International Day of Happiness : कैसे दूर होगी स्ट्रेस-टेंशन? स्वामी रामदेव से जानिए बेस्ट फॉर्मूला
आज 'इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पिनेस' है और हैप्पिनेस पर यूनाइटेड नेशंस की एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक भारत खुशहाली के मामले में अपने पड़ोसी देशों से पीछे है। ऐसे में स्वामी रामदेव से खुश रहने के तरीके जानते हैं।
Highlights
- गोमुखासन से फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है।
- चक्रासन कमर, रीढ़ की मसल्स को मजबूत बनाता है।
'चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात' कहने का मतलब तो आप समझ ही गए होंगे। दरअसल, जिस तेजी से चीन में कोरोना के मामले बढ़े हैं, शहर में लॉकडाउन लगाना पड़ रहा है। उसे देखते हुए, ये आशंका जताई जा रही है कि एक बार फिर भारत में भी कोरोना की लहर ना दस्तक दें। टेंशन तो WHO की स्टडी ने भी दे दी है। जिसके मुताबिक पूरी दुनिया में DELTA-CRON के मामले बढ़ने लगे हैं और ऐसे में हो सकता है कि इस बार DELTA-CRON कोरोना की नई लहर लेकर आए। अगर ऐसा हुआ तो ओमिक्रॉन की लहर से चौथी लहर ज्यादा खतरनाक होगी।
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एम्स की हालिया स्टडी के अनुसार कोविड-19 के चलते करीब 53 फीसदी हेल्थ वर्कर साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम फेस कर रहे हैं, निगेटिव इमोशंस से जूझ रहे हैं, तो कुछ को नींद कम आती है, भूख कम लगती है, कुछ ऐसे हैं जिन्हें बात-बात पर गुस्सा आता है। हालात ये है कि हेल्थ वर्कर को मेंटली हेल्दी बनाने के लिए हॉस्पिटल्स में स्पेशल सेशन चलाए जा रहे हैं जिसमें डॉक्टर्स भी शामिल हैं। उन्हें म्यूजिक-डांस, योगा अलग-अलग तरीके से रिलैक्स किया जा रहा है। बता दें कि रिसर्च के मुताबिक हेल्थ वर्कर्स में ये परेशानी दूसरी लहर के बाद ज्यादा देखने को मिली है। वैसे सिर्फ हेल्थ वर्कर ही क्यों रिकवरी के बाद कोरोना पेशेंट्स भी स्ट्रेस-टेंशन,निगेटिव इमोशंस की गिरफ्त में हैं।
वैसे आज 'इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पिनेस' भी है और हैप्पिनेस पर यूनाइटेड नेशंस की एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक भारत खुशहाली के मामले में अपने पड़ोसी देशों से पीछे है। ऐसे में आज स्वामी रामदेव से खुश रहने के तरीके जानते हैं। आइए जानते हैं कि मुश्किल से मुश्किल हालात में भी हमेशा कैसे मुस्कुराएं।
डिप्रेशन में योग:
- शीर्षासन
- सर्वांगासन
- उत्तानपादासन
- शलभासन
- योग निद्रा
- हलासन
- योग मुद्रासन
- पादहस्तासन
- यौगिक जॉगिंग
- सूर्य नमस्कार
सर्वांगासन के फायदे:
- तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है।
- दिल तक शुद्ध रक्त पहुंचता है।
- एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है।
- याद की हुई चीजें भूलते नहीं हैं।
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पादहस्तासन के फायदे:
- डिप्रेशन दूर होता है।
- फेफड़ों को स्वस्थ बनाता है।
- सांस संबंधी दिक्कत दूर होती है।
- पाचन संबंधी समस्या दूर होती है।
- सिर में रक्त संचार बढ़ता है।
मंडूकासन के फायदे:
- डायबिटीज को दूर भगाता है।
- पेट और दिल के लिए लाभकारी है।
- कंसंट्रेशन की क्षमता बढ़ती है।
- पाचन तंत्र सही करने में सहायक है।
- लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है।
गोमुखासन के फायदे:
- फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है।
- पीठ और बांहों को मजबूत बनाता है।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
- शरीर को लचकदार बनाता है।
- सीने को चौड़ा करने में सहायक है।
- शरीर के पॉश्चर को सुधारता है।
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चक्रासन के फायदे:
- कमर, रीढ़ की मसल्स को मजबूत बनाता है।
- त्वचा में चमक आती है।
- सीने को चौड़ा करता है।
- डायबिटीज कंट्रोल होती है।
- पेट की चर्बी कम करता है।
उत्तानपादासन के फायदे:
- पैरों की मसल्स मजबूत होती हैं।
- पेट से जुड़ी बीमारियां ठीक होती हैं।
डिप्रेशन में प्राणायाम:
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भस्त्रिका
- भ्रामरी
- उज्जायी
- उद्गीथ
डिप्रेशन के लिए आयुर्वेदिक उपाय:
- चंद्रप्रभावटी, त्रियोदशांक, गुग्गुल लें।
- अश्वशिला, पीड़ांतक लें।