बासी मुंह पानी पीने से मिलते हैं ये 5 असरदार फायदे, जानकर तुरंत करेंगे शुरू
Drinking water without brushing teeth: रोजाना सुबह बिना ब्रश किए पानी पीने के कई फायदे मिलते हैं। आइए जानते हैं कौन कौन सी बीमारियां रहेंगी दूर।
सुबह की शुरुआत अच्छी हो तो पूरा दिन अच्छा जाता है लेकिन कई लोग बिस्तर से उठते ही चाय पीने लगते हैं। बासी मुंह चाय पीने से शरीर बीमारियों का घर बन सकता है, वहीं अगर आप बासी मुंह रोजाना पानी पीने से दिन की शुरुआत करेंगे तो आपको हैरान कर देने वाले फायदे मिलेंगे। बासी मुंह रोजाना पानी पीना पाचन तंत्र को मजबूत करता है और वजन कम करने में भी कारगर है। आइए जानते हैं रोजाना बासी मुंह पानी पीने के 5 बड़े फायदे क्या हैं।
बासी मुंह पानी पीने के क्या फायदे हैं? (What are the benefits of drinking stale mouth water)
- किडनी के लिए बासी मुंह पानी पीना फायदेमंद है, इससे किडनी अच्छे से काम करती है और अगर आपको किडनी स्टोन है, तो उससे भी छुटकारा मिल सकता है।
- वजन बढ़ाना आसान है लेकिन इसे कम करने में बहुत मेहनत लगती है। अगर आप भी वजन कम करने का प्रयास कर रहे हैं तो बासी मुंह पानी पीने से आपको लाभ मिलेगा। इससे शरीर डिटॉक्स होता है और बढ़ता वजन कंट्रोल में रहता है। बासी मुंह पानी पीने से भूख भी कम लगती है।
- बासी मुंह पानी पीने से बाल मजबूत होते हैं और बालों में चमक आती है। पानी से शरीर हाइड्रेट रहता है, जो बालों की सेहत के लिए जरूरी है। इसके साथ ही बासी मुंह पानी पीने से आपका मन शांत रहता है।
- अपच, खट्टी डकार, पेट में दर्द, जलन की समस्या से परेशान लोगों को बासी मुंह पानी जरूर पीना चाहिए। इससे शरीर की अम्लता के स्तर को कम होता है और आपका पाचन तंत्र भी अच्छे से काम करता है। रात में सोने से पहले भी एक गिलास गर्म पानी पीने से सुबह को पेट अच्छे से साफ होता है।
- बासी मुंह पानी पीने से शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं, जिससे चेहरे पर पिंपल्स, झुर्रियां और दाने जैसी समस्याएं कम होती हैं।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)
यह भी पढ़ें: मानसून में तेजी से फैल रहा लेप्टोस्पायरोसिस इंफेक्शन, जानिए इस बीमारी का कारण, लक्षण और बचाव
मेहंदी से दूर होंगे मुंह के छाले, जान लीजिए इस्तेमाल का सही तरीका और फायदे
जिसे आप नॉर्मल खांसी समझ रहे कहीं वो टीबी तो नहीं? जानिए इसके लक्षण और इलाज