इंटरनेट की वजह से आंखों की रोशनी हो रही कमजोर, बाबा रामदेव के इन योग उपायों से ऐसे रखें अपनी आंखों ख्याल
हर वक्त मोबाइल लैपटॉप से चिपके रहने से बच्चे चिड़चिड़े और लोनली हो रहे हैं। फिजिकल एक्टिविटी कम होने से उनकी ग्रोथ पर भी असर पड़ा है और सबसे बड़ा नुकसान तो आंखों को हैं। जैसे-जैसे स्क्रीन टाइम बढ़ता जा रहा है वैसे-वैसे आंखों की रोशनी कम होती जा रही है।
करीब 27 साल पहले भारत में नई क्रांति आई।15 अगस्त 1995 को देश में इंटरनेट युग की शुरुआत हुई। उस वक्त किसे पता था कि इंटरनेट नाम की ये बला आने वाले वक्त में देश-दुनिया का लाइफस्टाइल पूरा 360 डिग्री बदल देगी और देखिए आज इंटरनेट के बिना ज़िंदगी अधूरी सी महसूस होती है। मोबाइल, लैपटॉप बिना इंटरनेट के किसी काम के नहीं लगते। ऑनलाइन क्लास, वीडियो कॉल, डॉक्टर प्रेसक्रिप्शन और तो और बुक्स तक ऑनलाइन अवेलेबल हैं। यही वजह है कि दुनिया में डिजिटल जनसंख्या 500 करोड़ से ज़्यादा है और इस रेस में चीन के बाद करीब 70 करोड़ यूज़र्स के साथ भारत दूसरे नंबर पर हैं, जो आने वाले 3 साल में 100 करोड़ से ज़्यादा हो जाएंगे। लेकिन इस दौड़ में दिक्कत बस ये है कि इंटरनेट का इस्तेमाल सही हो रहा है कि नहीं क्योंकि ऑनलाइन फ्रॉड की कई खबरें देखने सुनने को मिलती हैं। सोशल मीडिया पर किसी को एब्यूज़ करना। हेरेस करना मामूली बात हो गई है। इन्ही सब परेशानियों से लोगों को बचाने के लिए साइबर सिक्योरिटी की टीमें दिन रात लगी रहती हैं और वक्त वक्त पर जागरुकता अभियान भी चलाती हैं।
आज सेफर इंटरनेट डे भी है। लेकिन गैजेट्स का जो असर सेहत पर पड़ता है उसका क्या करें। हर वक्त मोबाइल लैपटॉप से चिपके रहने से बच्चे चिड़चिड़े और लोनली हो रहे हैं। फिजिकल एक्टिविटी कम होने से उनकी ग्रोथ पर भी असर पड़ा है और सबसे बड़ा नुकसान तो आंखों को हैं। जैसे-जैसे स्क्रीन टाइम बढ़ता जा रहा है वैसे-वैसे आंखों की रोशनी कम होती जा रही है। आंखों में ड्राइनेस, एलर्जी, इंफेक्शन के साथ मायोपिया, कैटरेक्ट, ग्लूकोमा, मैक्युलर डिजेनरेशन जैसी बीमारियां बढ़ रही हैं। इसलिए आज इंटरनेट के सही इस्तेमाल के साथ साथ योग-आयुर्वेद से आंखों की हेल्थ कैसे सुधारे इस पर भी बात करेंगे। क्योंकि योग-आयुर्वेद में ही वो ताकत है जो आंखों को नया जीवन दे सकती है। हाल ही में हुई एक ताज़ा स्टडी ने ये बात साबित भी कर दी हैं। जी हां, बीएचयू में आयुर्वेदिक औषधियों से एक ऐसा नुस्खा तैयार किया गया है, जिससे सिर्फ 1 महीने में सिस्टॉयड मैक्युलर एडिमा जैसी लाइलाज लगने वाली बीमारी के मरीज़ों को भी 90 % तक ठीक करने में सफलता मिली है। ऐसा हो तो चलिए आज योगगुरू से लोगों की नज़र तेज़ करवाते हैं।
आंखों की रोशनी बढ़ाएं
- सुबह-शाम 30 मिनट प्राणायाम करें
- अनुलोम-विलोम करें
- 7 बार भ्रामरी करें
आंखों की रोशनी बढ़ाएं
- 'महात्रिफला घृत' पीएं
- 1 चम्मच दूध के साथ लें
- दिन में दो बार खाने के बाद लें
आंखों की रोशनी बढ़ाएं
- एलोवेरा-आंवला का जूस पीएं
- आंवला से आंखें तेज होती हैं
नजर होगी शार्प
- गुलाब जल में त्रिफला का पानी मिलाएं
- मुंह में नॉर्मल पानी भरें
- त्रिफला-गुलाब जल स आंखें धोएं
नजर होगी शार्प - क्या खाएं?
- किशमिश और अंजीर खाएं
- 7-8 बादाम पानी में भिगोकर खाएं
चश्मा नहीं लगेगा - अगर खाएंगे
- गाजर
- पालक
- ब्रोकली
- शकरकंद
- स्ट्रॉबेरी
चश्मा उतरेगा - क्या खाएं ?
- बादाम, सौंफ और मिश्री लें
- पीस कर पाउडर बना लें
- रात को गर्म दूध के साथ लें
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