रोगों से जंग लड़ने में शरीर में भरपूर ताकत होना जरूरी है। समय-समय पर अपनी स्ट्रैंथ की जांच कर आप बीमारियों से दूर जरूर रह सकते हैं। एकबार मसल्स प्रॉब्लम बढ़ी तो समझ लीजिए, वक्त से पहले बुढ़ापे वाली परेशानियां शुरु हो सकती हैं। आजकल जिस स्पीड से यंगस्टर्स और टीनएजर्स को बीमारियां घेर रही हैं, उसे देखते हुए तो हाई अलर्ट रहने की जरूरत है। अब खाने को ही ले लीजिए लोग खाने में कोई कमी नहीं करते और वर्कआउट न के बराबर करते हैं। इस तरह की लाइफस्टाइल से मांसपेशियां वीक होने लगती है। शरीर में एनर्जी और एक्टिविटी कम हो जाती है। ऐसे में गिरने या फिसलने पर हड्डी टूटने का खतरा बढ़ जाता है। वैसे 40 साल की उम्र के बाद हर 10 साल में 3 से 8% तक मसल्स लॉस होने लगता है। ऐसे में वक्त रहते अपने शरीर को फिट बनाने का काम शुरू कर दीजिए। स्वामी रामदेव से जानते हैं शरीर को ताकतवर कैसे बनाएं।
कमजोर मांसपेशी के क्या हैं लक्षण?
पैरों में कमजोरी
जल्दी थकान
लो स्टेमिना
बॉडी इम्बैलेंस
कम उम्र में हो रही हैं ये बीमारी
आर्थराइटिस
मसल्स प्रॉब्लम
शुगर
हाई ब्लड प्रेशर
थायराइड
फैटी लिवर
ओबेसिटी
हार्ट डिजीज
कमजोर मसल्स से खतरे में ऑर्गन
हार्ट
ब्रेन
लंग्स
लिवर
स्पाइन
आंख
एनर्जी और एक्टिविटी में कमी
गिरने पर हड्डी टूटने का खतरा
सर्जरी के बाद रिकवरी में देरी
सार्कोपेनिया खतरनाक
तेजी से मसल्स लॉस
हाथ की पकड़ कमजोर होना
वजन घटना
कमजोर मसल्स की क्या है वजह?
शरीर में खून की कमी
नसों पर दबाव
जेनेटिक डिसऑर्डर
ऑटो इम्यून डिजीज
संक्रमण
मसल्स की कमज़ोरी कैसे दूर करें?
रोजाना व्यायाम करें
विटामिन-डी से भरपूर खाना खाएं
दिन में 4-5 लीटरपानी पिएं
आंवले का सेवन करें
मांसपेशियों का दर्द क्या हैं उपाय?
पैदल चले
रोज़ दूध पीएं
ताज़ा फल खाएं
हरी सब्ज़ियां खाएं
ज़्यादा देर ना बैठे
मोटापा घटाएं
वर्कआउट करें
जंक फूड से परहेज़
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