Iodine Deficiency: आयोडीन एक तरह का जरूरी मिनरल है, जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक होता है। शरीर में आयोडीन की कमी होने के कारण थायराइड ग्लैंड बढ़ जाता है। वयस्क ही नहीं बल्कि इसकी कमी से गर्भस्थ शिशु का फिजिकल और मेंटल विकास भी प्रभावित हो सकता है। आयोडीन भ्रूण व नवजात बच्चों के शरीर और दिमाग के विकास में भी वृद्धि करने का काम करता है। यह हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाता है। आयोडीन की कमी होने पर अधिक नींद आना, कॉन्सन्ट्रेशन कम होना, जोड़ों या मांसपेशियों में दर्द, थकान और डिप्रेशन जैसी गंभीर समस्या हो सकती है।
आयोडीन की कमी के लक्षण
भले ही मानव शरीर को आयोडीन की जरूरत बहुत थोड़ी मात्रा में होती है। लेकिन इसकी कमी हमारे शरीर के कई फंक्शंस को भारी नुकसान पहुंचाती है। जैसे- गर्दन में सूजन, वजन बढ़ना, थकान, कमजोरी, सुस्ती, याददाश्त कमजोर होना, बालों का तेजी से झड़ना, मासिक धर्म में अनियमितता, अधिक ब्लीडिंग होना, हार्टबीट तेज होना जैसे कई लक्षण दिखाई देते हैं, जिससे हमारे स्वास्थ्य को भारी नुकसान पहुंच सकता हैं।
बच्चों में आयोडीन की कमी
छोटे बच्चों में आयोडीन की कमी के चलते मानसिक विकलांगता हो सकती है। इसके साथ ही बच्चों में दातों का विकास नहीं होना, मंदबुद्धि होने जैसी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यदि आपके या आपके बच्चे के शरीर में आयोडीन की कमी महसूस होती है। तो आपको तुरंत किसी डॉक्टर के पास जाकर इसकी जांच करवानी चाहिए।
बाल झड़ना और एकाग्रता की कमी
जिन लोगों में आयोडीन की कमी पाई जाती है। उनमें बालों का अत्यधिक झड़ना, ड्राइनेस, बाल पतले होना जैसे प्रमुख लक्षण पाए जाते हैं। मानव शरीर में नए बाल थायराइड हार्मोन के कारण ही उगते हैं। हालांकि इसकी कमी के चलते यह प्रक्रिया खत्म हो जाती है। ऐसे में बालों से जुड़ी कई समस्याएं जन्म लेने लगती हैं और कभी-कभी कुछ लोगों में रूखापन होने के साथ ही मोटी पपड़ी भी जमा होने लगती है। आयोडीन का स्तर कम होने से मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव पड़ता है, जिसकी वजह से कई लोगों में एकाग्रता की कमी या एकाग्रता नष्ट हो जाती है। यह संकेत मिलते ही जांच जरूर करवानी चाहिए।
ठंड लगना और गर्दन में सूजन
हमारे शरीर में आयोडीन का लेवल जब कम होता है। तो शरीर का मेटाबॉलिक रेट भी कम होने लगता है, जिसकी वजह से हमारा शरीर उर्जाहीन महसूस करता है। इसका रिजल्ट यह आता है कि हमे अपने शरीर में कमजोरी, थकान, सुस्ती, आलस और ठंड लगने जैसी कई समस्याएं देखने को मिलती हैं। इसकी कमी होने पर गर्दन में सूजन हो जाती है। बताया जाता है कि, जब थायराइड ग्रंथि को पूरी मात्रा में आयोडीन नहीं मिल पाता है। तो यह खाने वाली चीजों से अधिक मात्रा में आयोडीन अवशोषित करने की प्रक्रिया में लग जाता है। यही कारण है कि ग्रंथि का आकार अधिक बढ़ जाता है और गर्दन भी सूजी हुई दिखाई देने लगती है।
इन फूड्स का करें सेवन
आयोडीन की कमी को पूरा करने के लिए करौंदा, सी फूड्स, रोस्टेड आलू, अंडा, दही इत्यादि खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। इन सभी में विटामिंस, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स, पोटैशियम जैसे अनेकों प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं। साथ ही इनमें आयोडीन भी पाया जाता है। इसलिए इनका सेवन जरूर करना चाहिए। वहीं कुछ फलों का जूस पीना भी फायदेमंद माना जाता है ।
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