योग और आयुर्वेद से मॉनसून से जुड़ी बीमारियों को दें मात, स्वामी रामदेव से जानिए रामबाण योगासन
स्वामी रामदेव ने योग और आयुर्वेद के उस सुरक्षा चक्र के बारे में जानकारी दी है, जिससे आप इन बीमारियों को मात दे सकते हैं।
बारिश का मौसम दस्तक दे चुका है। इसके साथ ही सर्दी, जुकाम, खांसी सहित अन्य कई बीमारियां भी हमला बोलने के लिए तैयार हो जाती हैं। कोरोना काल में खुद को स्वस्थ रखना, इम्यूनिटी बढ़ाना बहुत जरूरी है। अगर ऐसा नहीं किया ये बीमारियां जानलेवा साबित हो सकती हैं। वायरस को बढ़ा सकती हैं। आप और आपके परिवार को संकट में डाल सकती हैं। ऐसे में इंडिया टीवी के स्पेशल प्रोग्राम में स्वामी रामदेव ने योग और आयुर्वेद के उस सुरक्षा चक्र के बारे में जानकारी दी है, जिससे आप इन बीमारियों को मात दे सकते हैं।
कोरोना का बदलता रूप:
- सिर में भयंकर दर्द
- गले में दर्द
- कमजोरी
- सूंघने की क्षमता कम होना
- सर्दी और जुकाम
कोरोने के खिलाफ यौगिक अस्त्र:
- भुजंगासन: इम्युन सिस्टम को ठीक करता है।
- उत्तानपादासन: गैस और कब्ज की समस्या को दूर करता है।
- मर्कटासन: जोड़ों के दर्द को दूर करता है। सर्वाइकल और पेट दर्द ठीक करता है। कमर दर्द में फायदेमंद है। गुर्दे, अग्नाशय और लीवर सक्रिय होते हैं।
- हलासन: सिरदर्द से छुटकारा मिलता है। पाचन सुधारने में मदद करता है। शुगर लेवल को कंट्रोल करता है। त्वचा में निखार लाता है। चेहरे और सिर में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है। तनाव और चिंता दूर करता है।
-मंडूकासन : उदर और हृदय के लिए लाभकारी है। डाइबिटीज से बचाता है। कब्ज और गैस की समस्या दूर करता है। पाचन तंत्र सही करता है। लिवर और किडनी से जुड़े रोग दूर करता है। इम्युनिटी बढ़ाता है। पैन्क्रियाज से इंसुलिन रिलीज करता है।
- वक्रासन: रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है। नर्वस सिस्टम को ठीक करता है। फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाता है।
- गोमुखासन: रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है। लीवर और किडनी स्वस्थ रखता है। पीठ और बांहों को मजबूत रखता है। रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है। थकान, तनाव और चिंता दूर करता है। अस्थमा के रोग में फायदेमंद है।
कोरोना वायरस से संक्रमित हो कर ठीक हो चुके लोगों को प्राणायाम जरूर करना चाहिए। इससे वो अपनी इम्युनिटी बढ़ा सकते हैं:
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भ्रामरी
- भस्त्रिका
- शीतली
- अग्निसार
- उद्गीथ
- उज्जायी
फायदे: फेफड़े मजबूत होंगे। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। डिप्रेशन से बाहर निकलने में मदद मिलती है। तनाव और चिंता दूर होती है। वजन घटाने के लिए कारगर है। सांस से जुड़ी दिक्कतें दूर होती हैं। मॉनसून के रोग दूर होते हैं। सांस लेना आसान हो जाता है। फेफड़ों को ऑक्सीजन मिलता है। अस्थमा के रोगियों के लिए रामबाण है। पाचन क्रिया को सुधारता है। पेट की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
बीमारियों से बचने के लिए योगाभ्यास (बुखार में योगासनों को धीरे-धीरे करना चाहिए):
- शीर्षासन
- सर्वांगासन
- सूक्ष्म व्यायाम
- पवनमुक्तासन
- नौकासन
- त्रिकोणासन
- योग मुद्रासन
- धनुरासन
इम्युनिटी बढ़ाने के लिए ऐसे बनाएं काढ़ा
- आधा चम्मच दालचीनी
- 3 काली मिर्च का चूर्ण
- 2 चुटकी सौंफ
- 5-6 दाने मुनक्का
- तुलसी के 5-6 पत्ते और शहद
- सभी चीजों को 2-3 मिनट उबाल लें
- इम्युनिटी बेहतर करने वाला काढ़ा तैयार है
सेहत के पकौड़े बनाना सीखे
मौसम कोई भी हो या फिर कोई भी बीमारी, स्वामी रामदेव ने बताया कि योग और आयुर्वेद के जरिए हर बीमारी को मात दी जा सकती है। उन्होंने कढ़ी पत्ता, भूमि आंवला, मकोई का पत्ता और ऐलोवेरा का पकौड़ा बनाना सिखाया, जो बारिश के मौसम में एन्जॉय करने के साथ-साथ सेहत का भी ख्याल रखते हैं।