क्या सब्जी-फलों को नमक के पानी में धोने से नहीं होगा कोरोना?, जानें डॉक्टर्स से ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब
कोरोना वायरस को लेकर कई अफवाहें फैल रही है। जानें डॉक्टर्स से इनकी सच्चाई।
कोरोना वायरस को लेकर देश-दुनिया में खौफ फैला हुआ है। देश में भी इस मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। जहां कोरोना वायरस के संक्रमण की चैन को तोड़ने के लिए देश में लॉकडाउन किया गया हैं। ऐसे में जहां लोग अपनी हाइजीन को लेकर सतर्क है। वहीं दूसरी ओर कोरोना वायरस को लेकर कई भ्रम फैले हुए है। जो सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल हो रहे हैं। इंडिया टीवी के खास शो में डॉक्टर्स से जानें आखिर कुछ भी बातें है जो कोरी अफवाह है।
पीठ थपथपाने से कोरोना वायरस से मिलता है निजात
सोशल मीडिया में कई ऐसी अफवाहे फैल रही है कि अगर किसी व्यक्ति की पीठ थपथपाई जाए तो कोरोना वायरस मर जाता है। चीन में बैठे डॉक्टर संजीव ने कहा कि ऐसे बिल्कुल भी नहीं है। बस ऐसा करने से बलगम निकल सकता है। लेकिन वायरस नहीं।
क्या सब्जी-फलों को नमक के पानी में धोने से नहीं होगा कोरोना?
डॉक्टर हर्ष महाजन के अनुसार ऐसा कोई सबूत नहीं है कि लेकिन सब्जियों को धोना बहुत ही जरूरी है। इसके साथ ही ताजे फल खाना बहुत ही जरूरी है। लेकिन फलों औऱ सब्जियों को जरूर पानी से धोएं।
बाहर से वापस आने के बाद बाल धोना जरूरी
कई लोगों का कहना है कि अगर आप बाहर से आए हैं तो नहाने के साथ बाल धोना बहुत ही जरूरी है। ऐसे में डॉक्टर हर्ष महाजन का कहना है कि हर बार बाल धोना जरूरी नहीं है, लेकिन अगर आप हॉस्पिटल गए है या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हो तो फिर आपको जरूर धोना जरूरी है। इसके अलावा हेल्थ सर्विस करने वालों को तो जरूर बाल धोना चाहिए।
ड्रायर को नाक में लगाकर चलाने से मरेगा कोरोना
इस सवाल का जवाब देते हुए डॉक्टर एम वली ने कहा कि हमारी बॉडी के तापमान को आप किसी भी तरह से कम नहीं कर सकते हैं। इसके साथ ही जरूरी है कि शरीर के साथ-साथ नाक को साफ करें। मेडिकल में 3 बार नाक में पानी दिया जाता है। नेचुरल हवा भी हमारे नाक में जाता है। लेकिन ड्रायर से संभव हो ऐसा कोई भी वैज्ञानिक सबूत नहीं है।
मच्छर काटने से कोरोना है फैलता
अगर किसी संक्रमित व्यक्ति को मच्छर काटने से किसी और व्यक्ति को कांट लें तो उससे संक्रमण हो सकता है। इस बार में डॉक्टर एम वली के कहा कि ऐसा संभव नहीं है। नाक, काम और मुंह के माध्यम से ही ये वायरस फैल सकता है। इसलिए अपने हाथों को धोते रहें। इसके अलावा मच्छर के काटने से कई अन्य बीमारियां हो सकती है इसलिए इनसे बचकर रहे।
जूतों के जरिए वायरस है फैलता
कई लोगों का मानना है कि जूतों में 5 दिन तक वायरस तक जिंदा रहता है। जिसके कारण वह घर भी आ सकता है। इस बार में चीन में बैठे संजीव चौके के अनुसार लैदर और प्लास्टिक के जूतों में 2-3 दिन तक कोरोना वायरस जीवित रहता है। जब आप ऐसी एरिया में घूम रहे हैं जहां संक्रमित लोग रह हो तो जूतों के माध्यम से आना जरूरी हो जाता है।
वहीं हर्ष महाजन के अनुसार ऐसा तभी संभव होगा जब आप ऐसी जगह जाए जहां पर संक्रमित लोग हैं या फिर जो लोग खांसते है तो उनकी बूंद नीचे गिरे तो हो सकता है कि जूते से घर आए। इसलिए अपने जूतों को बाहर ही उतारे और घर में दूसरे स्लीपर पहनें।