रोज़ाना 10 हज़ार कदम चलने के बाद वर्कआउट करना चाहिए या नहीं... जानें क्या है एक्सपर्ट की राय?
लोग अपन आप को फिट और हेल्दी रखने के लिए वॉक करते हैं। अगर आप दिनभर में 10 हज़ार वॉक पूरी कर लेते हैं तो क्या आपको वर्कआउट करने की ज़रूरत है या नहीं इस बारे में जानिए एक्सपर्ट की राय।
इन दिनों बिगड़ती हुई लाइफस्टाइल की वजह से शरीर कई गंभीर बीमारियों का घर बनते जा रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण अनियमित खानपान और एक्साइसाइज़ की कमी है। हालांकि हाल के कुछ सालों में लोगों में फिटनेस और वर्कआउट को लेकर जारूकता बढ़ी भी है। इन दिनों लोगों में डेली 10 हज़ार स्टेप चलने (10k steps) का क्रेज़ देखा जा रहा है। कई लोगों को ऐसा मनाना है कि रोजाना 10 हजार कदम चलने से फिट और हेल्दी रहेंगे। साथ ही इतना चलने के बाद जिम जाने या एक्स्ट्रा वर्कऑउट करने की ज़रूरत नहीं है।अब इस बात में कितनी सच्चाई है चलिए हम आपको इस आर्टिकल के ज़रिए बताते हैं।हमने नई दिल्ली स्थित पीएसआरआई अस्पताल के वरिष्ठ कंसल्टेंट कार्डियोलॉजी डॉ.रवि प्रकाश से यह जानना चाहा कि क्या रोज़ 10 हजार कदम चलना वर्कआउट की जगह ले सकता है? जानिए क्या है इस पर डॉक्टर की राय?
रोज़ाना 10 हज़ार कदम चलना सेहत के लिए है फायदेमंद: (10k daily steps benefits)
आजकल वॉक को ट्रैक करने के लिए लोग स्मार्टवॉच और कई तरह की मोबाइल एप्स का इस्तेमाल करते हैं, इससे पोता चलता है कि उन्होंने दिन भर में कितनी वॉक की है और कितनी कैलोरी बर्न की है। यह हेल्दी और अच्छी हैबिट है। चलना एक कार्डियो है जिससे आप कई बीमारियों से दूर रहते हैं। रोज़ना 10 हज़ार कदम चलने से दिल की सेहत सही रहती है साथ ही बैड कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है।साथ ही इस एक्सरसाइज़ को कोई भी कहीं भी और किसी भी उम्र में कर सकता है। अगर आप दिन भर में 10 हज़ार स्टेप चलते हैं तो इसका मतलब है आपने लगभग 8 किलो मीटर तक वॉक किया है।इतना चलने से आप 500 किलो के आसपास कैलोरी बर्न करते हैं। यह एक बहुत ही हेल्दी बदलाव है। लेकिन अगर आप दिनभर में 7 हज़ार या 5 हज़ार कदम भी चलते हैं तो इससे आपको नुकसान नहीं होगा। दरअसल, सबसे ज़रूर है आपके शरीर का एक्टिव होना।
क्या 10 हजार कदम चलने के बाद वर्कआउट जरूरी नहीं है? (Is workout not necessary after walking 10 thousand steps)
डॉ. रवि प्रकाश कहते हैं कि 10 हज़ार कदम चलना सेहत के लिए फायदेमंद तो है लेकिन ये हर एक्सरसाइज़ का सब्स्टीट्यूट नहीं है। कई तरह के रेसिस्टेंस एक्सरसाइज़ होते हैं जैसे कि वेट ट्रेनिंग जिससे मांशपेशियां मजबूत बनती है। मसल्स मॉस कभी भी वॉक से नहीं बन सकता है, यह सिर्फ वेट ट्रेनिंग से ही बनेगा। इसलिए वॉक के अलावा हफ्ते में 2 दिन कम से कम वेट ट्रेनिंग और स्ट्रेचिंग करें ताकि आपके सभी अंगों की एक्सरसाइज़ हो सके।