पेट के रोगों की दवा है ये सब्जी, जान लीजिए इस्तेमाल का सही तरीका
पेट के रोगों में सहजन बेहद फायदेमंद साबित होती है। सहजन की फली हो या फिर इसकी पत्तियां सभी पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं।
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पेट का स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है। अगर आप पेट संबंधी रोगों से परेशान रहेंगे तो कई गंभीर बीमारियां आपको लग सकती हैं। पेट के रोगों का आयुर्वेद में कई तरह से इलाज किया जाता है। यहां हम आपको सहजन जिसे मोरिंगा भी कहा जाता है उसके फायदे बताने वाले हैं। सहजन के इस्तेमाल से पेट के रोगों का इलाज संभव है। औषधीय गुणों से भरपूर सहजन की पत्तियां हों या फिर इसकी फलियां सभी कई बीमारियों के इलाज में उपयोग की जाती हैं। आइए जानते हैं आचार्य बालकृष्ण के अनुसार पेट के रोगों के लिए सहजन का इस्तेमाल कैसे करें।
पेट के रोगों के लिए सहजन (Drumstick Uses in Abdominal Disease Treatment)
- पाचन शक्ति अच्छी करने के लिए आप सहजन की जड़ के साथ बराबर मात्रा में सरसों और अदरक को पीस लें। इस पेस्ट से गोली बनाएं और रोजाना 1-1 गोली का सुबह और शाम में सेवन करें। इस गोली के सेवन से आपकी पाचन शक्ति बेहतर होगी।
- आंतों में कीड़े होने पर आप सहजन की फलियों की सब्जी खाएं। इस सब्जी से आपकी आंतों के कीड़े खत्म हो जाएंगे।
- सहजन की 4 फलियों को काटकर 1 लीटर पानी में उबालकर काढ़ा बनाएं और इसमें 1 चम्मच सौंठ मिलाकर पिएं। इस काढ़े को पीने से आपकी पाचन शक्ति दुरुस्त होगी।
- पेट में गैस बनने के समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप सहजन की 100 ग्राम छाल में 2 चुटकी हींग और1 चम्मच सोंठ मिलाएं। अब तीनों को पानी की मदद से पीस लें और इसकी गोलियां बना लें। पेट में दर्द और गैस की समस्या में आप इस गोली का सेवन करें।
- पेट दर्द होने पर आप सहजन की पत्तियों को पीसकर इसे हल्का गर्म करें और लेप की तरह इसे पेट पर लगाएं। इस लेप से आपके पेट का दर्द ठीक होगा।
- पेट में पानी भर जाने की समस्या में आप सहजन (Sahjan leaf benefits) का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए सहजन की 50 ग्राम की जड़ को 200 Ml. पानी में मिलाकर इसकी चटनी बनाएं और थोड़ी-थोड़ी मात्रा में लें।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)
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