इस फूल में छिपा है कई बीमारियों का इलाज, ल्यूकोरिया के लिए ऐसे करें इस्तेमाल
महिलाओं और लड़कियों में अक्सर ल्यूकोरिया की समस्या होती है, जिसे सफेद पानी या श्वेत प्रदर भी कहा जाता है। आइए जानते हैं इसका आयुर्वेदिक इलाज।
लड़कियों और महिलाओं में व्हाइट डिस्चार्ज या सफेद पानी की समस्या आम बात है, यह प्राइवेट पार्ट के लिए फायदेमंद होता है और हानिकारक बैक्टीरिया को पनपने नहीं देता। ज्यादातर ये समस्या पीरियड्स के 2 से 3 दिन पहले और बाद में होती है, जिसमें सफेद रंग का चिपचिपा गाढ़ा पदार्थ निकलता है। लेकिन यही सफेद पानी तब समस्या बन जाता है जब ये बार-बार और कई दिनों तक लगातार निकलता है। ऐसा होने पर इसे ल्यूकोरिया या लिकोरिया कहते हैं, जो कि कई बार इंफेक्शन के कारण निकलता है। ल्यूकोरिया के इलाज में गुलमोहर कारगर साबित होता है।
ल्यूकोरिया क्या है? (what is leucorrhoea)
महिलाओं में हर महीने पीरियड्स के दौरान योनि से सफेद पानी निकलता है जो कि महिलाओं में ओवुलेशन के दौरान बढ़ जाता है। यह शरीर की सामान्य प्रक्रिया है, जिसमें किसी उपचार की जरूरत नहीं होती। इस दौरान महिलाओं को अपने खान-पान का खास ख्याल रखना चाहिए। लेकिन अगर ये पानी सफेद की जगह भूरे या पीले रंग का और ज्यादा निकले तो यह बैक्टेरियल इंफेक्शन का संकेत हो सकता है। कई बार यीस्ट इंफेक्शन (Yeast Infection) के कारण भी ऐसा होता है।
ल्यूकोरिया का इलाज (treatment of leucorrhoea)
गुलमोहर का पेड़ आपको अपने घर के आस पास आसानी से देखने को मिल जाएगा। गर्मी से अक्टूबर तक के मौसम में गुलमोहर का पेड़ पत्तियों की जगह फूलों से लदा रहता है। गुलमोहर के पेड़ को पवित्र माना जाता है और इसका आयुर्वेद में भी जिक्र है। औषधीय गुणों से भरपूर गुलमोहर को कई बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है।
आचार्य बालकृष्ण के अनुसार, सफेद पानी यानि ल्यूकोरिया के इलाज में पीले गुलमोहर का इस्तेमाल किया जाता है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए पीले रंग के गुलमोहर के पेड़ की 1-2 ग्राम छाल का पाउडर और फूलों का पाउडर चाहिए होगा। दोनों को मिलाकर साथ में सेवन करने से श्वेतप्रदर या ल्यूकोरिया में लाभ मिलता है।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)
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