हाई ब्लड प्रेशर की समस्या दिल के लिए नुकसानदेह है। दरअसल, ये धमनियों की दीवारों को नुकसान पहुंचाती है और फिर हार्ट अटैक से जुड़ी समस्याओं का कारण बनती है। हाई बीपी के पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे कि ज्यादा नमक का सेवन, हाई कोलेस्ट्रॉल और फिर कुछ अन्य कारण। लेकिन, आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि हाई बीपी के पीछे एक हार्मोन भी हो सकता है जो कि मेडिकली इसकी बड़ी वजह है। इस हार्मोन का नाम है एल्डोस्टेरोन (Aldosterone)। तो, आइए जानते हैं एल्डोस्टेरोन का बढ़ना कैसे हाई ब्लड प्रेशर का कारण बनता है।
एल्डोस्टेरोन बीपी कैसै बढ़ाता है?
अतिरिक्त एल्डोस्टेरोन (Aldosterone high bp) शरीर में नमक और पानी दोनों को बनाए रखने का कारण बनता है और तरल पदार्थ की मात्रा में यह वृद्धि आपके ब्लड प्रेशर को को बढ़ा देती है। ज्यादा एल्डोस्टेरोनिज्म वाले सभी लोगों को कम पोटेशियम स्तर का अनुभव नहीं होता है और यही शरीर में हाई बीपी की समस्या बढ़ाती है।
एल्डोस्टेरोनिज्म बढ़ने का कारण
एल्डोस्टेरोनिज्म की समस्या प्राथमिक एल्डोस्टेरोनिज़्म का कारण बन सकती है। प्राथमिक एल्डोस्टेरोनिज़्म के दो मुख्य कारण दोनों ग्रंथियों की अति सक्रियता और एक ग्रंथि पर एक सौम्य ट्यूमर हैं। इसके अलावा शरीर की ग्रंथियों का ओवरएक्टिव होना भी एल्डोस्टेरोनिज़्म का कारण बनता है।
Image Source : socialaldosterone and high bp
एल्डोस्टेरोन बढ़ने के लक्षण-Primary Aldosteronism Symptoms
जिन लोगों को कई प्रकार की ब्लड प्रेशर की दवाएं लेने के बाद भी हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत है, उनमें हाई एल्डोस्टेरोन बढ़ने की समस्या हो सकती है। अतिरिक्त एल्डोस्टेरोन शरीर में नमक और पानी दोनों को बनाए रखने का कारण बनता है जिससे बीपी बढ़ने के अलावा भी कई प्रकार के लक्षण नजर आते हैं। जैसे-
-पूरे शरीर में सूजन
-मांसपेशियों में ऐंठन
-मांसपेशियों में कमजोरी
-थकान
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