बढ़ता मोटापा कम करने के लिए लोग डाइट के साथ जमकर वर्कऑउट और वॉक करते हैं। लेकिन क्या अपने कभी 5-4-5 वॉकिंग फॉर्मूला के बारे में सुना है। यह फार्मूला सिर्फ आपका वजन ही कम नहीं करता है बल्कि सेहत को और भी कई बेहतरीन फायदे मिलते हैं। 5-4-5 वॉकिंग फॉर्मूला हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है, मोटापा कम करता है और यहां तक कि स्ट्रेस भी रिलीज़ करता है। चलिए जानते हैं कि आखिर 5-4-5 वॉकिंग फॉर्मूला क्या है इसे कैसे किया जाता है और इसे करने से कौन से फायदे मिलते हैं?
क्या है 5-4-5 वॉकिंग फार्मूला?
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5 मिनट की दौड़: यह रूटीन 5 मिनट की दौड़ से शुरू होती है, जिससे हृदय गति बढ़ती है और मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है। यह 5 मिनट की दौड़ ब्लड सर्कुलेशन को तेज करता है जिससे फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है और स्टेमिना के साथ मांसपेशियों को भी मजबूती मिलती है।
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4 मिनट की वॉक: पांच मिनट दौड़ लगाने के बाद अगले स्टेप में 4 मिनट तक सिर्फ वॉक करना है। इससे सांस को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। वॉक करने से मांसपेशियों की थकान कम होती है और अगले स्टेप के लिए थोड़ा आराम मिल जाता है।
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5 मिनट तेज गति से चलना: अगले और फ़ाइनल स्टेप में अब 5 मिनट तेज गति (ब्रिस्क वॉक) से चलना है। यह स्टेप स्टेमिना में सुधार, पैर की मांसपेशियों को मजबूत करने और कार्डियोवैस्कुलर एफिशिएंसी को बढ़ाने के लिए आवश्यक है। तेज चलना एक गेम-चेंजर है - यह आराम से चलने की तुलना में अधिक कैलोरी जलाता है जबकि दौड़ने की तुलना में जोड़ों पर आसान होता है। यह कोर की मांसपेशियों को भी एक्टिव करता है जिससे बेहतर पोस्चर मिलता है।
5-4-5 वॉकिंग फार्मूला कितने घंटे तक करना चाहिए?
5-4-5 वॉकिंग फार्मूला को कम से कम तीन बार यानी लगभग 45 मिनट तक करना चाहिए। हालाँकि, दो बार यानी 30 मिनट काफी है और भी महत्वपूर्ण लाभ प्रदान कर सकते हैं। शुरुआत में एक या दो बार से शुरू करना और धीरे-धीरे समय को बढ़ाना बेहतरीन विकल्प है।
सेहत को मिलते हैं कौन से फायदे?
5-4-5 वॉकिंग फ़ॉर्मूला से सिर्फ़ कैलोरी बर्न नहीं होती है बल्कि यह पूरे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। दौड़ना, आराम से चलना और तेज़ चलने से कार्डियोवैस्कुलर सहनशक्ति में सुधार होता है और हृदय रोग का जोखिम कम होता है। इस वॉक से शरीर से एंडोर्फिन रिलीज होता है जो तनाव के स्तर को कम करने में मदद करता है। साथ ही शरीर पर अतिरिक्त दबाव डाले बिना मांसपेशियों की कंडीशनिंग में मदद करती है।
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