इंडिया टीवी पर प्लाज्मा थेरेपी की पूरी पड़ताल, जानिए डॉक्टर्स और प्लाज्मा डोनर से
इंडिया टीवी पर डॉक्टर्स और प्लाज्मा डोनर ने बताया कि प्लाज्मा थैरेपी किस तरह काम करती है।
नई दिल्ली: देश में आजकल हर जगह प्लाज्मा थैरेपी की चर्चा हो रही है। यह एक ऐसी थेरेपी है जिसमें कोरोना वायरस से ठीक हुए मरीज का प्लाज्मा कोरोना वायरस के मरीज को दिया जाता है जिससे वो इस बीमारी से लड़ सके। दिल्ली की सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी आज इस बारे में अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में चर्चा की थी। इंडिया टीवी पर आज प्लाज्मा थेरेपी पर चर्चा हुई, जिसमें देश के बड़े डॉक्टर्स और प्लाज्मा डोनर मौजूद रहे। जिन्होंने इस थेरेपी के बारे में जानकारी दी।
डॉक्टर एस के सरीन, डायरेक्टर, ILBS ने प्लाज्मा थेरेपी के बारे में बात करते हुए बताया कि यह बहुत आसान और सेफ थेरेपी है। हर व्यक्ति जो कोरोना से रिकवर हुआ है वो हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक यह एक्सपेरिमेंटल है, इसकी गारंटी अभी नहीं है, हमें लंबा सफर करना है। डॉक्टर एस के सरीन ने बताया कि हमने प्लाज्मा थेरेपी उन्हीं को दी जिनका इलाज मुश्किल है, जो ठीक हैं जिन्हें हल्के फुल्के लक्षण हैं उनपर हम ये थेरेपी प्रयोग नहीं कर रहे हैं। डॉक्टर ने बताया कि आप हर 10 दिन में प्लाज्मा दे सकते हैं, रोजा करते वक्त भी प्लाज्मा डोनेट कर सकते हैं, कोई तकलीफ नहीं होगी। उन्होंने इसे इबादत बताया।
स्मृति ठक्कर जो कि कोरोना वायरस से ठीक हो चुकी हैं उन्होंने बताया कि जैसे ब्लड डोनेशन होता है वैसा ही था ये। कोई दिक्कत मुझे महसूस नहीं हुई। स्मृति ने आगे कहा- '' पहले मुझे हिचक थी, कि कैसे होगा ये सब, दर्द तो नहीं होगा। जब डॉक्टर्स ने पूरा प्रोसीजर बताई और डॉक्टर इतने कॉन्फिडेंट थे, फिर मुझे सेकंड थॉट नही आए।''
लखनऊ के डॉक्टर तौसीफ खान जो कि कोरोना के मरीजों को ठीक करते-करते कोरोना की चपेट में आ गए थे, उन्होंने भी अपना प्लाज्मा डोनेट किया। उन्होंने बताया कि यह बहुत आसान रहा और मुझे खुशी हुई कि मेरे प्लाज्मा से कोरोना के मरीज ठीक हो रहे हैं।