क्या आप जानते हैं कि भारत में गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर यानी सर्वाइकल कैंसर तीसरा सबसे आम कैंसर है? एक रिपोर्ट के मुताबिक इस बीमारी का मृत्यु दर 9.1% है। हर साल जनवरी के महीने को सर्वाइकल कैंसर जागरूकता माह के तौर पर मनाया जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों को समय रहते पहचानना बेहद जरूरी होता है।
मामूली दिखने वाले लक्षण
अगर आपका वजन अचानक से कम हो गया है, तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। वेट लॉस सर्वाइकल कैंसर का संकेत साबित हो सकता है। इसके अलावा पैर में दर्द होने पर भी आपको अलर्ट हो जाना चाहिए। आपको बता दें कि सर्वाइकल कैंसर की वजह से आपकी पीठ के निचले हिस्से में भी दर्द महसूस हो सकता है।
न करें नजरअंदाज करने की गलती
क्या आपको असुविधाजनक या फिर अनियमित पेशाब की समस्या का सामना करना पड़ रहा है? अगर हां, तो आपको इस तरह के लक्षण को नजरअंदाज करने की गलती नहीं करनी चाहिए। वेजाइनल डिस्चार्ज भी सर्वाइकल कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी की तरफ इशारा कर सकता है। असामान्य ब्लीडिंग होने पर आपको बिना देरी किए किसी अच्छे से डॉक्टर से कंसल्ट कर लेना चाहिए। इसके अलावा सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों में अनियमित पीरियड्स आना भी शामिल है।
गौर करने वाली बात
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सर्वाइकल कैंसर की जांच करने के लिए पैप टेस्ट करवाना पड़ता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक सर्वाइकल कैंसर को एचपीवी वैक्सीनेशन और आधुनिक स्क्रीनिंग टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके रोका जा सकता है। आपको बता दें कि इसकी वैक्सीन 9 से 26 साल के लड़कियों के लिए अवेलेबल है। सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए हेल्दी और बैलेंस्ड डाइट प्लान को फॉलो करना और रेगुलरली एक्सरसाइज करना बेहद जरूरी है।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)
Latest Health News