महाराष्ट्र में तेजी से बढ़े खसरा (Measles) के मामले, केंद्र ने कई राज्यों के लिए जारी की एडवाइजरी
Measles alert: मुंबई में लगातार खसरा के मामले बढ़ रहे हैं। अब तक यहां 220 से ज्यादा बच्चे इस बीमारी के शिकार हो चुके हैं।
Measles alert: मुंबई में पिछले कुछ महीनों में खसरा के मामले बढ़े हैं। यहां अब तक कुछ 220 मामले सामने आ चुके हैं जिसमें से 13 मामले इस महीने सामने आए हैं। हालिया मामला कल का है जहां इस बीमारी से 8 महीने के बच्चे की मौत हो गई। इसके अलावा खबर है कि राज्य के भिवंडी जिले में खसरा के कारण 3 बच्चों की मौत भी हुई है। वहीं, बढ़ते मामलों को देखते हुए अब केंद्र सरकार ने भी महाराष्ट्र समेत कई राज्यों के लिए एडवाइजरी जारी की है।
बच्चों को तेजी से क्यों शिकार बना रही है ये वायरल बीमारी?
बता दें कि खसरा (Measles) एक वायरल बीमारी है जो कि बच्चों में ज्यादा होती है। इस साल की शुरुआत से ही महाराष्ट्र में इसके कई मामले आ रहे थे और अब खबरों की मानें तो कुल 3,534 मामले आए हैं। इसमें ध्यान देने वाली बात यह है ये बीमारी कमजोर इम्यूनिटी वाले बच्चों में ज्यादा फैल रही है। ये बीमारी 7 से 14 दिनों के अंदर बच्चों में फैलती है और उनमें कई प्रकार के लक्षण (measles symptoms) नजर आते हैं। जैसे बुखार, स्किन पर लाल रैशेज होना खांसी और नाक बहने की समस्या।
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सेंटर ने जारी की एडवाइजरी
खसरा के मामले लगातार बढ़ने से केंद्र सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए कुछ राज्यों को अलर्ट रहने की सलाह दी है। केंद्र ने कहा है कि वे विशेष रूप से बिहार, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, केरल और महाराष्ट्र के कुछ जिलों में बढ़ते मामलों से चिंतित है। इसलिए राज्यों को इस बीमारी से लड़ने के लिए पूरी तैयारी से रहना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, विशेषज्ञों की टीमों को झारखंड के रांची, गुजरात के अहमदाबाद और केरल के मलप्पुरम में जांच के लिए भेजा जा रहा है। इस जांच में राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों की सहायता करेंगे और इसे नियंत्रित करने और इससे बचने के तरीकों में मदद करेंगे।
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बता दें कि महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. तानाजी सावंत ने मंगलवार को राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, नगर निगम के अधिकारियों और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के विशेषज्ञों के साथ भी बैठक की। WHO ने पिछले साल चेतावनी दी थी कि कोरोना के कारण लाखों शिशु जिनका टीकाकरण नहीं हो पाया है उन्हें आगे चल कर कई बीमारियों का खतरा हो सकता है। इसलिए सरकार को अब व्यापक तौर पर टीकाकरण शुरू करना चाहिए।