Coronavirus Live: वैक्सीन प्रोडक्शन में तेजी लाने के लिए सरकार पीएसयू कंपनियों पर जता रही है भरोसा
देश में कोरोना महामारी के साथ ब्लैक फंगस (म्यूकॉरमायकोसिस) का भी कहर बनने लगा है। कमजोर इम्युनिटी और स्टेरॉयड को इसका जिम्मेदार बताया जा रहा है।
देश में कोरोना महामारी के साथ ब्लैक फंगस (म्यूकॉरमायकोसिस) का भी कहर बनने लगा है। कमजोर इम्युनिटी और स्टेरॉयड को इसका जिम्मेदार बताया जा रहा है। डॉक्टरों की इस पर अलग अलग थ्योरी पेश की जा रही है। लेकिन सवाल ये उठ रहा है कि जिस तरह भारत में ब्लैक फंगस बेकाबू हो रहा है उस तरह किसी अन्य देश में नहीं देखा जा रहा। देशभर में अब तक कुल 11 हजार से अधिक ब्लैक फंगस के मामले सामने आ चुके हैं। वहीं कई राज्य पहले ही म्यूकोरमायकोसिस को महामारी अधिनियम के तहत अधिसूचित बीमारी घोषित भी कर चुके हैं।
Live updates : Coronavirus Live
- May 28, 2021 5:59 PM (IST) Posted by Himanshu Tiwari
'मिशन कोविड सुरक्षा' के तहत वैक्सीन प्रोडक्शन में तेजी लाने के लिए सरकार पीएसयू कंपनियों पर जता रही है भरोसा
वैक्सीन के प्रोडक्शन को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि वैक्सीन उत्पादन बढ़ाने के लिए भारत सरकार कुछ पीएसयू कंपनियों को 'मिशन COVID सुरक्षा' के तहत अनुदान के साथ समर्थन करने वाली है। ऐसी ही एक कंपनी हैदराबाद स्थित इंडियन इम्यूनोलॉजिकल लिमिटेड (IIL) है, जिसके मासिक रूप से लगभग 10-15 मिलियन वैक्सीन खुराक का उत्पादन करने की उम्मीद है।
- May 28, 2021 2:51 PM (IST) Posted by Shivanisingh
मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के 1,977 नए मामले, 70 लोगों की मौत
मध्यप्रदेश में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1,977 नए मामले सामने आए जिससे प्रदेश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 7,73,855 हो गयी। राज्य में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 संक्रमण से 70 और व्यक्तियों की मौत हो गई। राज्य में अब तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 7,828 हो गयी है।
यह जानकारी मध्यप्रदेश स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 577 नये मामले इंदौर में आये, जबकि भोपाल में 409 एवं जबलपुर में 99 नये मामले आये। अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में कुल 7,73,855 संक्रमितों में से अब तक 7,27,700 मरीज स्वस्थ हो गये हैं और 38,327 मरीजों का इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 6,845 रोगी स्वस्थ हुए हैं।
- May 28, 2021 2:50 PM (IST) Posted by Shivanisingh
- May 28, 2021 2:25 PM (IST) Posted by Shivanisingh
- May 28, 2021 2:23 PM (IST) Posted by Shivanisingh
उत्तर प्रदेश में 24 घंटे में सिर्फ 2402 केस
पिछले 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के सिर्फ 2402 मामले दर्ज किए गए हैं। 2 जिले ऐसे हैं जहां पर 24 घंटों के दौरान एक भी नया कोरोना मामला सामने नहीं आया है और 16 जिलों में 24 घंटों के दौरान सिंगल डिजिट में नए कोरोना केस दर्ज किए गए हैं। 53 जिलों में पिछले 24 घंटों के दौरान डबल डिजिट में नए कोरोना मामले सामने आए हैं।
राज्य में अब कोरोना वायरस के एक्टिव मामले घटकर सिर्फ 52224 रह गए हैं और लगातार टेस्टिंग की जा रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश में 3.58 लाख कोरोना टेस्ट हुए हैं और इनमें 1.48 लाख आरटीपीसीआर टेस्ट हैं।
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की मार से नागरिकों को बचाने के लिए वैक्सीन का टीकाकरण भी लगातार जारी है। अबतक राज्य में 1.73 करोड़ लोगों को वैक्सीन का टीका लग चुका है जिनमें 16.69 लाख युवा यानि 18-44 वर्ष आयुवर्ग के नागरिक हैं।
- May 28, 2021 2:22 PM (IST) Posted by Shivanisingh
अध्ययन में पता चला है कि कोविड 19 के लिए बने डीएनए टीके हैम्स्टर्स चूहों में प्रभावी हैं
ताइवान के शोधकर्ताओं ने सफलतापूर्वक एक वैक्सीन विकसित की है जो वर्तमान में उपलब्ध एमआरएनए टीकों के बजाय कोरोनवायरस के स्पाइक प्रोटीन को डीएनए एन्कोडिंग का उपयोग करती है। डीएनए के टीके अक्सर कोशिकाओं में मुश्किल से पहुंचते हैं। लेकिन, राष्ट्रीय स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान, ताइवान की टीम ने डीएनए टीकाकरण के वितरण के साथ विद्युतीकरण को जोड़ा।
पीएलओएस नेग्लेक्टेड ट्रॉपिकल डिजीज नामक पत्रिका में प्रकाशित शोध से पता चला है कि नए डीएनए वैक्सीन से प्रतिरक्षित चूहों और हैम्स्टर्स ने एसएआरएस कोव 2 स्पाइक प्रोटीन के खिलाफ लंबे समय तक चलने वाले एंटीबॉडी विकसित किए हैं।
वे एंटीबॉडी आठ सप्ताह के टीकाकरण के बाद चरम पर थे लेकिन स्तर 20 सप्ताह में अपेक्षाकृत अधिक रहा।
तीन सप्ताह के अंतराल पर दो टीकाकरण प्राप्त करने वाले और सात सप्ताह के बाद कोविड 19 के संपर्क में आने वाले हैम्स्टर्स को वायरस से बचाया गया। उन्होंने यह भी दिखाया कि शरीर के वजन में कोई कमी नहीं आई थी और उनके फेफड़ों में उन जानवरों की तुलना में कम वायरल आरएनए था जो प्रतिरक्षित नहीं थे।
शोधकतार्ओं ने कहा कि डीएनए वैक्सीन थर्मल स्थिर है और कोल्ड चेन की जरूरत नहीं है और एसएआरएस कोव 2 के खिलाफ लंबे समय तक चलने वाले न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी टाइटर्स के उच्च स्तर को प्रेरित कर सकता है। जिसमें शिह जेन लियू और सीन वे चेन शामिल हैं।
उन्होंने कहा, कि डीएनए वैक्सीन सीरियाई हैम्स्टर्स में एसएआरएस कोव 2 संक्रमण के खिलाफ सुरक्षात्मक प्रभावकारिता प्रदान करता है जो एक गंभीर कोविड 19 रोग पशु मॉडल को पहचानने के लिए मानव प्रतिरक्षा प्रणाली को सिखाने के लिए एमआरएनए स्ट्रैंड पर निर्भर हैं।
वर्तमान में उपलब्ध कोविड -19 टीके एसएआरएस-सीओवी -2 वायरस को पहचानने के लिए मानव प्रतिरक्षा प्रणाली को सिखाने के लिए एमआरएनए स्ट्रैंड पर निर्भर हैं।
जबकि डीएनए और एमआरएनए दोनों टीके एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए वायरस के आनुवंशिक सामग्री एन्कोडिंग भाग का उपयोग करते हैं, डीएनए टीकों को अक्सर अधिक तेजी से और कम लागत पर उत्पादित किया जा सकता है और ठंडे तापमान की आवश्यकता के बिना ले जाया जा सकता है।
हाल के नैदानिक परीक्षणों ने यह भी संकेत दिया है कि डीएनए टीके एचआईवी 1, जीका, इबोला और इन्फ्लूएंजा वायरस सहित संक्रमणों के उपचार में सुरक्षित और प्रभावी हैं। वर्तमान में उपलब्ध कोविड 19 टीके एसएआरएस सीओवी 2 वायरस को पहचानने के लिए मानव प्रतिरक्षा प्रणाली को सिखाने के लिए एमआरएनए स्ट्रैंड पर निर्भर हैं।
जबकि डीएनए और एमआरएनए दोनों टीके एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए वायरस के आनुवंशिक सामग्री एन्कोडिंग भाग का उपयोग करते हैं, डीएनए टीकों को अक्सर अधिक तेजी से और कम लागत पर उत्पादित किया जा सकता है और ठंडे तापमान की आवश्यकता के बिना ले जाया जा सकता है।
--आईएएनएस
- May 28, 2021 2:21 PM (IST) Posted by Shivanisingh
क्या कोरोना संक्रमित मरीज को एज़िथ्रोमाइसिन या रेविडोक्स सेना लाभकारी
कोई भी रोगी एज़िथ्रोमाइसिन के उपयोग पर जोर देते है। लेकिन नई गाइडलाइन के अनुसार इस दवा का सेवन करने से आप हतोत्साहित होगे।
- May 28, 2021 12:52 PM (IST) Posted by Shivanisingh
शरीर को स्वस्थ और कोरोना मुक्त रखने के लिए टीका अवश्य लगवाएं। अपनी ज़िम्मेदारियों को समझें, समझदार नागरिक बनें।
- May 28, 2021 12:27 PM (IST) Posted by Shivanisingh
पूरे विश्व में कोरोना के मामले 16.96 करोड़ से ज्यादा
पूरे विश्व में कोरोना के मामले बढ़कर 16.96 करोड़ हो गए हैं। इस महामारी में अब तक कुल 35.2 लाख लोगों की मौत हुई है। ये आंकड़े जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय ने साझा किए हैं। शुक्रवार की सुबह अपने नवीनतम अपडेट में, यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने बताया कि पूरे विश्व में कोरोना मामले और मरने वालों की संख्या क्रमश: 169,623,439 और 3,525,023 है।
सीएसएसई के अनुसार, दुनिया के सबसे ज्यादा मामलों और मौतों की संख्या क्रमश: 33,999,680 और 607,726 के साथ अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित देश बना हुआ है।
कोरोना संक्रमण के मामले में भारत 27,547,705 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है।
सीएसएसई के आंकड़े के अनुसार 30 लाख से ज्यादा मामलों वाले अन्य सबसे प्रभावित देश ब्राजील (16,342,162), फ्रांस (5,635,629), तुर्की (5,220,549), रूस (5,035,207), यूके (4,473,677), इटली (4,205,970), जर्मनी (3,673,969), स्पेन (3,663,215) , अर्जेंटीना (3,663,176) और कोलंबिया (3,319,193) है।
कोरोना के कारण हुई मौतों के मामले में ब्राजील 456,753 दूसरे नंबर पर है।
भारत (318,821), मैक्सिको (221,963), यूके (127,758), इटली (125,793), रूस (120,002) और फ्रांस (109,165) में 100,000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
--आईएएनएस
- May 28, 2021 11:28 AM (IST) Posted by Shivanisingh
भारत में पिछले 24 घंटे में 2.59 लाख से ज्यादा लोग हुए ठीक
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में कोरोना वायरस के 1.86 लाख नए मामले हैं जो 44 दिन में आए सबसे कम दैनिक केस हैं।
देश में सिर्फ कोरोना के नए मामलों में ही कमी नहीं आ रही है बल्कि कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में 2.59 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से ठीक हुए हैं और अबतक 2.48 करोड़ से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। नए मामले घटने और ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़ने की वजह से देश में कोरोना के एक्टिव मामलों में भी लगातार कमी आ रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान एक्टिव मामलों में 76755 की कमी आई है और अब देश में 23.43 लाख एक्टिव कोरोना केस बचे हैं। .
- May 28, 2021 9:39 AM (IST) Posted by Shivanisingh
भारत के कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर कई तरह के मिथक फ़ैलाए जा रहे हैं। ये मिथक ग़लत बयानों, आधे सच और खुलेआम बोले जा रहे झूठ के कारण फ़ैल रहे हैं। विशेषकर, यह पूरी तरह से झूठ है कि केंद्र सरकार विदेशों से वैक्सीन ख़रीदने के लिए ज़रूरी प्रयास नहीं कर रही है।
- May 28, 2021 7:51 AM (IST) Posted by Shivanisingh
ब्लैक फंगस नहीं हैं छूत की बीमारी- एम्स डायरेक्टर
एम्स डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया के अनुसार ब्लैक फंगस छूत की बीमारी नहीं है। यह रोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है। अगर डायबिटीज है और स्टोरॉयड ली है तो ऐसे में 95 प्रतिशत केसेसे में म्यूकर पाया जाता है। इसलिए ब्लड शुगर के मरीजों को साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना है।