रमजान में कैसे करें फास्टिंग कि दिन भर रहें एनर्जी से भरपूर, जानिए स्वामी रामदेव से
फास्टिंग के तमाम फायदे हैं लेकिन जरूरी है कि वो सही तरीके से की जाए, क्योंकि फास्टिंग का सीधा कनेक्शन बॉडी के तीन अंदरूनी एनर्जी से जुड़ा है।
Highlights
- स्वामी रामदेव ने फास्टिंग का सही तरीका बताया
- फास्टिंग करना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है
रमजान का पाक महीना चल रहा है, आज दूसरा जुमा है, इस खास महीने में बंदे रोजा रखकर रब को राजी करते हैं, ऐसा कहा जाता है कि रमजान में खुदा की खास रहमत बरसती है। 1 नेकी के बदले 70 नेकियां गिनी जाती हैं और खुदा रोजेदारों के सारे गुनाह माफ करता है। रोजा रखना, उपवास करना ऊपर वाले की इबादत का एक तरीका तो है ही सेहत के लिहाज से भी इसके कई फायदे हैं, क्योंकि सूरज की पहली किरण से लेकर सूरज ढलने तक यानि 12 से 14 घंटे बिना कुछ खाये-पिए निर्जला उपवास रखा जाता है, और ये बात मॉर्डन साइंस भी मानती है कि फास्टिंग से बॉडी में ऑटोफैगी प्रोसेस शुरू होता है और खुद से शरीर अपने आप को करेक्ट करता है।
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छोटी बीमारी से लेकर कैंसर सेल्स तक खत्म करने की प्रोसेस शुरू हो जाता है, इस दौरान शरीर खुद को रिजुविनेट करता है यही वजह है कि 30 दिन के रोजे जिसमें आपके सब्र का इम्तिहान तो होता है, आपको फिजिकल स्ट्रेंथ भी देते हैं, और मेंटली भी स्ट्रॉन्ग बनाते हैं।
फास्टिंग के तमाम फायदे हैं लेकिन जरूरी है कि वो सही तरीके से की जाए, क्योंकि फास्टिंग का सीधा कनेक्शन बॉडी के तीन अंदरूनी एनर्जी से जुड़ा है। हम बात कर रहे हैं वात, पित्त और कफ की, जिसका बैलेंस बिगड़ने से शरीर में तमाम बीमारियों की एंट्री होती है।
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सेहतमंद रहने के लिए इन तीनों एनर्जी का बैलेंस होना बहुत जरूरी है, जो फास्टिंग से मुमकिन है, ऐसे में रमजान का ये महीना लाइफ स्टाइल से जुड़ी तमाम परेशानियों को दूर करने के लिहाज से भी बेहद खास है। इसमें योग का साथ हो जाए तो शरीर को डबल सुरक्षा चक्र मिल जाता है, रमजान के पाक महीने में रोजेदार रोजे के साथ-साथ योग का कैसे फायदा ले सकते हैं, योग के साथ आयुर्वेदिक तरीके से शरीर को कैसे निरोगी और ताकतवर बना सकते हैं जानिए स्वामी रामदेव से।
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सहर की डाइट
- दूध पिएं
- खजूर खाएं
- फलों का जूस पीएं
- दूध-सेवईं खाएं
- ड्राई फ्रू्ट्स खाएं
- फाइबर से भरपूर सब्ज़ियां खाएं
रोज़ा कैसे खोलें
- गुनगुने नमकीन पानी से रोज़ा खोलें
- गुनगुने पानी से फूड पाइप क्लियर होती है
- शुरुआत खजूर से करें
इफ्तार में क्या खाएं
- मौसमी फल खाएं
- नींबू-पानी पीएं
- शरबत पिएं
- हरी सब्ज़ी खाएं
- सलाद खाएं
क्या ना करें
- तला भुना न खाएं
- ज़्यादा खाने से बचें
पित्त के रोग
- एसिडिटी होना
- अल्सर होना
- बार-बार डकार आना
- हिंचकियां आना
- जॉन्डिस होना
वात के रोग
- घुटने में दर्द होना
- हड्डियों में कैविटी
- शरीर में तेज दर्द
- पैर में ऐंठन होना
- स्किन का रफ होना
- शरीर कमजोर होना
वात की परेशानी में करें ये उपाय
- हरसिंगार, निरगुंडी, एलोवेरा का जूस पिएं
- हल्दी
- मेथी
- सौंठ
- लहसुन
कफ दोष ऐसे करें ठीक
- श्वासारि काढ़ा
- दूध-पिपली
- त्रिकुटा पाउडर
- हल्दी-दूध-शिलाजीत
पित्त दोष ऐसे करें ठीक
- एलोवेरा, लौकी और व्हीटग्रास का जूस पिएं
- घी में लहसुन पकाकर खाएं
- हल्दी,मेथी,सौंठ पाउडर लें
करें ये योगासन
- सूक्ष्म व्यायाम
- योगिक जॉगिंग
- ताड़ासन
- तिर्यक आसन
- वृक्षासन
- गरूड़ासन
- सूर्य नमस्कार
- उष्ट्रासन
- अर्ध चक्रासन
- मकरासन
- भुजंगासन
- शलभासन
- धनुषासन
- मर्टकासन
- पवनमुक्तासनएक पाद उत्तानासन
- कंधरासन
- सेतुबंधासन
- कटि उत्तानासन
- चक्रासन