Home Remedies For Loose Motions: बच्चे, व्यस्क या बुजुर्ग दस्त या डायरिया किसी को भी लग सकती है। कुछ लोगों को तो साल में एक-दो बार दस्त लग ही जाती है। यदि सही समय पर इसका उपचार किया जाए तो इस समस्या से जल्द ही निजात पाया जा सकता है। लेकिन अगर दस्त बंद करने पर ध्यान ना दिया जाए तो इससे बड़ी समस्या हो सकती है। दस्त के कारण शरीर में पानी की कमी से डिहाइड्रेशन हो सकता है और कमजोरी आ सकती है। लेकिन दस्त के दौरान खानपान पर ध्यान रखने से काफी हद तक आराम मिलता है। इसलिए दस्त के लक्षण दिखाई देते ही तुरंत डाइट में बदलाव करना जरूरी होता है।
दस्त लगने का मुख्य कारण होता है गलत खानपान और पेट में संक्रमण। इसके अलावा मौसम में बदलाव जैसे कि बरसात या गर्मी में भी दस्त लगने की आशंका काफी बढ़ जाती है। दस्त में बार-बार मोशन होता है जिसके कारण व्यक्ति को तुरंत कमजोरी महसूस होने लगती है। इसके अलावा उसे उल्टी भी होने लगती है और इसमें बुखार लगने की भी संभावना बढ़ जाती है। यदि आपको या आपके घर-परिवार में किसी को दस्त हो गया है तो तुरंत डाइट में बदलाव करें। इससे दस्त को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे दस्त के दौरान किन चीजों को खाना चाहिए और किन चीजों को खाने से परहेज करना चाहिए।
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दस्त में क्या खाएं
- दस्त में खूब पानी पिएं और लिक्विड चीजों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें। जब भी आपको मोशन हो इसके बाद कम से कम एक गिलास पानी जरूर पीएं। यदि आप इस दौरान पर्याप्त मात्रा में पानी पीते हैं तो डिहाइड्रेशन की संभावना नहीं होती। आप नींबू पानी, ओआरएस का घोल, नारियल पानी और स्पोर्ट्स ड्रिंक भी पी सकते हैं।
- दस्त और डायरिया में सादा भोजन सबसे उपयुक्त माना जाता है। इस दौरान कम तेल और बिना मिर्च मसाले वाला खाना खाना चाहिए। आप दलिया, ओटमील जैसे हल्के और सुपाच्य भोजन इस दौरान खाएं।
- इस बात का भी ध्यान रखें कि दस्त में पाचन तंत्र कमजोर हो जाती है। इसलिए एक बार में बहुत ज्यादा भोजन करने के बजाय थोड़ी-थोड़ी देर में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में भोजन करना चाहिए।
- दस्त में दही खाना फायदेमंद होता है। क्योंकि इसमें मौजूद बैक्टीरिया पेट को जल्दी ठीक करने में सहायक होते हैं।
- अगर आपको बार-बार मोशन आ रहा है तो केला खाने से राहत मिलेगी। साथ ही इसमें पोटेशियम की उच्च मात्रा होती है जोकि शरीर के लिए खूब फायदेमंद है।
- दस्त में जीरा को रामबाण उपचार माना गया है। यदि एक चम्मच भुना हुआ जीरा खा लेते हैं तो इससे तुरंत राहत मिलती है। इसके अलावा मेथी के बीज और जीरा को दही में मिलाकर खाने से भी दस्त से आराम मिलता है।
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दस्त में क्या न खाएं
- दस्त में ऐसा भोजन बिल्कुल ना करें जिससे अपच होने की संभावना बढ़ जाए। इस दौरान तला-भुना, मसालेदार और बहुत ज्यादा भारी भोजन नहीं करना चाहिए।
- दस्त में मीठी चीजों को खाने से भी बचना चाहिए। इसलिए दस्त के मरीज को बहुत ज्यादा मीठे फल, गुड़ या मिठाई वगैरह नहीं खानी चाहिए। यहां तक कि आर्टिफिशियल स्वीटनर का भी प्रयोग खाने में नहीं करना चाहिए।
- फाइबर युक्त भोजन भी दस्त के दौरान खाना सही नहीं होता है। क्योंकि इससे पाचन तंत्र तेज होती है और दस्त के दौरान पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। इसलिए दस्त में साबुत अनाज जैसे कि चावल, जौ, गेहूं और सूखे मेवे आदि जैसे फाइबर युक्त चीजें नहीं खानी चाहिए।
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Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।
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