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Hindi News हेल्थ भारत में जड़ से खत्म हुई आंखों की ये गंभीर बीमारी, WHO ने की सराहना, जानें कितना खतरनाक है ये रोग

भारत में जड़ से खत्म हुई आंखों की ये गंभीर बीमारी, WHO ने की सराहना, जानें कितना खतरनाक है ये रोग

मेडिकल के क्षेत्र में भारत ने एक और बड़ी सफलता हासिल कर ली है। प्लेग, कुष्ठ रोग और पोलियो जैसी गंभीर बीमारियों को खत्म करने के बाद भारत ने अब आंखों की गंभीर बीमारी ट्रेकोमा को भी जड़ के उखाड़ फेंका है। जानिए क्या है ये बीमारी और इसके लक्षण?

Trachoma Free India- India TV Hindi Image Source : FREEPIK Trachoma Free India

भारत समेत दुनिया के कई देशों में आंखों से जुड़ी गंभीर बीमारी ट्रेकोमा को काबू करना चुनौती बना हुआ था। हालांकि अब भारत में ट्रेकोमा नामक आंखों से जुड़ी बीमारी को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है। जी हां देश को ट्रेकोमा से पूरी तरह छुटकारा मिल गया है। साउथ एशिया में इस बीमारी को मिटाने वाला भारत तीसरा देश बन गया है। इससे पहले नेपाल और म्यांमार से भी इस बीमारी को खत्म किया जा चुका है। भारत की इस उपलब्धि पर WHO यानि विश्व स्वास्थ्य संगठने ने देश की सराहना की है और बधाई दी है।

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ टेड्रोस एडनोम घेबियस ने कहा, भारत ने सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में ट्रेकोमा को खत्म किया है। इस दुर्बल बीमारी से लाखों लोगों को आंखों से जुड़ी परेशानी होती थी। हम इसके लिए भारत को बधाई देते हैं। आपको बता दें WHO ने भारत सरकार के साथ मिलकर ट्रेकोमा को खत्म करने के प्रयास किए। इससे पहले प्लेग, कुष्ठ रोग और पोलियो जैसी बीमारियों को भारत खत्म कर चुका है।

ट्रेकोमा क्या है?

ट्रेकोमा आंखों की बीमारी है जिसका इलाज समय पर न कराया जाए को अंधेपन के शिकार हो सकते हैं। ये एक तरह की संक्रामक बीमारी है जो क्लैमाइडिया ट्रैकोमेटिस नाम के एक जीवाणु से फैलती है। इंफेक्शन होने पर पलकों के अंदर के स्किन खुरदरी होने लगती है। जिसके कारण आंखों में जलन, दर्द, पानी आना, आंखों में धुंधलापन, कॉर्निया डैमेज होने तक का खतरा बढ़ जाता है। ये कारण आपके अंधेपन की वजह भी बन सकते हैं। ये इंफेक्शन किसी को कितनी भी बार हो सकता है। बार बार होने पर पलकें अंदर की ओर मुड़ने लगती है जिससे दिखना बंद हो जाता है।

कैसे फैलता है ट्रेकोमा संक्रमण

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो ये संक्रमण एक से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। और मक्खियों से भी इंसानों में फैल सकता है। बच्चों को इस इंफेक्शन का खतरा ज्यादा रहता है। इसके कई कारण हो सकते हैं। जिसमें गंदगी, भीड़भाड़ वाली जगह में रहना, साफ-सफाई का ध्यान न रखना, सार्वजनिक शौचालय का उपयोग करना शामिल हैं। इससे बचने के लिए साफ पानी की सप्लाई और साफ-सफाई का ख्याल रखना जरूरी होता है।

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