ज़िद्दी हुए सर्दी-खांसी बुखार...निमोनिया पर कैसे करें आयुर्वेदिक प्रहार
हेल्थ एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि कोरोना काल में हैवी स्टेरॉइड्स लेने की वजह से शरीर की बाकी वायरस-बैक्टीरिया से लड़ने की क्षमता घट गई है। यही वजह है कि शरीर सीजनल बैक्टीरिया जैसे इंफ्लूएंजा और वायरस का मुकाबला नहीं कर पा रहा है।
Yoga Tips: पहाड़ों की ठंड अब मैदानी इलाकों में पहुंच गई है, जिसका असर भी देखने को मिल रहा है। दिल्ली-एनसीआर कोहरे की चादर से ढक रहा है। ऐसे में सेहत को लेकर लापरवाही बरतना आपको भारी मुसीबत में डाल सकता है। ठंड में सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार और एलर्जी का खतरा अधिक रहता है, इसलिए सर्दी से खुद को बचाएं। इस बार खांसी-फीवर को ठीक होने में 2 से 3 दिन नहीं बल्कि 10 दिन से भी ज्यादा का वक्त लग रहा है।
पहले सीजनल बुखार के लिए डॉक्टर्स हल्की एंटीबायोटिक देते थे लेकिन अब सर्दी, खांसी सब के लिए भी हैवी डोज देने की जरूरत पड़ रही है। इसके बावजूद भी खांसी-बुखार को ठीक होने में 2 हफ्ते से भी ज्यादा का वक्त लग रहा है। खांसी-जुकाम के बीच निमोनिया का खतरा भी कई गुना बढ़ गया है। बच्चों बुजुर्गों को तो इस खतरनाक बीमारी से बचने की खास जरूरत है क्योंकि निमोनिया सबसे ज्यादा उन्ही को अपना शिकार बनाता है।
इस पर कोविड ने दिक्कतें और ज्यादा बढ़ा दी हैं। दरअसल, कोरोना का बुरा दौर झेल चुका शरीर अब दूसरे वायरस-बैक्टीरिया से लड़ रहा है। कोविड से बचाव की इम्युनिटी तो बन गई लेकिन बाकी बीमारियों से लड़ने की क्षमता घट गई है। लेकिन कोल्ड, कफ के साथ कोरोना का डबल अटैक भी बेअसर होगा अगर योगिक सुरक्षा कवच लोगों के पास होगा। तो आइए स्वामी रामदेव से जानिए इन बीमारियों बचाव का आयुर्वेदिक उपाय।
ये भी पढ़ें: चीन में फिर हुआ कोरोना विस्फोट, भारत पर मंडराने लगा है खतरा, सामने आए कोविड के इतने नए मामले
दिल्ली-NCR में ठंड का प्रकोप
- 3 दिन के लिए कोहरे का येलो अलर्ट
- 6 डिग्री तक गिरा तापमान
- कई राज्यों में स्कूल टाइम बदला
सर्दी का सितम
- सर्दी-जुकाम
- खांसी
- बुखार
- गले में खराश
- टॉन्सिल्स
- साइनस
- निमोनिया
निमोनिया के लक्षण
- सांस लेने में तकलीफ
- सीने में दर्द
- 102 डिग्री की तेज बुखार
- शरीर में ऑक्सीजन की कमी
- ब्लड प्रेशर अनकंट्रोल
निमोनिया बना बच्चों का काल
- हर 39वें सेकंड में 1 बच्चे की मौत
- देश में 2019 में सवा लाख बच्चों की मौत
- 2019 में दुनिया में 7.4 लाख बच्चों की मौत
कोविड साइड इफेक्ट
- लो इम्यूनिटी
- लंग्स पर अटैक
- सर्द मौसम
- एयर पॉल्यूशन
कोविड साइड इफेक्ट
- कोरोना से लड़कर शरीर हुआ कमजोर
- दूसरे वायरस-बैक्टीरिया से लड़ने की क्षमता घटी
- कमजोर फेफड़ों से बढ़ी सांस की बीमारी
निमोनिया के लक्षण, छोटे बच्चों में
- 1 साल से कम उम्र के बच्चे दूध पानी छोड़ देते हैं
- पसलियां तेज चलने लगती है
- बलगम की वजह से घरघराहट
- कभी-कभार बेहोशी भी रहने लगती है
जुकाम होने पर क्या करें ?
- ठंडा पानी पीने से बचें
- गुनगुना पानी ही पीएं
- नमक डालकर गरारे करें
- नाक में अणु तेल डालें
- अदरक, लौंग, दालचीनी का काढ़ा पीएं
- तुलसी,अदरक,कालीमिर्च की चाय लें
हल्दी है बेहद गुणकारी
- दूध में कच्ची हल्दी पकाएं
- हल्दी-दूध में शिलाजीत मिलाएं
- हल्दी दूध लंग्स के लिए फायदेमंद
एलर्जी में रामबाण फायदेमंद: 100 ग्राम बादाम, 20 ग्राम काली मिर्च और 50 ग्राम शक्कर मिलाकर पाउडर बनाएं। फिर इसे1 चम्मच दूध के साथ लें।
फेफड़े बनेंगे मजबूत
- श्वासारि क्वाथ पीएं
- मुलैठी उबालकर पीएं
- मसाला टी भी फायदेमंद
- बेसन की रोटी
- भुना चना लें
- मुलेठी चबाएं
ये भी पढ़ें: पीएम मोदी का भी फेवरेट है मोटा अनाज, जानिए इसे खाने के अनेक फायदे
गले में इंफेक्शन होने पर क्या करें ?
- नमक के पानी से गरारा करें
- जंक फूड से परहेज करें
- स्टीम लेना फायदेमंद
- ठंडा पानी बिल्कुल ना पीएं
हार्ट होगा मजबूत, नेचुरल उपाय: 1 चम्मच अर्जुन की छाल , 2 ग्राम दालचीनी और 5 तुलसी के पत्ते को उबालकर काढ़ा बनाएं। इसे रोज पीने से हार्ट हेल्दी रहेगा।
सर्दी में सिरदर्द की वजह
- माथे पर ठंडी हवा लगना
- ब्रेन के ब्लड वेसेल्स में सिकुड़न
- ब्लड फ्लो में दिक्कत
- एयर प्रेशर कम होने से साइनस पर असर
- साइनस में प्रॉब्लम से सिरदर्द की परेशानी
कोरोना से कैसे बचें ?
- गिलोय-तुलसी का काढ़ा पीएं
- रात में हल्दी दूध पीएं
- वैक्सीन जरूर लगवाएं
मजबूत इम्यूनिटी करेगा, कोरोना की छुट्टी
- गिलोय-तुलसी काढ़ा
- हल्दी वाला दूध
- मौसमी फल
- बादाम-अखरोट
कोरोना से बचेंगे, स्ट्रॉन्ग बनें
- आंवला-एलोवेरा जूस
- दूध के साथ शतावर
- दूध के साथ खजूर
- दूध के साथ शिलाजीत
खाएं सुपरफूड, कोरोना रहेगा दूर
- दूध
- ड्राई फ्रूट
- ओट्स
- बींस
- शकरकंद
- मसूर की दाल
सर्दी का सितम
- ज़ुकाम
- खांसी
- बुखार
- गले में खराश
- टॉन्सिल्स
- साइनस
- निमोनिया
निमोनिया के लक्षण
- सांस लेने में तकलीफ
- सीने में दर्द
- तेज बुखार
- शरीर में ऑक्सीजन की कमी
- ब्लड प्रेशर अनकंट्रोल
ये भी पढ़ें:भारत में मिले BF.7 के 3 मामले, जानें 18 गुणा ज्यादा तेजी से फैलने वाले इस ओमिक्रोन सब वेरिएंट के लक्षण