कोरोना के साइड इफेक्ट पर वार, लंग्स से लेकर किडनी तक, स्वामी रामदेव से जानिए हर बीमारी का उपचार
लोग कोविड-19 के साइड इफेक्ट्स से ही परेशान हैं। लोग थकान, वैरिकोज वेन्स, बाल झड़ने, सिरदर्द और ब्लैक फंगस तक की शिकायत से जूझ रहे हैं।
कोरोना की तीसरी लहर की आहट तेज हो चुकी है, लेकिन लोग अभी तक कोविड-19 के साइड इफेक्ट्स से ही परेशान हैं। लोग थकान, वैरिकोज वेन्स, बाल झड़ने, सिरदर्द और ब्लैक फंगस तक की शिकायत से जूझ रहे हैं। ऐसे बहुत सारे कॉम्प्लिकेशंस हैं। मगर आज इसका पूरा समाधान आपको मिलने वाला है। स्वामी रामदेव ने तमाम योगासनों, प्राणायाम, आयुर्वेदिक उपायों और घरेलू नुस्खों के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने ये भी बताया है कि कोरोना से जंग लड़ने के लिए कैसी लाइफस्टाइल होनी चाहिए।
कोरोना के साइड इफेक्ट
- डायबिटीज
- किडनी की बीमारी
- मोटापा
- बालों का झड़ना
- ब्लैक फंगस
- लिवर पर असर
- हार्ट प्रॉब्लम
- कमजोर लंग्स
- लिवर प्रॉब्लम
- वैरिकोज वेन्स
- कमजोरी
- थकान
वैरिकोज वेन्स को दूर करने का उपाय:
जो लोग ज्यादा देर तक बैठ कर या ज्यादा देर तक खड़े होकर, यानि एक ही स्थिति में लंबे समय तक काम करने की पॉजिशन से वैरिकोज वेन्स की समस्या होती है। इसका दूसरा कारण है ओबेसिटी। ज्यादा वजन बढ़ने से भी वैरिकोज वेन्स की प्रॉब्लम होती है। कई बार ब्लड क्लॉटिंग के कारण भी ये समस्या होती है। ऐसे में ब्लड क्लॉटिंग के लिए अर्जुन की छाल पिएं। दालचीनी लें। गोधन अर्क लें। लहसुन-प्याज का सेवन करें। लौकी का जूस, सूप या सब्जी का सेवन करें।
मोटापे की वजह से 20 बीमारियों का खतरा, स्वामी रामदेव से जानिए योग-आयुर्वेद से कैसे घटाएं वजन
मिट्टी में थोड़ी सी हल्दी, अदरक, एलोवेरा और नींम की पत्ती मिलाकर लेप लगाएं। 7 दिन में वैरिकोज वेन्स की प्रॉब्लम ठीक हो जाएगी।
ताड़ासन 25-50 बार करने से नसें रिलेक्स हो जाती हैं। ये लंबाई भी बढ़ाता है। इससे कंसंट्रेशन भी बढ़ता है। दिल को मजबूत बनाता है। ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है।
घुटने-टखने मजबूत होते हैं। दर्द थकान मिटाता है।
शीर्षासन करने से वैरिकोज वेन्स की प्रॉब्लम नहीं होगी। अगर वैरिकोज वेन्स की समस्या होगी तो वो ठीक हो जाएगी। इसके अलावा इससे डिप्रेशन दूर होता है। चेहरे पर चमक आती है। मेमोरी तेज होती है। सिरदर्द में आराम मिलता है।
शीर्षासन, हलासन और सर्वांगासन से नसें मजबूत बनती हैं। सर्वांगासन से तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है। एकाग्रता बढ़ती है। याद की हुई चीजें भूलते नहीं हैं।
हलासन से दिमाग शांत होता है। थायरॉइड की बीमारी ठीक होती है। स्ट्रेस और थकान मिटाता है। रीढ़ की हड्डी में खिंचाव आता है। डायबिटीज कंट्रोल होती है।
- 15 मिनट अनुलोम विलोम करें।
- खाली पेट भुना लहसुन खाएं।
- लंबे-लंबे सांसों के साथ अर्ध हलासन करें।
- इसके बाद 25-50 बार पादवृत्तासन करें।
- पादवृत्तासन वजन घटाने में बेहद कारगर है। पेट की चर्बी कम होती है। बॉडी का बैलेंस ठीक होता है। कमर का दर्द ठीक होता है।
- बैठकर पैर की उंगलियों और अंगूठे को आगे-पीछे करें और पैरों को गोल-गोल घुमाएं।
- खाने-पीने का पूरा ख्याल रखें।
सूक्ष्म व्यायाम बॉडी को एक्टिव करता है। शरीर पूरा दिन चुस्त रहता है। शरीर में थकान नहीं होती है। कई तरह के दर्द से राहत मिलती है। ऊर्जा का संचार करता है।
कमजोरी, थकान और सिरदर्द के लिए उपाय:
कोरोना से रिकवरी के बाद लोग थकान, कमजोरी और सिरदर्द की शिकायत कर रहे हैं। इसके लिए स्वामी रामदेव ने बताया है कि ऐसे लोग सूक्ष्म व्यायाम और प्राणायाम करें, इससे काफी फायदा होगा। दूध में हल्दी, शिलाजीत और च्व्यनप्राश का सेवन करें। पुरुषों को अश्वगंधा और महिलाओं को शतावर का सेवन करना चाहिए। कमजोरी का एक कारण हीमोग्लोबिन की कमी भी है। इसके लिए अनार, गाजर, चुकंदर, मुनक्का और अंजीर सुबह-सुबह खा लिया करें। हरी सब्जियां भी खाएं। आंवला-एलोवेरा का जूस पिएं। टमाटर का सूप पिएं। लंबे सांस भरें। भस्त्रिका करें।
लंग्स में ताकत के लिए उपचार:
कोरोना से रिकवरी के बाद भी लंग्स में ताकत नहीं आ रही है। थोड़ा सा ही दम लगाने पर खांसी आने लगती है। हांफने लगते हैं। इसके लिए स्वामी रामदेव ने बताया है कि 5 मिनट तक लंबी-लंबी सांस भरकर प्राणायाम करें। गर्म पानी पिएं। पानी में तुलसी उबालकर पिएं। श्वसारि गिलोय पिएं। ठंडा पानी ना लें। दही-छाछ न खाएं। रोज प्राणायाम करें। 10-20 बार भुजंगासन और मकरासन करें। दूध में हल्दी, शिलाजीत और च्व्यनप्राश मिलाकर पिएं। ये लंग्स के लिए काफी अच्छा होता है।
लिवर को स्वस्थ बनाने के लिए करें ये काम:
भुजंगासन किडनी को स्वस्थ बनाता है। लिवर से जुड़ी दिक्कत दूर होती है। तनाव, चिंता और डिप्रेशन दूर करता है। कमर का निचला हिस्सा मजबूत होता है। फेफड़ों, कंधों और सीने को स्ट्रेच करता है। रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है। छाती चौड़ी होती है।
दिल को हमेशा कैसे सेहतमंद रखें? इसके बारे में स्वामी रामदेव ने बताया है कि रोजाना उष्ट्रासन, गोमुखासन और प्राणायाम करें। अर्जुन की छाल और दालचीनी पिएं। लौकी का जूस, सूप पिएं और सब्जी खाएं। 15 मिनट सूक्ष्म व्यायाम करें। तले-भुने खाने से बचें। स्मोकिंग बिल्कुल न करें।
किडनी को ऐसे बनाएं हेल्दी:
उष्ट्रासन से किडनी स्वस्थ बनती है। मोटापा दूर करने में सहायक है। शरीर का पॉश्चर सुधरता है। पाचन प्रणाली ठीक होती है। टखने के दर्द को दूर भगाता है।
गोमुखासन की बात करें तो इससे फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है। पीठ, बांहों को मजबूत बनाता है। रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है। शरीर को लचकदार बनाता है। सीने को चौड़ा करने में सहायक है। शरीर के पॉश्चर को ठीक करता है।
कई लोग ऐसे हैं, जिन्हें कोरोना से संक्रमित होने से पहले किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं थी, लेकिन कोरोना से रिकवर होने के बाद कई लोग बीपी-शुगर की गिरफ्त में आ गए हैं। ऐसे में स्वामी रामदेव ने बताया है कि ऐसे लोग भस्त्रिका, कपालभाति, भ्रामरी और अनुलोम विलोम करें। डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए खीरा, करेला, टमाटर का जूस रोजाना सुबह-शाम पिएं। गिलोय का काढ़ा पिएं। मंडूकासन और शशकासन फायदेमंद है।
डायबिटीज को दूर करने के लिए करें ये काम:
मंडूकासन डायबिटीज को दूर करता है। पेट और दिल के लिए लाभकारी है। पाचन तंत्र सही होता है। लिवर, किडनी को स्वस्थ रखता है। 5 योगासन जरूर करें।
योगमुद्रासन से कब्ज की समस्या दूर होती है। गैस से छुटकारा मिलता है। पाचन की परेशानी दूर होती है। छोटी-बड़ी आंते सक्रिय होती है।
किडनी की बीमारी से जूझ रहे हैं तो रोज प्राणायाम करें। कपालभाति-अनुलोम विलोम करें। सुबह नीम के पत्तों का रस 1 चम्मच पिएं। शाम को पीपल के पत्तों का रस 1 चम्मच पिएं। डाइट में प्रोटीन कम करें। नमक कम खाएं।
उत्तानपादासन से पैरों के दर्द में आराम मिलता है। पैरों में सूजन दूर होती है। शुगर के मरीजों के लिए फायेदमंद।
पेट की समस्याओं के लिए करें ये उपाय:
कोरोना के बाद लोगों को पेट से जुड़ी कई समस्याएं देखने को मिल रही हैं। फैटी लिवर बढ़ गया है। कई लोग कोलाइटिस से भी जूझ रहे हैं। वहीं, कई लोग बाल झड़ने की समस्या से भी जूझ रहे हैं। खासतौर पर महिलाओं के बाल बहुत टूट रहे हैं। ऐसे में स्वामी रामदेव ने उपाय बताया है। उन्होंने बताया कि करीब 5 मिनट तक नाखूनों को आपस में रगड़ें। शीर्षासन और सर्वांगासन जरूर करें। घर पर ही मुल्तानी मिट्टी, दही और छाछ, थोड़ा शिकाकाई, जटामासी, रीठा या त्रिफला का पानी मिलाकर उससे धोए। बालों में एलोवेरा लगाएं। नारियल तेल में करी पत्ता पकाकर लगाएं। बालों की जड़ों में प्याज का रस लगाएं। खाने-पीने में हरी सब्जियों का सेवन करें। पानी ज्यादा मात्रा में पिएं। अनुलोम विलोम करने से बालों का झड़ना रुक जाता है।
ब्लैक फंगस को करें दूर:
ब्लैक फंगस से बचने का उपाय है- जलनेति और सूत्रनेति करें। 24 घंटे में एक बार नाक में अणुतेल डालें। सुबह उठकर आंवला, एलोवेरा, गिलोय, तुलसी और नीम का जूस पी लें। इम्युनिटी को मजबूत बनाएं। भस्त्रिका, कपालभाति और अनुलोम विलोम करें। सूर्यनमस्कार करें।
कारगर प्राणायाम
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भस्त्रिका
- भ्रामरी
- उज्जायी
- उद्गीथ
कोरोना के बाद मांसपेशियों में दर्द है तो खान-पान को अच्छा करें। चिंता से दूर रहें। हल्दी, मेथी, सोंठ का इस्तेमाल। एलोवेरा और व्हीटग्रास का सेवन करें।
किसी भी प्रकार की एलर्जी है तो सुबह यौगिक जॉगिंग करें। पानी से एलर्जी है तो गुनगुना पानी पिएं। पानी में गिलोय मिलाकर पिएं। गिलोय हर प्रकार की एलर्जी को दूर करने के लिए अच्छा होता है।
कोरोना से रिकवर होने के बाद यूरिक एसिड बढ़ गया है, इसे कैसे कंट्रोल करें? स्वामी रामदेव ने बताया है कि इसके लिए गोखरू का पानी पिएं। दूध, दही, छाछ, नींबू, टमाटर जैसी खट्टी चीजों का परहेज करें। 1 सप्ताह के अंदर आराम मिलेगा।
कोरोना के बाद से स्मेल-टेस्ट खराब है। इसके लिए स्वामी रामदेव ने बताया है कि अणुतेल का इस्तेमाल करें। अनुलोम विलोम ज्यादा करें। नाक में सरसों का तेल और बादाम रोगन डाल सकते हैं।
कोरोना से ठीक होने के बाद शरीर में दर्द हो रहा है तो यौगिक जॉगिंग करें। सूक्ष्म व्यायाम करें। उष्ट्रासन, भुजंगासन, शलभासन और मर्कटासन जैसे योगासन करें।
सही डायजेशन के लिए गोधन अर्क रोजाना लें। हफ्ते में एक बार त्रिफला चूर्ण लें।
साइड इफेक्ट पर वार:
- ब्रेन के लिए मेधावटी और बादाम रोगन।
- हार्ट के लिए ह्रद्यामृत लें।
- लंग्स के लिए लक्ष्मी विलास, संजीवनी वटी लें।
- मजबूत लंग्स के लिए द्राक्ष का उपवास करें।
- न्यूमोनिया के लिए खाली पेट श्वसारि लें।
- टाइफाइड में खूबकला, अंजीर और मुनक्का लें।