इजरायल के वैज्ञानिकों ने लकवा के इलाज के लिए मानव रीढ़ की हड्डी का प्रत्यारोपण किया है। ये जानकारी मध्य इजरायल में तेल अवीव विश्वविद्यालय (टीएयू) ने दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को एडवांस्ड साइंस जर्नल में प्रकाशित एक नए अध्ययन में, टीएयू के वैज्ञानिकों ने मरीजों से लिए गए पेट के वसा ऊतकों से कार्यात्मक रीढ़ की हड्डी के ऊतकों का निर्माण किया।
टीम ने ऊतक कोशिकाओं को दोबारा काम करने के लिए जेनेटिक इंजीनियरिंग का उपयोग किया। उन्हें एक ऐसी स्थिति में वापस लाया जो भ्रूण स्टेम कोशिकाओं जैसा दिखता है, एक प्रक्रिया में रीढ़ की हड्डी के भ्रूण के विकास की नकल करता है। इस तरह, रोगी से ली गई ऊतक कोशिकाओं को मोटर न्यूरॉन्स वाले न्यूरोनल नेटवर्क के 3डी प्रत्यारोपण में बदल दिया गया।
वैज्ञानिकों ने कहा कि उन्होंने ऊतक से एक व्यक्तिगत हाइड्रोजेल भी बनाया है, जो आरोपण के बाद कोई प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया या अस्वीकृति पैदा नहीं करेगा। हाइड्रोजेल से लिपटे स्टेम सेल को तब प्रयोगशाला जानवरों में प्रत्यारोपित किया गया जिसमें 80 प्रतिशत परीक्षणों में सफलतापूर्वक चलने की क्षमता को बहाल किया। शोधकर्ताओं ने आगे कहा, 'हम मनुष्यों में क्व्लीनिकल टेस्ट तक पहुंचने की योजना बना रहे हैं।'
इनपुट - आईएएनएस
Latest Health News