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Hindi News हेल्थ भारत के इन 2 राज्यों में मिला ओमिक्रॉन का नया वेरिएंट CH.1.1, वैज्ञानिकों ने जताई चिंता

भारत के इन 2 राज्यों में मिला ओमिक्रॉन का नया वेरिएंट CH.1.1, वैज्ञानिकों ने जताई चिंता

Covid new variant CH.1.1: दुनिया को जहां लग रहा था कि कोरोना वायरस और इसके वेरिएंट्स खत्म होने की कगार पर हैं वहीं, अब इसका नया वेरिएंट भारत से मिला है।

covid_new_variant- India TV Hindi Image Source : FREEPIK covid_new_variant

Covid new variant CH.1.1:  दुनियाभर में जहां कोरोना वायरस के खत्म होने की उम्मीद थी वहीं, इसका एक नया वेरिएंट आ गया है। दरअसल, कोरोना का एक नया वेरिएंट CH.1.1 महाराष्ट्र और गुजरात से मिला है, जिसने आम लोगों में हड़कंप मचा दिया है। दरअसल, इस वेरिएंट के मामले पिछले दिनों तेजी से बढ़े और सबसे पहले इसका पता महाराष्ट्र से चला। यहां इस वेरिएंट के 16 मामले मिले हैं। तो, वहीं 1 मामला गुजरात से मिला है। इसके बाद वैज्ञानिक एक बार फिर से सतर्क हो गए हैं और उनका मानना है कि आगे चल कर इस वेरिएंट के मामले और बढ़ सकते हैं। आइए जानते हैं इस वेरिएंट के बारे में विस्तार से।

क्या है कोरोना का नया वेरिएंट CH.1.1? 

बता दें कि कोरोना का ये नया वेरिएंट CH.1.1 डेल्टा वेरिएंट के म्यूटेशन से विकसित हुआ है। यानी कि आप इसे ऐसे समझें कि डेल्टा वेरिएंट ने एक नया रूप लिया है जिसकी वजह से, ये वरिएंट आया है। माना जा रहा है कि ये वेरिएंट आगे चल कर संक्रामक रूप ले सकता है और आम लोगों को अपना शिकार बना सकता है।

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आगे चल कर बढ़ सकता है संक्रमण: वैज्ञानिक

इस वेरिएंट के कारण वैज्ञानिको में चिंता बढ़ गई है। दरअसल, आने वाले समय में ये वेरिएंट खुल कर सामने आ सकता है। दरअसल, अभी तक इसे वेरिएंट के मामले उस तरह से सामने नहीं आए हैं जिस तरह से हर बार कोरोना के मामले बढ़ते हैं। लेकिन, ये हमारे वैक्सीन और इम्यून सिस्टम के साथ कैसे रिएक्ट करती है, इस पर काफी कुछ निर्भर करेगा। इसलिए वैज्ञानिक इसे लेकर खुल कर कुछ भी कहने से बच रहे हैं। 

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हालांकि, अभी कोरोना के इस वेरिएंट को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है और इससे जुड़ी हर छोटे-बड़े अपडेट पर नजर रखने को कहा गया है। बता दें कि अभी गुजरात में इस वेरिएंट का एक ही मामला पाया गया है लेकिन वैज्ञानिकों को आशंका है कि आने वाले दिनों में इसके मामले बढ़ सकते हैं। इसलिए, तब तक इसे लेकर लापरवाही बरतना सही नहीं होगा। इसलिए वैज्ञानिकों का सुझाव है कि इसके हर मामले पर कड़ी नजर रखना जरूरी है। 

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