शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना मतलब ये अपने साथ कई बीमारियां लेकर आता है। यह एक तरह का केमिकल होता है जो शरीर में प्यूरीन नाम का एक प्रोटीन के टूटने से बनता है। जब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है तो इससे जोड़ों में दर्द, सूजन, घबराहट, बैचेनी समेत कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। यहां तक की कई मामलों में तो हाई यूरिक एसिड के मरीजों को हार्ट अटैक, किडनी फेलियर, स्ट्रोक का खतरा भी बना रहता है। इसलिए इसे कंट्रोल करना बेहद ही जरूरी होता है।
अगर इसे कंट्रोल न किया जाए यह अर्थराइटिस का भी कारण बन सकता है। वैसे तो यूरिक एसिड को दवाइयों के अलावा कंट्रोल करने के कई तरीके हैं। आप चाहें तो इसमें गोखरू का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके सेवन से भी हाई यूरिक एसिड पर काबू पाया जा सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं किस तरह से गोखरू यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है साथ ही जानिए सेवन करने का तरीका।
यूरिक एसिड को कम करने में कारगर गोखरू
आयुर्वेद के अनुसार औषधीय गुणों से भरपूर गोखरू में पोटैशियम, विटामिन सी, कैल्शियम, फ्लेवोनोइड, प्रोटीन के साथ नाइट्रेट की मात्रा काफी अधिक होती है। जो यूरिक एसिड के लेवल को कम करने में मददगार होता है। इसके अलावे ये किडनी को भी हेल्दी रखने में सहायक होता है।
यूरिक एसिड के मरीज इस तरह करें गोखरू का सेवन
सबसे पहले रात में गोखरू लेकर पानी में भिगो दें। फिर सुबह उठकर इसके पानी का सेवन करें। इसके अलावा आप इसका काढ़ा भी बनाकर पी सकते हैं। इसके लिए गोखरू को थोड़े से पानी में डालकर उबाल लें। उसके बाद जब यह पानी आधा हो जाए तो इसका सेवन करें। गोखरू का काढ़ा आप सुबह या फिर रात को सोने से पहले सेवन करें। इससे आपको लाभ मिलेगा।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें
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