Hypertension: मुसलमानों में सबसे कम है हाइपरटेंशन की परेशानी, सिख सबसे ज्यादा पीड़ित, जानिए इसका बचाव
Hypertension: अत्यधिक तनाव की वजह से हाइपरटेंशन की परेशानी घर करने लगती है। हाइपरटेंशन, शरीर के अंदर कई तरह के विकारों के लिए जिम्मेदार होता है।
Hypertension: हाल ही में हुए राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 में यह पता चला है कि पंजाब के लोग सबसे ज्यादा डायबिटीज से पीड़ित हैं। वहीं सिख समुदाय के लोग हाइपरटेंशन से सबसे ज्यादा पीड़ित हैं। सर्वेक्षण में पता चला है कि मुसलमानों में हाइपरटेंशन से पीड़ित होने की संख्या सबसे कम है।
अत्यधिक तनाव लेने की वजह से होने वाली हाइपरटेंशन की बीमारे के आंकड़े सर्वेक्षण में बताए गए हैं। आंकड़ों के मुताबिक, देश के 24% पुरुष और 21% महिलाएं हाइपरटेंशन की बीमारी से पीड़ित हैं। इसमें सिख धर्म के सबसे ज्यादा 37% है। वहीं जैन धर्म दूसरे स्थान पर है। जैन धर्म के लोगों की संख्या 30.1% है जिनमें हाइपर टेंशन की समस्या है। हाइपर टेंशन से पीड़ितों में हिंदू में 24% और मुस्लिम धर्म के 21% पुरुष शामिल हैं।
क्या होती है हाइपरटेंशन की परेशानी?
हाइपरटेंशन से कुछ लोगों को सुबह सुबह सिर में तेज़ दर्द होता है, जिसे लोग माइग्रेन समझकर पेन किलर ले लेते हैं। जबकि ये दर्द बीपी बढ़ने का सिग्नल होता है। बढ़े हुए बीपी को माइग्रेन समझने की भूल सेहत पर भारी पड़ती है, इसका खतरनाक असर आंखों की रोशनी पर पड़ता है।
वहीं पेनकिलर किडनी को डैमेज कर देते हैं। वैसे ही देश में हर छठा शख्स हाई बीपी की परेशानी से जूझ रहा है, जिसे कोरोना ने और बढ़ा दिया है, और ये हालात सिर्फ भारत के नहीं है, हाइपरटेंशन की गिरफ्त में पूरी दुनिया है। एक आंकड़े के मुताबिक हर साल 80 लाख लोगों की मौत हाइपरटेंशन से होती है।
दिक्कत वाली बात ये है कि पहले ये बढ़ती उम्र की बीमारी होती थी, लेकिन अब 25 से 35 साल के युवाओं चौगुनी रफ्तार से हाई बीपी के मरीज बन रहे हैं। ज़ाहिर है, इसके पीछे कहीं ना कहीं बिगड़ा लाइफस्टाइल है। जीवन में मामूली बदलाव करके उसे बड़ी दिक्कत से कैसे बचा जा सकता है।
क्या है बढ़ते हाइपरटेंशन की वजह
ज्यादा नमक
वर्कआउट की कमी
अल्कोहल
स्मोकिंग
स्ट्रेस
मोटापा
कैसे दूर करें हाइपरटेंशन
खूब पानी पीएं
स्ट्रेस, टेंशन कम लें
खाना समय से खाएं
जंक फूड से बचें
6-8 घंटे की नींद लें
(Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।)