कोरोना के साथ डेंगू-वायरल और रहस्यमयी बुखार का खौफ, स्वामी रामदेव से जानिए बच्चों को कैसे बनाएं मजबूत
बुखार कोरोना का है या फिर वायरल का है.. या फिर बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से है.. या फिर डेंगू का है, जरूरी ये है कि इससे बचने के लिए हम इम्युनिटी को बढ़ाकर रखें।
क्या करें और क्या न करें! इस वक्त देशभर के माता-पिता ऐसी मुश्किल में फंसे हैं कि जितना सुलझाओं, उलझन उतनी ही बढ़ती जाती है। कोरोना गया नहीं कि बच्चों के स्कूल भी खोल दिए गए। ऊपर से डेंगू और साथ ही रहस्यमयी यानि मिस्ट्री बुखार का खौफ अलग है। कोरोना का जो ताजा आंकड़ा सामने आया है, वो बेहद डराने वाला है। 2 सितंबर को कोरोना के 47 हजार 92 नए मामले सामने आए, जो 1 सितंबर के मुकाबले 12 फीसदी ज्यादा है। इतना ही नहीं, कोरोना का ये आंकड़ा पिछले 2 महीने में सबसे ज्यादा है। परेशानी की वजह सिर्फ कोरोना नहीं है, बल्कि रहस्यमयी बुखार भी है। उत्तर प्रदेश में रहस्यमयी बुखार ने अब तक सैकड़ों जिंदगियां छीन ली हैं। सबसे ज्यादा मेरठ, आगरा, मथुरा, अलीगढ़, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और फिरोजाबाद के इलाकों में इसका इफेक्ट देखा जा रहा है।
इस रहस्यमयी बुखार के लक्षण डेंगू जैसे हैं। बुखार 102 से ऊपर रहता है। शरीर में पानी की कमी हो जाती है। प्लेटलेट्स काउंट अचानक से कम हो जाते हैं। बुखार कम होने में लगभग 10 से 12 दिन का टाइम लगता है। शुरू में तो डॉक्टर ये समझ ही नहीं पा रहे हैं कि ये वायरल फीवर है, डेंगू है या फिर कोई और बैक्टीरियल इंफेक्शन है, लेकिन अब एक्सपर्ट्स ये मान रहे हैं कि वायरल फीवर ने अपना नेचर बदला है, जो बुखार हफ्ते भर में खत्म हो जाता था, वो अब 10 दिन से ज्यादा बना रहता है और लक्षण भी डेंगू और बैक्टीरियल इंफेक्शन वाले ही दिखाई देते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप लक्षणों को पहचाने और वक्त पर इसका इलाज शुरू कर दें। जैसे नाक बहना, गले में खराश होना, आंखें लाल होना, जोड़ों में दर्द, जुकाम, उल्टी और तेज बुखार से प्लेटलेट्स कम होना।
बुखार कोरोना का है या फिर वायरल का है.. या फिर बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से है.. या फिर डेंगू का है, जरूरी ये है कि इससे बचने के लिए हम इम्युनिटी को बढ़ाकर रखें। अब सवाल ये है कि इम्युनिटी को कैसे बढ़ाएं और कैसे इसे मजबूत बनाएं, ये स्वामी रामदेव ने बताया है।
मिस्ट्री बुखार के लक्षण
- तेज बुखार
- जोड़ों में दर्द
- खांसी-जुकाम
- डिहाइड्रेशन
- प्लेटलेट्स कम
- सिरदर्द
- उल्टी
- पेट की परेशानी
बैक्टीरियल बुखार की पहचान
- गले में खराश
- तेज बुखार
- उल्टी
- जोड़ों में दर्द
- जुकाम
- लाल आंखें
- नाक बहना
बदलते मौसम में बरतें सावधानी
- ताजा खाना ही खाएं
- तले-भुने खाने से परहेज करें
- पानी को उबालकर पिएं
- 8-10 ग्लास पानी जरूर पिएं
बुखार आने पर क्या करें?
- फीवर को नापें
- चार्ट बनाएं
- शरीर में पानी की कमी न होने दें
- भरपूर नींद लें
- गिलोय का रस पिएं
- तुलसी के पत्ते चबाएं
- अनुलोम-विलोम करें
बच्चों की इम्युनिटी बढ़ाएं
- आधा घंटा धूप में बिठाएं
- विटामिन-सी वाले फल खिलाएं
- खाने में हरी सब्जियां दें
- रात में हल्दी दूध दें
- आधा घंटा योग कराएं
डेंगू-मलेरिया से ऐसे रहें सावधान
- घर में पानी न जमा होने दें।
- खिड़कियों पर जाली लगाएं
- पूरी बांहों के कपड़े पहनें।
- मच्छरदानी लगाएं।
- नीलगिरी, नीम का तेल बराबर मात्रा में मिलाकर लगाएं।
- कमरे में कपूर जलाएं।
- घर में लोबान जलाएं।
योग करिए, बीमारी से दूर रहिए
- मंडूकासन
- शशकासन
- योगमुद्रासन
- वक्रासन
- अर्ध मत्स्येन्द्रासन
- गोमुखासन
- पश्चिमोत्तानासन
- पवनमुक्तासन
- मर्कटासन
- उत्तानपादासन
सूर्य नमस्कार के फायदे
- इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग करता है
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में सहायक
- वजन घटाने में मददगार
- शरीर को डिटॉक्स करता है
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
- पाचन तंत्र बेहतर होता है
- शरीर को ऊर्जा मिलती है
- फेफड़ों तक ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचती है
दंड बैठक के फायदे
- डिप्रेशन दूर होता है
- शरीर के मसल्स मजबूत होते हैं
- मोटापे को दूर करता है
- पैरों और जांघों को मजबूती मिलती है
- सीना और भुजाएं चौड़ी होती हैं
- दिल के रोगों से बचा जा सकता है
- मसल्स को मजबूत बनाता है
- वजन को नियंत्रण में रखता है
तिर्यक ताड़ासन के फायदे
- शरीर लचीला रहता है
- वजन घटाने के लिए कारगर
- ये आसन लंबाई बढ़ाता है
- दिल को मजबूत बनाता है
पादहस्तासन के फायदे
- डिप्रेशन दूर होता है
- फेफड़ों को स्वस्थ बनाता है
- सांस संबंधी दिक्कत दूर होती है
- पाचन संबंधी समस्या दूर होती है
- सिर में रक्त संचार बढ़ता है
मंडूकासन के फायदे
- डायबिटीज को दूर करता है
- पेट और दिल के लिए लाभकारी
- पाचन तंत्र सही होता है
- लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है
शशकासन के फायदे
- डायबिटीज दूर होती है
- तनाव और चिंता दूर होती है
- क्रोध, चिड़चिड़ापन दूर करता है
- मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है
- लिवर और किडनी के रोग दूर होते हैं
वक्रासन के फायदे
- पेट पर पड़ने वाला दबाव फायदेमंद
- कैंसर की रोकथाम में कारगर
- पेट की कई बीमारियों में राहत
- पाचन क्रिया ठीर रहती है
- कब्ज ठीक होती है
सूक्ष्म व्यायाम के फायदे
- शरीर पूरा दिन चुस्त रहता है
- शरीर में थकान नहीं होती है
- कई तरह के दर्द से राहत
- ऊर्जा का संचार करता है
- जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है
कारगर प्राणायाम
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भस्त्रिका
- भ्रामरी
- उज्जायी
- उद्गीथ
भस्त्रिका के फायदे: लंग्स क्लियर करता है। दिल को स्वस्थ रखने में सहायक।
अनुलोम विलोम के फायदे: बॉडी में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है। तनाव और चिंता दूर होती है। अस्थमा के रोग को दूर करता है। वजन घटाने में बेहद कारगर प्राणायाम।
कपालभाति के फायदे: पेट के लिए बेहद कारगर प्राणायाम। सांस लेने में आसानी होती है। नर्व मजबूत बनते हैं। शरीर के ब्लड फ्लो में सुधार होता है।
उद्गीथ के फायदे: तनाव और चिंता दूर होती है। वजन घटाने में मदद करता है। नर्वस सिस्टम को ठीक रखता है।
उज्जायी प्राणायाम के फायदे: दिमाग को शांत करता है। शरीर में गर्माहट आती है। ध्यान लगाने की क्षमता बढ़ती है। दिल के रोगों में फायदेमंद।
गिलोय के फायदे
- गिलोय खून की कमी दूर करने में सहायक।
- पेट से जुड़ी बीमारियों में लाभकारी
- बुखार दूर करने में बेहद कारगर
- हाथ-पैर में जलन दूर करता है
इम्युनिटी बढ़ाने के लिए
- श्वसारि क्वाथ
- अश्वशिला
- च्यवनप्राश
- शहद
- एलोवेरा जूस
- गिलोय जूस
- भस्त्रिका 5 मिनट
- उज्जाय़ी 10 बार
- अनुलोम विलोम
- भ्रामरी 10 बार