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Hindi News हेल्थ महिलाओं को हर रोज करने चाहिए स्वामी रामदेव के बताये ये योगासन, दूर होंगी तमाम समस्याएं

महिलाओं को हर रोज करने चाहिए स्वामी रामदेव के बताये ये योगासन, दूर होंगी तमाम समस्याएं

स्वामी रामदेव ने आज इंडिाय टीवी पर आधी आबादी यानी कि महिलाओं की समस्याओं पर बात की और तमाम योगासन बताएं जिनसे ये समस्याएं हमेशा के लिए दूर हो जाएंगी।

महिलाएं आजकल तमाम समस्याओं से जूझ रही हैं, चाहे वो हॉर्मोनल्स डिस्बैलेंस हो, पीरियड्स की समस्या हो या फिर गर्भ ना ठहरने की। इन तमाम समस्याओं के निदान योग में छिपे हैं, स्वामी रामदेव आज आधी आबादी यानी कि महिलाओं की समस्याओं पर बात कर रहे हैं। रामदेव ने बताया कि ऐसे कौन से योगासन हैं जो महिलाओं को रोज करने चाहिए जिससे उनकी ये समस्याएं खत्म हो जाए।

स्वामी रामदव ने आज कुछ  ऐसे ही योगासन बताए हैं। आइए जानते है-

भस्त्रिका योगासन

 यह योगासन महिलाओं के लिए बहुत जरूरी है, इससे मोटापा भी दूर होता है और मोटापे से जुड़ी बीमारियां जैसे कि हाई ब्लड प्रेशर, डाईबिटीज जैसी तमाम बीमारियां भी दूर होंगी। 

कैसे करें भस्त्रिका योगासन 

किसी भी शांत वातावरण में बैठ जाइए। आखें बंद करें और थोड़ी देर के लिए शरीर को ढीला छोड़ा दें। हाथों को चिन या ज्ञान मुद्रा में रखें। 10 बार दोनों नथनों से तेज़ गति से सांस लें और छोड़ें।

कपालभाति

रामदेव ने बताया कि कपालभाति बहुत जरूरी योगासन है महिलाओं के लिए,। इस योगासन से महिलाओं की तमाम बीमारियां दूर होंगी। पीरियड्स से जुड़ी समस्याएं दूर होंगी। साथ ही बांझपन जैसी समस्याएं भी इस योग से दूर होंगी। इस योगासन के साथ आप गुड़ और अंकुरित अनाज लें, विटामिन बी 12 और विटामिन डी की कमी दूर होगी।

कैसे करें कपालभाति

कपाल भाति प्राणायाम करने के लिए रीढ़ को सीधा रखते हुए किसी भी ध्यानात्मक आसन, सुखासन या फिर कुर्सी पर बैठें। इसके बाद तेजी से नाक के दोनों छिद्रों से साँस को यथासंभव बाहर फेंकें। साथ ही पेट को भी यथासंभव अंदर की ओर संकुचित करें। तत्पश्चात तुरन्त नाक के दोनों छिद्रों से साँस को अंदर खीचतें हैं और पेट को यथासम्भव बाहर आने देते है। 

अनुलोम विलोम

महिलाओं के लिए अनुलोम विलोम एक जरूरी योगासन है। इससे भी पीरियड्स से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं, साथ ही बांझपन भी दूर होता है। रामदेव ने बताया कि इस योगासन को करने से जोड़ों में दर्द नहीं रहता है। सभी महिलाओं के लिए ये योगासन रामबाण की तरह काम करता है।

कैसे करें अनुलोम विलोम

अनुलोम का अर्थ होता है सीधा और विलोम का अर्थ है उल्टा। यहां पर सीधा का अर्थ है नासिका या नाक का दाहिना छिद्र और उल्टा का अर्थ है-नाक का बायां छिद्र। अर्थात अनुलोम-विलोम प्राणायाम में नाक के दाएं छिद्र से सांस खींचते हैं, तो बायीं नाक के छिद्र से सांस बाहर निकालते है। इसी तरह यदि नाक के बाएं छिद्र से सांस खींचते है, तो नाक के दाहिने छिद्र से सांस को बाहर निकालते है। 

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