बहती नाक को रोकने के लिए अपनाएं ये नैचुरल उपाय, जल्द मिलेगी राहत
सर्दी, एलर्जी, साइनस संक्रमण या फिर बदलते मौसम के कारण नाक बहने की समस्या का सामना करना पड़ता है। जानिए स्वामी रामदेव से इस समस्या से निजात पाने का इलाज।
बदलते मौसम के कारण अधिकतर लोगों को नाक बहने की समस्या का सामना करनापड़ता है। इसके अलावा भी कई कारण है जिसमें सर्दी, एलर्जी, साइनस संक्रमण शामिल है। शरीर में बलगम अधिक बन जाने के कारण इस समस्या का सामना करना पड़ता है। कई बार दो दोनों नाक से नहीं बल्कि एक तरफ से ही नाक बहती रहती हैं। इस समस्या से निजात पाने के लिए की तरह की दवाओं का सेवन करने लगते हैं। जिनका असर खत्म होते ही आपको फिर नाक बहने की समस्या क सामना करना पड़ता है। ऐसे में आप चाहे तो आयुर्वेदिक उपाय अपना सकते हैं।
स्वामी रामदेव के अनुसार नाक की झिल्ली में इंफेक्शन हो जाने के कारण इस समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आप प्राणायाम के साथ कुछ आयुर्वेदिक उपाय अपना सकते हैं। इससे आपको जल्द राहत मिलेगी।
जलनेति
यह जल द्वारा किया जाने वाली एक क्रिया है। इससे नैजल ट्रैक की सफाई ठीक ढंग से हो जाती है। इस जल में आप चाहे तो थोड़ा सा सेंधा नमक भी डाल सकते है। इसके लिए एक तरफ से नाक के होल में पानी डाला जाता है वह दूसरी तरह के होल से आसानी से निकल आता है। इसके साथ ही आपको बता दें कि इस क्रिया को करने के लिए खास पात्र की आवश्यकता होती है। इस क्रिया को करते समय गर्दन को तिरछी रखकर मुंह से सांस लेना है। कभी भी इस क्रिया को करते समय नाक से सांस न लें। ऐसा करने से पानी दिमाग में चल जाएगा।
सूत्रनेति
इस क्रिया के द्वारा शरीर का शुद्धिकरण होता है। इस क्रिया के लिए पहले धागे का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन अब यह आसानी से मेडिकल स्टोर में मिल जाता है। इस क्रिया में पहले इस सूत्र नेति को पानी से साफ करके नाक से धीरे-धीरे डाला जाता है जिसे मुंह से निकाला जाता है। मिर्गी के दौरे या अधिक चक्कर आते है तो सूत्र नेति को करने से बचें।
नस्य क्रिया
नाक बहने की समस्या को नस्य क्रिया द्वारा भी सही किया जा सकता है। इसमें नाक में तेल डाल लें। इसमें आप सरसों, अण तेल या फिर क्षणबिंदु तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- लक्ष्मी विलास, संजीवनी, त्रिभुवन कीर्ति की 1-1 गोली का सेवन करे। इससे नाक बहने के साथ कफ की समस्या समस्या से निजात मिलेगा।
- 3-5 बादाम और काली मिर्च और थोड़ी सी खांड लेकर पीस लें। इसका पाउडर का सेवन करने से आपको लाभ मिलेगा।
नाक बहने की समस्या को खत्म करने के लिए एक्यूप्रेशर प्वाइंट भी काफी मददगार है। इसके लिए अपने हाथों की अंगुलियों के टॉप पर 5 मिनट के लिए दबाएं।
नाक बहने की समस्या से निजात पाने के लिए प्राणायामकपालभाति
कपालभाति को करने के लिए सबसे पहले सुखासन में बैठ जाएं और आंखें बंद कर लें। अब दोनों नथुना से गहरी सांस भीतर की ओर लें। अब सांस को बाहर की तरफ छोड़ दें। इस बात का ध्यान रहे कि सांस को बल पूर्वक बाहर निकालना है और आराम से भीतर लेना है। इस तरह से कम से कम 20 बार ऐसा करें।
अनुलोम विलोम
सबसे पहले आराम से बैठ जाएं और आंखें बंद कर लें। ध्यान रहे कि इस मुद्रा में आपकी रीढ़ की हड्डी एकदम सीधी होनी चाहिए।अब बाएं हाथ की हथेली को ज्ञान की मुद्रा में बाएं घुटने पर रखें। इसके बाद दाएं हाथ की अनामिका यानि कि हाथ की सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नथुना पर रखें। अब अंगूठे को दाएं वाले नथुना पर लगा लें। इसके बाद तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें। अब बाएं नथुना से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। फौरन ही दाएं नथुना से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें। अब दाएं नथुना से सांस भरें और अंगूठे से उसे बंद कर दें। इस सांस को बाएं नथुना से बाहर निकाल दें। अनुलोम विलोम का यह पूरा एक राउंड हुआ। इसी तरह के कम से कम 5 बार ऐसा करें।