किचन में मौजूद ये तीन चीज़ें कर देती हैं Bad Cholesterol का सफाया, खून से LDL हो जाता है फ़िल्टर; डाइट में करें शुमार
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के साथ कई हार्ट संबंधी बीमारियां घेर लेती हैं। ऐसे में उसे कंट्रोल करने के लिए आप इन घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल कर सकते हैं
गलत खान-पान की वजह से सिर्फ मोटापा ही नहीं बढ़ता बल्कि हमारे शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol) भी बढ़ता है। बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से लोग दिल से जुड़ी बीमारियों की चपेट में ज़्यादा आते हैं।हमारे शरीर में दो तरह के कोलेस्ट्रॉल होते हैं गुड कोलेस्ट्रॉल और बैड कोलेस्ट्रॉल बैड कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल (LDL) जिसका मतलब है लो-डेंसिटी लिपोप्रोटीन। बैड कोलेस्ट्रॉल आपके ब्लड वेसल्स के दीवाल पर जमने लगते हैं जिससे दिल का दौरा या स्ट्रोक जैसी स्वास्थ्य समस्याओं की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में दिल की सेहत दुरुस्त रहे इसलिए बैड कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में होना चाहिए। इसे कंट्रोल करने के लिए एक्सरसाइज़ के साथ इन तीन चीज़ों को भी अपनी डाइट में भी शामिल करें। चलिए जानते हैं किन चीज़ों के सेवन से बैड कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल हो सकता है।
इन घरेलू नुस्खों से बैड कोलेस्ट्रॉल होगा कंट्रोल: These home remedies will control bad cholesterol
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लहसुन का सेवन: लहसुन के सेवन से बैड कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल होता है।यह हार्ट को हेल्दी रखने के अलाव ब्लड प्रेशर को भी सामान्य रखता है। इसलिए रोजाना 3-4 लहसुन की कली खायें।
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अखरोट का सेवन: अखरोट खाने से ब्लड वेसल्स में जमा हुए बैड कोलेस्ट्रॉल धीरे-धीरे पिघलाता है।इसके सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बैलेंस होने लगती है।
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ओट्स का सेवन: ओट्स का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल किया जा सकता है। ओट्स में घुलनशील फाइबर पाया जाता है, जो कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (LDL) कोलेस्ट्रॉल, को कंट्रोल करता है। साथ ही इसमें ग्लूकॉन नाम का तत्व पाया जाता है जो आंतों की सफाई करता है।
कोलेस्ट्रॉल का कराएं टेस्ट: Get a cholesterol test done
इन घरेलू नुस्खों को आज़माने के साथ ही ब्लड टेस्ट के ज़रिए कोलेस्ट्रॉल की जांच भी करा सकते हैं। डॉक्टर से कंसल्ट कर आप ब्लड टेस्ट करा सकते हैं। यह आपके एलडीएल (LDL), एचडीएल (HDL) कोलेस्ट्रॉल के स्तर की जांच करता है। यह आपकी बॉडी में मौजूद फैट ट्राइग्लिसराइड्स को भी मापता है। हाई ट्राइग्लिसराइड स्तर दिल से जुड़ी बीमारियों की समस्या को बढ़ाते हैं।एक्सपर्ट हर 4 से 6 साल में इसे जांच कराने की सलाह देते हैं। अगर आपको दिल से जुड़ी कोई बीमारी या डायबिटीज है, या आपके परिवार में हाई कोलेस्ट्रॉल की हिस्ट्री है, तो हो सकता है आपको जल्दी जल्दी यह जांच करानी पड़े।