किडनी फेल होने से पहले क्या करें? स्वामी रामदेव से जानिए इसके लक्षण और योगासन
स्वामी रामदेव ने इंडिया टीवी के स्पेशल प्रोग्राम में योग और आयुर्वेद के जरिए किडनी को फेल होने से पहले ही कैसे बचाना, इसके बारे में बताया है।
क्या आपकी कमर में दर्द रहता है। चेहरे और पैरों में सूजन रहती है। भूख कम लगती है और कभी कभी यूरिन में इंफेक्शन जैसी शिकायत होना.. ये किडनी फेलियर के लक्षण हैं। स्वामी रामदेव ने इंडिया टीवी के स्पेशल प्रोग्राम में योग और आयुर्वेद के जरिए किडनी को फेल होने से पहले ही कैसे बचाना, इसके बारे में बताया है।
स्वामी रामदेव ने बताया कि भुट्टा यानि मक्का किडनी के लिए बहुत फायदेमंद होता है। ये स्वाद और सेहत दोनों के लिए जरूरी है। इस सीजन में भुट्टा आसानी से मिल जाता है। इसलिए इसका सेवन जरूर करना चाहिए। इसके अलावा जामुन का सेवन करें। ये भी फायेदमंद होता है।
किडनी फेलियर के लक्षण:
- सुस्ती और थकान महसूस होना
- सिर में दर्द होते रहना
- मसल्स में खिचाव महसूस होना
- हाथ-पैर में दर्द और ऐंठन
- पीठ में दर्द होना
- यूरिन में ब्लड आना
- यूरिन ब्लॉकेज होना
- कंपकंपी के साथ बुखार आना
- कमजोरी और थकान
- हाथ-पैर में सूजन
- यूरिन में दर्द और जलन
किडनी को कैसे बचाएं:
- शुगर लेवल नहीं बढ़ने दें
- ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखें
- पेन किलर के सेवन से बचें
- एंटीबायोटिक का सेवन कम करें
- स्मोकिंग और तंबाकू से दूर रहें
- ज्यादा नमक और मीठा न खाएं
- रोजाना तीन से चार लीटर पानी जरूर पिएं
हेल्दी किडनी के लिए डाइट में इन चीजों को शामिल करें:
- रोज सेब खाएं
- दिन में एक बार अदरक की चाय पिएं
- प्याज किडनी के लिए फायदेमंद हैं
- लाल शिमला मिर्च फायदेमंद है
- दही खाने से किडनी इंफेक्शन सही होता है
- यूरिन रोककर रखने की आदत छोड़ें
- रोजाना योगा करें
किडनी में फायेदमंद:
- आलू
- अनानास
- चेरी
- गाजर
- तरोई
- टिंडे
- अंगूर
- तरबूज
- नारियल पानी
- भुट्टा
इन योगासनों को दिनचर्या में करें शामिल:
मंडूकासन: लिवर, किडनी को स्वस्थ रखता है। वजन घटाने में मदद करता है। इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक है। पाचन तंत्र सही रखता है।
शशकासन: दिमाग स्वस्थ और शांत रहता है। तनाव और चिंता दूर रहती है। क्रोध और चिड़चिड़ापन दूर होता है। मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है। माइग्रेन के रोग में फायेदमंद है। मोटापा कम करता है। लिवर और किडनी के रोग दूर करता है।
योग मुद्रासन: इम्युनिटी को बढ़ाता है। पेट की चर्बी खत्म होती है। डायबिटीज के मरीज इस योगासन को जरूर करें। पेट से जुड़े रोगों से मुक्ति मिलती है।
भुजंगासन: अस्थमा को दूर भगाने में कारगर है। शरीर को सुंदर और सुडौल बनाता है। किडनी को स्वस्थ बनाता है। लीवर से जुड़ी दिक्कत दूर होती है। रीढ़ की हड्डी मजबूत करता है। रोगों से लड़ने की ताकत मिलती है। दिल को स्वस्थ बनाता है।
पवनमुक्तासन: कब्ज और एसिडिटी से छुटकारा मिलता है। शरीर को पोस्चर को सुधारता है। पैरों और घुटनों के दर्द दूर करता है।
उत्तानपादासन: लीवर और किडनी सक्रिय होती है। तनाव और डिप्रेशन से राहत मिलती है। पीठ, कंधे और गर्दन दर्द दूर करता है।
नौकासन: रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है। फेकड़े को स्वस्थ बनाता है। पाचन शक्ति ठीक करता है। वजन घटाने में मदद करता है। डायबिटीज से बचाता है। किडनी की क्षमता को बढ़ाता है।
उष्ट्रासन: किडनी को स्वस्थ बनाता है। मोटापा दूर करने में सहायक है।
कपालभाति: बंद सांस नली खुल जाती है। सांस लेना आसान हो जाता है। पाचन क्रिया को सुधारता है। वजन घटाने में मदद करता है।
अनुलोम विलोम: रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। पाचन तंत्र मजबूत होता है। शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं।
इन योगासनों को भी करें शामिल:
- वक्रासन
- मर्कटासन
- त्रिकोणासन
- शलभासन
- कटिचक्रासन
- पश्चिमोत्तासन
- सूर्य नमस्कार
किडनी के लिए औषधियां:
- मुक्ता पिष्टी
- पुनर्नवा मंडूर
- चंद्रप्रभा वटी
- मुक्ता पंचामृत रस
- गोक्षुरादि गुग्गुल
- गिलोय पाउडर