुबह खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव होता है।
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4. आंखों के लिए काली किशमिश
काली किशमिश में पाए जाने वाले पॉलीफेनोल्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स आंखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने और मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करते हैं। किशमिश में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट उम्र से संबंधित मैकुलर डीजेनरेशन और मोतियाबिंद से भी बचाते हैं।
सेवन का सही समय और तरीका
काली किशमिश खाने का सही तरीका ये है कि आप इसे पानी में भिगोकर खाएं। इसके अलावा आप दूध में किशमिश डालकर खा सकते हैं। आप इसे रात में सुबह और शाम को खा सकते हैं। इस तरह से काली किशमिश खाना आपकी सेहत के लिए फायदेमंद है।