Uric Acid : शरीर में प्यूरिन नामक तत्व के टूटने से यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ती है। यूरिक एसिड की मात्रा शरीर में अधिक होने के चलते कई तरह बीमारियां अपाकी बॉडी में घर कर लेती हैं। यूं तो यूरिक एसिड मूत्र मार्ग के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है। लेकिन जब बॉडी में इसकी मात्रा बढ़ जाती है, तो यूरिक एसिड क्रिस्टल्स के रूप में जोड़ों और हड्डियों के बीच में इक्ट्ठा होने लगता है।
ऐसा होने पर शरीर में गठिया बाय, जोड़ों में दर्द, किडनी की समस्या और गाउट समेत कई तरह की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए बेहद जरूरी है कि आप अगर इस तरह की परेशानी से गुजर रहे हैं तो इस बात का खास ख्याल रखें कि आपको क्या खाना है और क्या नहीं।
आमतौर पर यूरिक एसिड का असर पैरों में होता है। ये सूजन संबंधी गठिया के सबसे आम रूपों में से एक है। गाउट का अटैक सबसे ज्यादा बॉडी पर तब होता है जब यूरिक एसिड जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है। यूरिक एसिड बॉडी में एक एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करता है और हमारी ब्लड वैसल्स की लाइनिंग की रक्षा करता है।
यूरिक एसिड के मरीजों को अपनी डाइट का खास ख्याल रखना होता है। ऐसे में केवल उन्हीं चीज़ों का सेवन करना चाहिए जिनसे यूरिक एसिड कंट्रोल रहे। अब सवाल ये उठता है कि यूरिक एसिड के मरीज क्या खाएं और किन चीजों से परहेज करें। चावल हमारी थाली का अहम हिस्सा है। क्या यूरिक एसिड के मरीज चावल का सेवन कर सकते हैं। तो इसका जवाब है हां। चावल एक ऐसा फूड है जिसमें प्यूरिन की मात्रा बेहद कम या यूं कहें कि ना के बराबर होती है। जिन लोगों का यूरिक एसिड बढ़ता है वो चावल का सेवन कर सकते हैं।
यूरिक एसिड के मरीज इन बातों का रखें खास ध्यान।
- प्यूरिन से भरपूर फूड की जानकारी रखें ताकि आप ऐसे फूड का सेवन करें जो यूरिक एसिड को कंट्रोल करें।
- दवाईयों का अधिक सेवन गाउट की परेशानी को बढ़ा सकता है इसलिए डॉक्टर की सलाह गके बिना कोई दवा ना लें।
- यूरिक एसिड के मरीज अपने वजन को कम करें। बढ़ता वजन आपको और भी बीमार कर सकता है।
- रेगुलर एक्सरसाइज करें यूरिक एसिड कंट्रोल रहेगा और आप हेल्दी रहेंगे।
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