International Yoga Day 2021: डायबिटीज पेशेंट रोजाना करें ये 5 योगासन, नैचुरल तरीके से कंट्रोल होगा शुगर लेवल
21 जून को 'अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस' है। आज हम आपको 5 ऐसे योगासन के बारे में बताएंगे जिन्हें अपनाकर आप ब्लड शुगर लेवल को नैचुरल तरीके से नियंत्रित कर सकते हैं।
खराब लाइफस्टाइल की वजह से ज्यादातर लोग जिस बीमारी की चपेट में है वो डायबिटीज है। डायबिटीज बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को अपने खानपान का खास ध्यान रखना होता है। उन्हें हर छोटी से छोटी चीज की जानकारी होना जरूरी है जो उनके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करेगी। दवाइयों के अलावा डायिबिटीज को कंट्रोल करने का एक और तरीका है और वो योगासन है। 21 जून को 'अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस' है। आज हम आपको 5 ऐसे योगासन के बारे में बताएंगे जिन्हें अपनाकर आप ब्लड शुगर लेवल को नैचुरल तरीके से नियंत्रित कर सकते हैं।
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मंडूकासन
मंडूकासन डायबिटीज कंट्रोल करने में कारगर है। इस योगासन को करने के लिए सबसे पहले वज्रासन में बैठ जाएं। मुठ्ठी बांधें और इसे अपनी नाभि के पास लेकर आएं। अब मुट्ठी को नाभि एवं जांघ के पास ऐसे रखें कि मुट्ठी खड़ी हो और उंगलियां आपकी पेट की तरफ हों। इसके बाद सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। छाती को इस प्रकार नीचे लाएं कि वह जांघों पर टिकी रहे। झुकते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि नाभि पर ज्यादा दवाब आए। सिर और गर्दन को ऊपर की ओर रखें। धीरे-धीरे सांस छोड़ें और इस स्थिति को बनाए रखें। फिर सांस लेते हुए अपनी सामान्य अवस्था में आएं।
मंडूकासन के फायदे
- डायबिटीज और कोलाइटिस कंट्रोल करता है
- इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है
- कब्ज और गैस की समस्या करे खत्म
- पाचन तंत्र को करे सही
- लिवर, किडनी को रखें स्वस्थ्य
- वजन घटाने में करें मदद
- इस आसन से पेट संबंधी कई गंभीर बीमारियों से भी राहत मिलती है
- महिलाओं में पीरियड्स की अनियमितता और असहनीय दर्द को कम करता है
योगमुद्रासन
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पद्मासन की मुद्रा में आएं और दोनों हाथों को पीठ की तरफ आराम से लेकर आएं। इसके बाद एक हाथ से पीठ के पीछे की ओर से दूसरे हाथ की कलाई को पकड़ें। अब आगे की ओर झुके। धीरे-धीरे सांस अंदर की तरफ खींचते हुए सिर को उठाएं और फिर पहली अवस्था में आएं।
योगमुद्रासन के फायदे
- पेट और दिल के लिए लाभकारी
- साइनस और माइग्रेन से छुटकारा
- इम्यूनिटी बढ़ाता है
- पाचन तंत्र सही करने में सहायक
- लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है
वक्रासन
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले योगा मैट को बिछा लें। सामने की ओर पैर फैलाएं और हाथों को बगल में रखें। इसके बाद कमर को सीधा रखें और सामने की ओर देखें। अब दाहिने पैर को घुटने से मोड़कर बाएं पैर की तरफ क्रॉस में रखें। इस बात का ध्यान रखें कि हाथ पीछे ले जाएं और पीठ को सीधा रखें। थोड़ी देर तक इसी स्थिति में रुकें और गर्दन को पीछे की तरफ मोड़ें। इसी तरह से पूरी प्रक्रिया को बाएं पैर से भी करें।
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वक्रासन के फायदे
- दूर करता है डायबिटीज
- तनाव और चिंता दूर होती है
- क्रोध, चिड़चिड़ापन दूर करता है
- माइग्रेन के रोग में फायदेमंद
- लिवर, किडनी के रोग दूर होते हैं
- मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है
- मोटापा कम करने में मददगार
गोमुखासन
पहले दोनों पैरों को सामने सीधे एड़ी-पंजों को मिलाकर बैठे। हाथ कमर से सटे हुए और हथेलियां जमीन पर टिकी रहें। अब बाएं पैर को मोड़कर एड़ी को दाएं नितम्ब के पास रखें। दाहिने पैर को मोड़कर बाएं पैर के ऊपर एक दूसरे से स्पर्श करते हुए रखें। इस स्थिति में दोनों जांघें एक-दूसरे के ऊपर रखी जाएंगी। अब सांस भरते हुए दाहिने हाथ को ऊपर उठाकर दाहिने कंधे को ऊपर खींचते हुए हाथ को पीछे पीठ की ओर ले जाएं। इसके बाद बाएं हाथ को पेट के पास से पीठ के पीछे से लेकर दाहिने हाथ के पंजें को पकड़े। गर्दन व कमर सीधी रखें। कुछ देर इसी स्थिति में रुकें और दूसरी तरफ से दोहराएं।
गोमुखासन के फायदे
- डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए सबसे अच्छा
- मांसपेशियां मजबूत करता है
- तनाव और चिंता से मुक्ति दिलाता है
- दिल को स्वस्थ रखता है
- शरीर को लचीला बनाता है
नौकासन
नौकासन करने के लिए सबसे पहले आप पीठ के बल लेट जाएं। अब गहरी सांस भरें और दोनों पैरों को जितना ऊपर उठा सकते हैं उतना उठा लें। दोनों हाथों को पैरों के समान्तर रखते हुए उठें। अपने पैर और कोहनी को मोड़े बिना हाथ को घुटने तक सांस छोड़ने हुए आएं। इस स्थिति में थोड़ी देर रुके और फिर से इसे दोहराएं।
नौकासन के फायदे
- पेट संबंधी विकार दूर होते हैं
- इससे पाचन तंत्र मजबूत रहता है
- कमर दर्द में राहत
- वजन घटाने में मदद करता है
- डायबिटीज को रोकने में सहायक