दिल्ली-एनसीआर की हवा में जहर, Swami Ramdev से जानिए सुरक्षित रहने के कुछ सेफ्टी टिप्स
Yoga Tips: दिल्ली-NCR में रहने वाले लोगों की एवरेज एज 10 साल घट रही है।जबकि उत्तर भारत में रहने वाले लोगों की उम्र साढ़े सात साल और देश के बाकि के हिस्सों में रहने वाले लोगों की उम्र 5 साल कम हो रही है।
Yoga Tips: सर्दियों की गुनगुनी धूप किसे अच्छी नहीं लगती। दोपहर में सूरज की गर्मी लेने क्या इंसान-क्या पंछी सभी अपने घरौंदों से बाहर निकल आते हैं। लेकिन अफसोस इस सर्दी फिर सूरज की लड़ाई स्मॉग की मोटी चादर से है। इतनी मोटी चादर कि विजिबिलिटी के लिहाज से दिन और रात में बहुत फर्क नहीं रह गया है।हाल ये है कि बाहर कम निकलना ही बेहतर है। बिल्कुल ऐसा लगता है जैसे दिल्ली-NCR में प्रदूषण विस्फोट हुआ हो। हर तरफ पराली का जहर हवा में घुल रहा है। सांस लेने के लिए जो हवा अच्छी मानी जाती है उसका AQI लेवल 50 से कम होना चाहिए। जबकि 400 से ज्यादा के लेवल को गंभीर माना जाता है। लेकिन आलम ये है कि ज्यादातर हिस्सों में AQI लेवल 450 के पार है मतलब ख़तरनाक है। दो दिन पहले तो कुछ इलाक़ों में 800 तक पहुँच गया था और अभी भी ज्यादातर जगहों पर 500 के पार ही है। हालात इतने गंभीर हैं कि प्राइमरी स्कूल बंद किए गए हैं। डीजल कार-ट्रकों की एंट्री पर बैन लग गया है। आधे गवर्मेंट अफ़िशयल घर से काम करेंगे। हद तो ये है कि इतने के बाद भी पराली जलाने के मामले कम नहीं हो रहे हैं। पराली जलाने के बहुत से मामले रजिस्टर भी नहीं होते।
ये स्मॉग कितना ज़हरीला है इसका पता शिकागो यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट से लगा सकते हैं। पॉल्यूशन की वजह से दिल्ली-NCR में रहने वाले लोगों की एवरेज एज 10 साल घट रही है।जबकि उत्तर भारत में रहने वाले लोगों की उम्र साढ़े सात साल और देश के बाकि के हिस्सों में रहने वाले लोगों की उम्र 5 साल कम हो रही है। एक्सपर्ट्स की मानें तो पॉल्यूशन का ये लेवल इतना खतरनाक है कि अगर आप नॉन-स्मोकर है तब भी आप रोज 10 से ज्यादा सिगरेट पीने के बराबर जहरीला धुंआ इन्हेल कर रहे हैं। यही वजह है कि दिल्ली के हॉस्पिटल्स में रेस्पिरेटरी प्रॉब्लम के मामले अचानक 40% बढ़े हैं। सबसे बुरा हाल बच्चों का है जिन बच्चों को एलर्जी की परेशानी है उनको सांस लेने में दिक्कत हो रही है इसकी वजह से बच्चों में मूड स्विंग भी देखे जा रहे है। एक्सपर्ट की माने तो कोरोना की तरह ही शरीर पर पॉल्यूशन का असर तुरंत तो दिखेगा ही सांसों में घुल रही जहरीली हवा लंबे वक्त तक अलग-अलग बीमारी दे सकती है। ऐसे में योग-आयुर्वेद के फिल्टर को अपनाइए और शरीर में जाने वाले जहर को रोकिए।
सांसों में घुलता जहर
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दिल्ली नोएडा गाजियाबाद गुरुग्राम
- AQI 450 से ऊपर फेफड़े के लिए घातक है
- PM-2.5 प्रदूषण में पराली की हिस्सेदारी 38% हुई
- 63% भारतीय PM-2.5 पॉल्यूशन की गंभीर जद में
- WHO: PM-2.5 15 माइक्रोग्राम/घन मीटर सुरक्षित
स्मॉग कितना खतरनाक शिकागो यूनिवर्सिटी की स्टडी
- दिल्ली-NCR 10 साल उम्र कम
- उत्तर भारत 7.5 साल उम्र कम
- दक्षिण भारत 5 साल उम्र कम
- हर साल 20 लाख की मौत
- पूरी दुनिया में हर साल 70 लाख मौत
- स्मोकिंग,एड्स,कुपोषण से ज्यादा जानलेवा
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एलर्जी के लक्षण
- सांस फूलना
- बार-बार छींक आना
- सिर भारी होना
- नाक बंद होना
- आंख से पानी
एयर पॉल्यूशन का कहर
- सांसों पर संकट
- ब्रोंकाइटिस
- टीबी
- अस्थमा
- थकान
- सिरदर्द
- आंख-गले में जलन
जहरीली हवा से बचें
- हवा में छोटे-छोटे कण सांस से लंग्स में लंग्स से ब्लड में ब्लड से पूरे शरीर में
- गंभीर बीमारी का खतरा
- लंग्स,आंख,ब्रेन पर असर
हल्दी है रामबाण
- दूध में कच्ची हल्दी पकाएं
- हल्दी-दूध में शिलाजीत मिलाएं
- हल्दी दूध लंग्स के लिए फायदेमंद
एलर्जी में रामबाण
- 100 ग्राम बादाम
- 20 ग्राम कालीमिर्च
- 50 ग्राम शक्कर
- मिलाकर पाउडर बनाएं
- 1 चम्मच दूध के साथ लें
- फेफड़े बनेंगे मजबूत
- श्वासारि क्वाथ पीएं
- मुलैठी उबालकर पीएं
- मसाला टी भी फायदेमंद
गले में एलर्जी
- नमक पानी से गरारा
- सरसों तेल से नस्यम
- मुलेठी खाने से फायदा
हार्ट होगा मजबूत नेचुरल उपाय
- 1 चम्मच अर्जुन की छाल
- 2 ग्राम दालचीनी
- 5 तुलसी
- उबालकर काढ़ा बनाएं
- रोज़ पीने से हार्ट हेल्दी