Health LIVE: इंदौर में ग्रीन फंगस ने बोला हमला, जानिए लक्षण और बचाव
देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अबतक 26 करोड़ से अधिक डोज दी जा चुकी है।
देश में कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 26 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक 26,17,40,273 वैक्सीन डोज दी जा चुकी है जिसमें पहली
Live updates : Coronavirus live updates in hindi HEALTH
- June 16, 2021 9:48 PM (IST) Posted by Jyoti Jaiswal
ब्लैक, व्हाइट और येलो फंगस के बाद ग्रीन फंगस ने बोला हमला, जानिए शुरुआती लक्षण और बचाव
देश कोरोना वायरस की दूसरी लहर से निपट रहा है, और साथ में फैल रहा है ब्लैक फंगस, वाइट फंगस और येलो फंगस, और अब एक और फंगस का हमला हुआ है। देश में पहली बार 'ग्रीन फंगस' मामले का पता चला है। मध्य प्रदेश के इंदौर में एक 34 वर्षीय कोविड -19 से रिकवर हुए पेशेंट में ग्रीन फंगस के संक्रमण का पता चला है। उसे इलाज के लिए एयर एम्बुलेंस द्वारा मुंबई स्थानांतरित कर दिया गया। कई राज्य पहले ही ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर चुके हैं। अब ग्रीन फंगस केस के साथ इन रेयर फंगल इंफेक्शन का खतरा और भी ज्यादा बढ़ गया है। लोग भ्रमित हैं कि ग्रीन फंगस क्या है और यह ब्लैक और व्हाइट फंगस से किस तरह अलग है। शुरुआती लक्षणों और रोकथाम के साथ-साथ इसके बारे में सभी उत्तर यहां जानें।
ग्रीन फंगस क्या है?
ग्रीन फंगस को 'एस्परगिलोसिस' के रूप में भी जाना जाता है, में तेज बुखार और नाक से खून बहना शामिल है। एस्परगिलोसिस एक संक्रमण है, जो कम या कमजोर इम्यून सिस्टम या फेफड़ों की बीमारियों वाले लोगों को अपना शिकार बनाता है।
भारत में ग्रीन फंगस का यह पहला मामला है और इसका पता तब चला जब एक मरीज को इंदौर से एयरलिफ्ट करके मुंबई लाया गया। श्री अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SAIMS) के चेस्ट डिजीज विभाग के प्रमुख डॉ रवि डोसी के अनुसार, रोगी ने इस संदेह पर एक परीक्षण किया कि उसे म्यूकोर्मिकोसिस यानी कि ब्लैक फंगस हो गया है, जांच की गई तो पता चला कि उसे ग्रीन फंगस है।
ग्रीन फंगसल के लक्षण
-नाक से खून बहना
-तेज़ बुखार
-कमजोरी या थकान
-वजन घटनाडॉ डोसी के अनुसार उपरोक्त सभी लक्षण उस मरीज में पाए गए जिसे एयरलिफ्ट करके इंदौर से मुंबई लाया गया था। डॉक्टर ने कहा, "मरीज ठीक हो गया। लेकिन फिर उसे नाक से खून बहने और तेज बुखार होने लगा। वजन कम होने के कारण वह काफी कमजोर भी हो गया था।"
ग्रीन फंगस का इलाज
-इस तरह के दुर्लभ फंगल संक्रमणों को केवल अच्छी स्वच्छता, मौखिक और शारीरिक स्वच्छता बनाए रखने से ही रोका जा सकता है।
- बहुत अधिक धूल और संग्रहित दूषित पानी वाले क्षेत्रों से बचने की कोशिश करनी चाहिए। यदि आप इन क्षेत्रों से बच नहीं सकते हैं, तो रोकथाम के लिए N95 मास्क पहनें।
-ऐसी गतिविधियों से बचें जिनमें मिट्टी या धूल के निकट संपर्क शामिल हो।
- अपने चेहरे और हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह धोते रहें, खासकर अगर वे मिट्टी या धूल के संपर्क में आए हों।
- June 16, 2021 9:35 PM (IST) Posted by Jyoti Jaiswal
मध्य प्रदेश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित इंदौर जिले में महामारी से उबरे 34 वर्षीय मरीज में ग्रीन फंगस संक्रमण (एस्परगिलोसिस) मिला है। गंभीर हालत के चलते मरीज को हवाई एम्बुलेंस से मुंबई भेजकर वहां के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। श्री अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (सैम्स) के छाती रोग विभाग के प्रमुख डॉ. रवि डोसी ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि कोविड-19 से उबरे 34 वर्षीय पुरुष की ब्लैक फंगस संक्रमण (म्यूकरमाइकोसिस) के संदेह में जांचें कराई गई थीं। जांच में उसके साइनस, फेफड़ों और रक्त में ग्रीन फंगस संक्रमण (एस्परगिलोसिस) पाया गया। डोसी ने बताया, "ग्रीन फंगस (एस्परगिलस) हालांकि बहुत पुराना फंगस है, लेकिन कोविड-19 के बाद की जटिलताओं से जूझ रहे मरीज को इसके द्वारा बड़ा नुकसान पहुंचाया जाना बेशक एक नया मामला है।" उन्होंने कहा कि इस विषय में विस्तृत वैज्ञानिक अनुसंधान की जरूरत है कि क्या कोविड-19 से उबरे लोगों में ग्रीन फंगस संक्रमण की प्रकृति इसके अन्य मरीजों के मुकाबले अलग है? डोसी ने बताया कि ग्रीन फंगस संक्रमित मरीज को सोमवार को हवाई एम्बुलेंस के जरिये इंदौर से मुंबई भेजकर वहां के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। छाती रोग विशेषज्ञ ने यह भी बताया कि इस मरीज को दो माह पहले फेफड़ों में करीब 100 फीसद कोरोना वायरस संक्रमण के साथ स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था और गहन चिकित्सा इकाई में महीने भर तक उसका इलाज चला था। उन्होंने बताया, "इलाज के बाद मरीज महामारी से उबर गया था, लेकिन इसके बाद उसे तेज बुखार के साथ नाक से खून आना शुरू हो गया। वजन घटने से वह बहुत कमजोर भी हो गया है।"
- June 16, 2021 11:46 AM (IST) Posted by Priya Singh
ढाई महीने बाद सबसे कम दैनिक मामले हुए दर्ज, पिछले 24 घंटे में 60471 नए केस मिले, 2726 मौतें:स्वास्थ्य मंत्रालय
देश में 75 दिन के बाद कोरोना के सबसे कम दैनिक मामले दर्ज किए गए हैं। बीते 24 घंटे में देश में कोरोना के 60,000 से ज्यादा मामले सामने आए हैं और दो हजार से ज्यादा लोगों ने कोरोना वायरस के आगे दम तोड़ा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
- June 16, 2021 8:15 AM (IST) Posted by Priya Singh
अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें और नाक, कान, मुँह को ना छूएं: ग्रामीण विकास मंत्रालय
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