अखबार और दूध के पैकेट पर भी है कोरोना का संक्रमण, यूं करें सेनिटाइज
इंडिया टीवी के साथ खास बातचीत में डॉक्टरों ने अखबार औऱ दूध के पैकेट को भी सेनिटाइज करने की सलाह दी है। जानिए कैसे बरतें सावधानी।
कोरोना वायरस के चलते देशभर के कई जिलों को लॉकडाइन किया गया है। जिससे कि इसके संक्रमण को रोका जा सकते हैं। ऐसे में घर के लिए जरूरी समान लेने लिए अगर आपको बाहर जाना पड़ रहा है तो बहुद ही ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। जिससे कि इसके संक्रमण को रोका जा सके। एसएचआरसी की डायरेक्टर शिखा पंवार ने इंडिया टीवी के माध्यम से अपने दर्शकों को कुछ सलाह दी।
इंडिया टीवी के खास शो में एसएचआरसी की डायरेक्टर डॉक्टर शिखा पंवार ने कोरोना वायरस को लेकर कई बातें बताई। उन्होंनें बताया कि आखिरी कैसे जरूरी समान घर लाते समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है। जिससे कि आप और अपनी फैमिली को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा सकते है।
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अखबार अच्छे माहौल में बनता है, लेकिन सप्लाई चेन में हो सकता है उसके साथ वायरस आ जाएगा। इसके लिए अखबार पढ़ने के अवायड करें, 15 दिन न पढ़ें तो कुछ मिस नहीं होगा। अगर आप फिर भी पढ़ना चाहते हैं तो 6-12 घंटे बाद पढ़ लें। अगर धूप अच्छी है तो उसमें रख दें, कोरोना का वायरस धूप में खत्म हो जाता है।
दूध की थैली को डिटर्जेंट के साथ साफ कर दें। दूध की थैली साफ हो जाएगी।
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फल सब्जियों को घर लेकर आएं तो उनके थैलों को फेंक दें और उन फल और सब्जियों को अच्छी तरह से धोकर साफ कर लें।
दरवाजों के हैंडल को ब्लीच इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर वो नहीं है तो लाइजॉल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
कार्डियोलॉजिस्ट डॉं एम वली के मुताबिक लॉकडाउन में अपना ख्याल खुद रखें। इसके साथ ही अनुशासन में रहें। इसके साथ ही लॉकडाउन का मतलब .यह नहीं है कि आप कैदी है बल्कि यह सोचे कि आप घर पर सुरक्षित है।
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