अप्रैल की शुरुआत में ही गर्मी ने रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। मौसम विज्ञानी वक्त से पहले यानि इसी महीने से लू चलने का खतरा बता रहे हैं। कुछ राज्यों में तो पारा 40 डिग्री पार कर गया है और हीट स्ट्रोक से लोगों के बेहोश होने की खबरें आने लगी हैं। इसलिए इस वक्त ज्यादा अलर्ट रहने की ज़रूरत है जैसे वक्त वक्त पर पानी पीना ताकि शरीर में वाटर लेवल मेंटेन रहे। ये तो सबसे ज़रूरी है क्योंकि शरीर में पानी कम मतलब डिहाइड्रेशन, यानि हार्ट, लिवर, किडनी की बढ़ी टेंशन। दरअसल, गर्मी में बॉडी डिहाइड्रेट होने लगे तो कई तरह की परेशानियां शुरू हो जाती हैं कब्ज, एसिडिटी होती है, पाचन बिगड़ जाता है, ब्लड प्रेशर लो और हाई हो सकता है।
पानी की कमी से खून गाढ़ा हो जाता है जिससे ब्लड सर्कुलेशन बिगड़ता है और हार्ट पर भी ब्लड पंप करने का प्रेशर बढ़ जाता है। ऐसी सिचुएशन में हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ जाता है। गर्मी में पानी की कमी से बॉडी डिटॉक्स नहीं हो पाती जिससे लिवर बीमार हो जाता है। इतना ही नहीं, टॉक्सिंस शरीर से बाहर ना निकले तो किडनी में जमने से पथरी होने का रिस्क भी बढ़ जाता है।
और तो और पानी की कमी मसल्स मूवमेंट को भी अफेक्ट करती है। बॉडी में वाटर लेवल घट जाए तो मांसपेशियों में ऐंठन आने लगती है जिसे क्रैंप्स भी कहते हैं। इन सारी परेशानियों से बचने का एक सिंपल सॉल्यूशन है बॉडी हाइड्रेट रखो और पानी पीते रहो। एक उपाय और है योग-आयुर्वेद की शरण में आओ। शरीर के हर ऑर्गन को इतना मजबूत बनाओ कि बढ़ती गर्मी में कोई अनहोनी ना हो।
पानी की कमी खतरे की घंटी
1% प्यास लगना
5% थकान-कमजोरी
10% धुंधला दिखना
20% जान पर खतरा
पानी की कमी से शरीर में दिखने वाले लक्षण
सिरदर्द
कब्ज
मसल्स पेन
बॉडी क्रैंप
तेज हार्टबीट
थकावट
पानी की कमी, शरीर में बीमारी
मोटापा
हाइपरटेंशन
डायबिटीज
लिवर-किडनी
प्रॉब्लम
प्रोस्टेट
न्यूरो प्रॉब्लम
पानी की कमी कैसे करें पूरी
एक दिन में 8-10 गिलास पानी पीएं
नींबू पानी, शिकंजी नारियल पानी पीएं
तरबूज,खरबूज और संतरा ज़्यादा खाएं
दही-छाछ ज़्यादा पीएं
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