आज जब हम अपने आस-पास के माहौल को देखते हैं, तो छोटी-छोटी बात पर लोग मरने-मारने की बात करते हैं। बर्दाश्त करने की क्षमता खत्म हो चुकी है। ऊपर से देश तमाम बीमारियों का घर बनता जा रहा है।
अभी से भारत को डायबिटीज कैपिटल कहा जाने लगा है। बीपी-हार्ट, कैंसर, डिप्रेशन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। साइंटिफिक लाइफ स्टाइल जो प्राचीन भारत की पहचान थी लेकिन भागदौड़ भरी ज़िंदगी में इन सब के बीच कोरोना अलग तबाही मचा रहा है। प्रकृति से दूर बंद कमरे में वक्त बिताएंगे तो गुस्सा भी आएगा, सेहत भी बिगड़ेगी और एंजाइटी जैसी समस्याएं आम हो जाएंगी।
अगर आप भी इस बीमारी से जूझ रहे हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। स्वामी रामदेव ने बताया है कि कैसे मुश्किल हालात में भी मुस्कुराते हुए जिंदगी को सही तरीके से जिया जा सकता है। योग ना सिर्फ शारीरिक मजबूत देता है, बल्कि दिमागी तौर पर भी हमें पावरफुल बनाता है। ताकतवर बनाता है। इसे कैसे मुमकिन करना है, ये स्वामी रामदेव से जानिए।
डिप्रेशन में योग:
- शीर्षासन
- सर्वांगासन
- उत्तानपादासन
- शलभासन
- योग निद्रा
- हलासन
- योग मुद्रासन
- पादहस्तासन
- यौगिक जॉगिंग
- सूर्य नमस्कार
सर्वांगासन के फायदे:
तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है।
दिल तक शुद्ध रक्त पहुंचता है।
एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है।
याद की हुई चीजें भूलते नहीं हैं।
पादहस्तासन के फायदे:
डिप्रेशन दूर होता है।
फेफड़ों को स्वस्थ बनाता है।
सांस संबंधी दिक्कत दूर होती है।
पाचन संबंधी समस्या दूर होती है।
सिर में रक्त संचार बढ़ता है।
पेट में मरोड़- दर्द की समस्या हो सकता है इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम के कारण, स्वामी रामदेव से जानिए इसका कारगर इलाज
मंडूकासन के फायदे:
डायबिटीज को दूर भगाता है।
पेट और दिल के लिए लाभकारी है।
कंसंट्रेशन की क्षमता बढ़ती है।
पाचन तंत्र सही करने में सहायक है।
लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है।
गोमुखासन के फायदे:
फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है।
पीठ और बांहों को मजबूत बनाता है।
रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
शरीर को लचकदार बनाता है।
सीने को चौड़ा करने में सहायक है।
शरीर के पॉश्चर को सुधारता है।
चक्रासन के फायदे:
कमर, रीढ़ की मसल्स को मजबूत बनाता है।
त्वचा में चमक आती है।
सीने को चौड़ा करता है।
डायबिटीज कंट्रोल होती है।
पेट की चर्बी कम करता है।
उत्तानपादासन के फायदे:
पैरों की मसल्स मजबूत होती हैं।
पेट से जुड़ी बीमारियां ठीक होती हैं।
डिप्रेशन में प्राणायाम:
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भस्त्रिका
- भ्रामरी
- उज्जायी
- उद्गीथ
डिप्रेशन के लिए आयुर्वेदिक उपाय:
अश्वशिला, पीड़ांतक लें। चंद्रप्रभावटी, त्रियोदशांक, गुग्गुल लें।
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