सेहतमंद रहने के लिए अलग-अलग दिन, लोग अलग-अलग बॉडी पार्ट की एक्सरसाइज करते हैं। कभी कार्डियो, कभी एब्स, तो कभी बाईसेप्स! लेकिन आपने कभी ये नहीं सुना होगा कि आज नसों के लिए एक्सरसाइज का दिन है? बहुत से लोग हेल्दी नर्व्स, हेल्दी वेन्स के महत्व को समझते तक नहीं हैं, जबकि हमारे शरीर का जो सरकुलेटरी सिस्टम है, उसमें नसों का रोल काफी अहम है।
वेन्स ब्लड को हार्ट तक ले जाती हैं और इसमें वेन्स के अंदर के वाल्व उसकी मदद करते हैं। जब वाल्व कमजोर हो जाते हैं, तो ब्लड रुकने लगता है और वाल्व के पास जमा होने लगता है। जिससे वेन्स फूल जाती है और नसों के नीले, बैंगनी रंग के गुच्छे बन जाते हैं। पैरों में दर्द और सूजन रहती है।
वैरिकोज की परेशानी पुरुषों से ज्यादा महिलाओं में होती है और इसकी वजह है - हायपरटेंशन, गलत पॉश्चर में बैठना, हाई हील्स पहनना, लंबे वक्त तक खड़े रहना और पेल्विक एरिया में एक्सेस फैट जमना आदि। सर्दियों में वेरिकोज़ की परेशानी और बढ़ जाती है। ऐसे में इस वक़्त जब कोरोना केस लगातार बढ़ रहे हैं आप इस मुसीबत से कैसे बचें? जानिए स्वामी रामदेव से जरूरी आयुर्वेदिक उपाय और योगासन।
स्वामी रामदेव के अनुसार वैरिकोज वेन्स की समस्या से छुटकारा दिलाने में योग काफी कारगर साबित हो सकता है। इसके अलावा घर में मौजूद कुछ चीजों का इस्तेमाल करके ये आयुर्वेदिक लेप को लगा सकते हैं। इससे भी आपको अधिक लाभ मिलेगा।
आयुर्वेदिक लेप बनाने के लिए सामग्री
- एलोवेरा पल्प
- सलाई गुग्गुल का पेस्ट
- गुग्गुल का पेस्ट
- अश्वगंधा पाउडर
- शिलाजीत पाउडर
- नीम के पत्ते का पेस्ट
- हल्दी पाउडर
- एलोवेरा जूस
- मुल्तानी मिट्टी
ऐसे बनाएं आयुर्वेदिक लेप
एक कढ़ाई में एलोवेरा पल्प डाल दें। इसके बाद मुल्तानी मिट्टी छोड़ हर एक चीज डालकर अच्छी तरह से धीमी आंच में पका लें। इसे लगाकर चलाते रहें जिससे कि यह तली में चले नहीं। करीब 10-15 मिनट करने के बाद गुग्गुल अच्छी तरह से मिक्स हो जाएगा। इसके बाद इसमें मुल्तानी मिट्टी डालकर थोड़ी देर और पका लें। आपका आयुर्वेदिक लेप बनकर तैयार है। इस लेप को वैरिकोज वेन्स में लगा लें।
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