नाश्ते में ओट्स खाने वालों के लिए खबर, अमेरिकी डॉक्टर ने बताया सेहत के लिए खतरनाक
Oats For Health: ब्रेकफास्ट में ज्यादातर लोग ओट्स या उससे बनी चीजें खाते हैं। ओट्स को सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है, लेकिन अमेरिकी ने इसे खतरनाक बताया है। यानि आप जितना हेल्दी सोचकर ओट्स खाते हैं उतनी नहीं है। जानिए कैसे?
भारत से लेकर अमेरिका तक नाश्ते में ओट्स का चलन तेजी से बढ़ा है। आजकल लोग हेल्दी नाश्ते के चक्कर में ओट्स और उससे बनी चीजें खाते हैं। ओट्स बनाने में आसान और खाने में टेस्टी लगता है। जई से बना ओट्स सेहत के लिए भी अच्छा माना जाता है। ओट्स में भरपूर फाइबर और कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। मोटापा घटाने से लेकर पेट को स्वस्थ रखने तक के लिए ओट्स अच्छा ऑप्शन है। हालांकि ओट्स कैसे पैदा होता है और इसकी खेती करते वक्त क्या केमिकल और कीटनाशक दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है। इस पर ओट्स की क्वालिटी और फायदे काफी निर्भर करते हैं। अब अमेरिका के एक डॉक्टर ने ओट्स को सेहत के लिए किसी जहर से कम नहीं बताया। जानिए ओट्स क्या वाकई सेहतमंद है?
अमेरिका में मिलने वाला ओट्स है खतरनाक- डॉक्टर
अमेरिका के एक डॉक्टर स्टीवन गुंड्री ने अमेरिका वासियों से ओट्स या ओट्स से बनी चीजों का सेवन करने को लेकर आगाह किया है। डॉक्टर स्टीवन ने ओट्स में इस्तेमाल होने वाले ग्लाइफोसेट नामक के कीटनाशक का जिक्र करते हुए कहा है कि ये शरीर के लिए किसी खतरनाक जहर से कम नहीं है। ग्लाइफोसेट अमेरिका में ओट्स से बने दूध जैसे ओट्स उत्पादों में पाया गया है जो हमारी आंत में मौजूद माइक्रोबायोम को मारता है। इसके अलावा डॉक्टर का कहना है कि ऐसी कई रिपोर्ट्स भी सामने आई हैं जिसमें कहा गया है कि अमेरिका में ओट्स में एक प्रतिबंधित कीटनाशक पाया गया है जो कैंसर सहित कई बीमारियों का खतरा पैदा करता है।
क्या भारत में बिकने वाला ओट्स भी है खतरनाक
अब सवाल उठता है कि क्या अमेरिका की तरह भारत में मिलने वाला ओट्स और उससे बने प्रोडक्ट्स भी इतने ही खतरनाक हैं। इस मामले में सीरियल और ओट्स बनाने वाली कंपनी है हंग्री कोआला की सीनियर न्यूट्रिशनिस्ट इप्सिता चक्रवर्ती का कहना है कि 'ओट्स के आयात और खेती करने वाले दूसरे देशों की तरह ही भारत में भी ओट्स उत्पादों में ग्लाइफोसेट या कोई दूसरा हर्बीसाइड का उपयोग हो सकता है। ग्लाइफोसेट का उपयोग आमतौर पर दुनिया भर में फसलों को सुखाने के लिए किया जाता है जिससे कटाई आसान हो जाती है'
हालांकि अमेरिका का डेटा सामने आने के बाद न्यूट्रिशनिस्ट इप्सिता चक्रवर्ती का कहना है कि 'भारतीय ओट्स में ग्लाइफोसेट लेवल के बारे में कोई जानकारी नहीं है, लेकिन अगर यहां भी इसी तरह खेती की जाती है तो जोखिम हो सकता है। हालांकि भारत का भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSI) खाद्य पदार्थों में कीटनाशकों और जड़ी-बूटियों के लिए मेक्सिमस रेजिड्यु लिमिट (MRLs) निर्धारित करता है, जिसमें ओट्स भी शामिल है। इस नियम के तरह ये सुनिश्चित किया जाता है कि ये प्रोडक्ट खाने लायक है या नहीं?'
ओट्स खरीदते वक्त रखें इन बातों का ख्याल
हालांकि आपको ओट्स खरीदते वक्त सावधानी बरतनी चाहिए। आपको ऐसे ब्रांड्स की ओट्स या प्रोडक्ट खाने चाहिए जो अपनी फार्मिंग में किसी तरह के कीटनाशकों के उपयोग न करने की बात करते हैं। ऐसे ब्रांड्स जिनके पास ऑर्गेनिक प्रमाणपत्र हों। जो गैर-जीएमओ और ग्लाइफोसेट-मुक्त प्रोडक्ट लोगों को मुहैया कराते हों।
डाइट में ओट्स शामिल करने के फायदे
ओट्स एक पौष्टिक फूड है, जिसमें भरपूर फाइबर और प्रोटीन होता है। ओट्स खाने से स्वास्थ्य को कई फायदे होते हैं। ओट्स खाने से कोलेस्ट्रॉल को कम करने और हार्ट को हेल्दी रखने में मदद मिलती है। ऐसे में अगर आप ओट्स का सेवन कर रहे हैं तो बताई गई बातों का ख्याल रखे हुए ओट्स को डाइट में शामिल करें।