इस बीमारी में गुच्छों में गिरने लगते हैं बाल, लोग हो जाते हैं गंजे; जानें इसके लक्षण और बचाव के उपाय
एलोपेसिया से ग्रस्त पुरुषों के सामने और साइड के बाल तेजी से झड़ने लगते हैं। वहीं महिलाओं के सिर के बीच वाले बाल झड़ना शुरू हो जाते है। जानिए एलोपेसिया की यह समस्या कब शुरू होती है?
पुरुष हो या महिला हर किसी का बाल झड़ना एक बेहद नॉर्मल प्रोसेस है लेकिन अगर आपके बाल नॉर्मल से ज्यादा झड़ रहे हैं तो आपको सोचना चाहिए। अगर आपके बाल गुच्छों में झड़ रहे हैं तो हो स्काट है कि आप एलोपेसिया से ग्रसित हैं। इस कंडीशन में बालों का झड़ना लगातार बढ़ता जाता है और स्कैल्प पर गोल शेप में पैचेस बनने लगते हैं। जिसे एलोपेसिया एरिटा कहा जाता है। एलोपेसिया से ग्रस्त पुरुषों के सामने और साइड के बाल तेजी से झड़ने लगते हैं। वहीं महिलाओं के सिर के बीच वाले बाल झड़ना शुरू हो जाते है। इस समस्या में पुरुष गंजेपन के शिकार हो जाते हैं। चलिए आपको बताते हैं कि आखिर लोग एलोपेसिया का शिकार क्यों होते हैं और इससे बचाव के लिए आपको क्या करना चाहिए?
एलोपेसिया के लक्षण
- बालों का कमजोर होना
- पुरुष पूरी तरह से गंजे हो सकते हैं
- मूछ, दाढ़ी और पलकों के बाल टूटना
- महिलाएं पूरी तरह से गंजी नहीं होती हैं
- सिर के बालों का जगह जगह से झड़ना
- सिर पर सफेद दाग और लाइन दिखाई देना
क्यों होता है एलोपेसिया?
जब इम्यून सिस्टम हेयर फॉलिकल पर हमला करते हैं तब लोगों को एलोपेसिया की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसी कंडीशन में सिर से बाल टूटने और झड़ने लगते हैं। दरअसल, एलोपेसिया एक ऑटोइम्यून बीमारी है इसमें शरीर का इम्यून सिस्टम हेयर के फॉलिकल पर हमला करने लगता है। इस स्थिति में सिर के बाल पूरी तरह से झड़ जाते हैं।
एलोपेसिया से कैसे करें बचाव?
एलोपेसिया के लिए ऐसा कोई ट्रीटमेंट नहीं है जो उसे पूरी तरह से ठीक करे। लेकिन आप माइल्ड पैची एलोपेसिया में स्टेरॉयड इंजेक्शन, कोर्टिसोन टैबलेट, लेजर और लाइट थेरेपी ट्रीटमेंट की मदद से इसका उपचार कर सकते हैं। इन ट्रीटमेंट को आज़माकर आप भविष्य में बालों के झड़ने को धीमा कर सकते हैं।
एलोपेसिया के लिए घरेलू नुस्खे
एलोपेसिया से छुटकारा पाने के लिए आप कुछ घरेलू नुस्खें भी आज़मा सकते हैं। जैसी, प्याज के रस को स्कैल्प पर लगाना। हम आपको यहां पर कुछ नुस्खे बता रहे हैं जिनकी मदद से आप इस समस्या को कंट्रोल कर सकते हैं।
- एक लोहे की कढ़ाई में नारियल या तिल तेल डालकर गर्म करें। इसके बाद इसमें दरदरा मेथी, करी पत्ता का पेस्ट, भांग की पत्तियों का पेस्ट,नीम के पत्ते, सफेद प्याज का रस, भृंगराज, एलोवेरा, कलौंजी का पाउडर डालकर पकाएं। इसके बाद इसमें थोड़ा सा गाय या बकरी का दूध डालकर पका लें। अच्छी तरह से पक जाने के बाद इसे ठंडा होने दें और छानकर इसे बालों में लगाए।
- सफेज प्याज और गुलर के पत्तों का रस दोनों को बराबर मात्रा में मिलाकर बालों की स्कैल्प में लगा लें। इससे भी लगा लें।
- कौड़ी को रात में नींबू के पानी में भिगो दें। इससे वह पानी में बिल्कुल घुल जाएगी। अब रात को सोने से पहले इसे बालों में अच्छी तरह से लगा लें और सुबह धो लें। इससे एलोपेसिया से निजात मिलेगा।