Double Mutant Virus: बहुत ज्यादा खतरनाक है कोरोना का नया स्ट्रेन, डॉक्टरों से जानिए बचने का तरीका
कोरोना वायरस के एक नए म्यूटेंट ने हर किसी चिंता और बढ़ा दी है। कोरोना के नए वैरिएंट को 'डबल म्यूटेशन वायरस' कहा जा रहा है।
पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस ने नया रिकॉर्ड बना दिया है। आज ही करीब 2 लाख से अधिक नए मामले सामने आए हैं और करीब 1 से ज्यादा मरीजों की मौत हुई है। वहीं दूसरी ओर भारत में वैक्सीनेशन भी तेजी से हो रही हैं। इन सबके बीच कोरोना वायरस के एक नए म्यूटेंट ने हर किसी चिंता और बढ़ा दी है। कोरोना के नए वैरिएंट को 'डबल म्यूटेशन वायरस' कहा जा रहा है।
यह डबल म्यूटेशन का रूप संक्रमण फैलाने के साथ-साथ बहुत खतनाक है। इस म्यूटेशन के वैरिएंट देश के करीब 5 राज्यों में पाए गए हैं। आखिर क्या है डबल म्यूटेशन वायरस स्ट्रेन और कैसे करें इससे बचाव। जानिए देश के बड़े डॉक्टरों से।
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क्या है डबल म्यूटेशन वायरस?
डबल म्यूटेंट - B.1.617
पहला म्यूटेंट- E484Q
दूसरा म्यूटेंट- L 452R
वायरस के जीनोम में दो बार बदलाव हो चुका है। लंबे समय तक प्रभावी रखने की कोशिश करता है। जेनेटिक संरचना में लगातार बदलाव लाता रहता है । दो तरह के म्यूटेशन के कारण बेहद खतरनाक है। यह बहुत तेजी से संक्रमण फैलाते हैं। डबल म्यूटेशन कई गुणा संक्रामक-खतरनाक है। इसके साथ ही यह अलग तरीके के स्पाइक प्रोटीन मार्कर से वायरस सेल्स से चिपक जाता है। चिपकने के बाद अंगों पर अटैक करता है। स्पाइक प्रोटीन के स्ट्रक्चर को बदल देता है। सेल्स के साथ अटैच होने के बाद कई गुणा तेजी से बढ़ता है।
भारत में कोरोना के डबल म्यूटेंट मिल रहा है । दो अलग अलग जगह पर स्पाइक प्रोटीन में बदलाव। यूके के वैरियेंट में 17 म्यूटेशन एक साथ हुए थे । कुछ म्यूटेंशन ज्यादा फैलते हैं लेकिन घातक नहीं है।
डबल म्यूटेंट फैलने का कारण
सीएसआईआर के डीजी डॉ शेखर मांडे के अनुसार, डबल म्यूटेंट कई कारणों से फैलता है। सबसे बड़ा कारण लोगों की लापरवाही है। दूसरा कारण यह महामारी बंद कमरों पर जहां वेंटिलेशन कम हो वहां ज्यादा फैलती है। खुली हवा में कम फैलती है। तीसरा कारण हो सकता है यूके स्ट्रेन, लेकिन इसको लेकर कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। इसकी रिसर्च हम लगातार कर रहे हैं। 10-12 दिन में रिजल्ट सामने आ जाएंगे।
दिल्ली एम्स की डॉ पद्मा श्रीवास्तव के अनुसार, यह म्यूटेशन इंसान के बिहेवियर से ही जुड़ा है। यह म्यूटेन लोगों के मूवमेंट से ही आया है। इसके साथ ही लोगों ज्यादा सतर्क नहीं रहे। जिसके कारण यह आ गया। वैक्सीन लगवाने में लोगों ने कौताही की। जब वैक्सीन आ गई थी तो लोगों तो तुंरत ही लगवा लेना चाहिए था। अब वहीं लोग चिल्ला रहे हैं कि वैक्सीन की कमी हो गई है। आपको बता दें कि कोरोना वायरस का कहर महाराष्ट्र में पीक में चल रहा है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश में भी तेजी से फैलेगा।
डबल म्यूटेंट से कैसे करें बचाव
लीलावती हॉस्पिटल के डॉक्टर जलील पारकर के अनुसार, हर किसी को वैक्सीन लगवाना बहुत ही जरूरी है। अगर वैक्सीन आप लेते हैं तो आपको अगर कोविड हुआ भी तो इतना गंभीर नहीं होगा कि आपकी जान चली जाए। कोविड हर किसी को होने वाला है। इसलिए जरूरी हैं कि आप खुद का ख्याल रखें जिससे कि आप खुद का बचा सके।
डॉ पद्मा श्रीवास्तव के अनुसार, हर किसी को पिछली साल की तरह इस बार भी पूरी सावधानी बरतनी है। सोशल डिस्टेसिंग के साथ मास्क और सैनिटाइजर का पूरा इस्तेमाल करे।