गिलोय का सेवन करने से दूर होगी डायबिटीज और टीबी जैसी बीमारियां, जानिए इसके फायदे
गिलोय में गिलोइन नामक ग्लूकोसाइड और टीनोस्पोरिन जैसे कई गुण पाए जाते हैं जो आपकी इम्यूनिटी बूस्ट करने के साथ कई बीमारियों से छुटकारा दिलाता है। जानिए गिलोय औषधि के बेहतरीन स्वास्थ्य लाभ।
आर्युवेद में गिलोय को एक महत्वपूर्ण औषधि माना जाता है। इसका सेवन करने से कई खतरनाक बीमारियों से बचा जा सकता है। स्वामी रामदेव के अनुसार गिलोय का सेवन करने से आप अपनी इम्यूनिटी मजबूत करने के साथ-साथ डायबिटीज, ब्लड प्रेशर सहित कई बीमारियों से निजात पा सकते हैं। इतना ही नहीं आयुष मंत्रालय ने इम्यून को मजबूत करके कोरोना से निपटने के लिए कुछ औषधियां बताई है जिसमें गिलोय भी शामिल है। जानिए आखिर क्या है गिलोय और इसके फायदे।
क्या है गिलोय?
गिलोय एक कभी न सुखने वाला पौधा है। इसका तना रस्सी की तरह होता है इसके पत्ते पान के आकार के होते हैं। इसके साथ ही इसमें पीले और हरे रंग के फूल गुच्छे में निकलते हैं। कहा जाता है कि नीम में चढ़ी गिलोय सबसे अच्छी होती है। क्योंकि गिलोय एक ऐसा पौधा है जिस पेड़ में इसकी लता फैलती है वह उसके भी गुण ले लेता है।
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गिलोय में मौजूद तत्व
गिलोय में गिलोइन नामक ग्लूकोसाइड और टीनोस्पोरिन, पामेरिन एवं टीनोस्पोरिक एसिड के अलावा कैल्शियम मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन, फॉस्फोरस, जिंक आदि पाए जाते हैं। इसके अलावा इसमें एंटी- इफ्लेमेटरी पाया जाता है।
गिलोय के फायदे
डायबिटीज के मरीज
अगर किसी व्यक्ति को डायबिटीज है तो रोजाना गिलोय या फिर गिलोय जूस का सेवन करें। इसमें पाया जाने वाला हाइपोग्लाईकैमिक ब्लड शगर को कंट्रोल करने में मदद करता है।
अर्थराइटिस
जोड़ों में दर्द की समस्या, अर्थराइटिस आदि में गिलोय का सेवन फायदेमंद है। गिलोय में एंटी इंफ्लेट्री और एंटीआर्थराइटिक गुण पाए जाते हैं जो इस रोग से निजात दिलाते हैं।
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इम्यूनिटी बढ़ाएं
गिलोय में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो इम्यूनिटी बूस्ट कर सकते हैं। इसलिए रोजाना गिलोय, तुलसी, लहसुन, अश्वगंधा और हल्दी का काढ़ा पीना चाहिए।
तनाव से दिलाएं निजात
गिलोय में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो शरीर से टॉक्सिन को निकालने में मदद करते हैं। जिससे आपका दिमाग शांत रहता है और तनाव से मुक्ति मिलती है।
हिचकी रोकने के लिए
अगर आपको हिचकी आ रही है तो गिलोय काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके लिए दूध में गिलोय और सौंठ का पाउडर मिलाकर पी लें। इससे तुंरत हिचकी आना बंद हो जाएगी।
टीबी रोग
गिलोय के औषधिय गुण टीबी रोग को भी आसानी से सही कर सकते हैं। इसके लिए अश्वगंधा, गिलोय, शतावर, दशमूल, बलामूल, अडूसा, पोहकरमूल और अतीस को बराबर भाग में लेकर इसका काढ़ा बनाएं। इस काढ़ा को सुबह और शाम पिएं।
बवासीर का इलाज
गिलोय बवासीर के लिए भी काफी फायदेमंद है। इसके लिए गिलोय, हरड़ और धनिया के पत्ते को बराबर मात्रा में लेकर पानी में उबाल लें। जब थोड़ा सा पानी बच जाएं को इसे छानकर पी लें। दिन में कम से कम 2 बार इसका सेवन करें। आप चाहे को इस काढ़ा के साथ गुड़ खा सकते हैं।
पाचन को रखें फिट
अगर आपको हमेशा पाचन तंत्र की समस्या रहती है तो गिलोय काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। पाचन तंत्र को ठीक करने के लिए गिलोय, अतिविषा और अदरक का काढ़ा बनाकर पिएं।
अस्थमा में फायदेमंद
जिन लोगों को अस्थमा की समस्या हैं उनके लिए भी गिलोय काफी फायदेमंद है। इसके लिए रोजाना इसके पत्ते या जड़ का सेवन करें।
आंखों की बढ़ाएं रोशनी
आंखों में चश्मा लगा है तो आपके गिलोय मदद कर सकता है। इसके लिए 10 मिली गिलोय के रस में 1-1 ग्राम शहद और सेंधा नमक मिलाकर खूब अच्छी तरह से पीस लें। इसे आंखों में काजल की तरह लगाएं। इससे अंधेरा, चुभन, और काला तथा सफेद मोतियाबिंद रोग से मुक्ति मिल जाएगी।